किशनगंज : मिशन इंद्रधनुष-5.0 तीसरे अभियान में चिह्नित छूटे हुए बच्चों व गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुरू
सुरक्षा के लिए जरूरी है टीकाकरण–तीसरे चक्र में 793 चिह्नित स्थलों पर कुल 9093 बच्चों एवं 1423 गर्भवती महिलाओं को दिया जायेगा टीका

सिविल सर्जन ने किशनगंज प्रखंड के मोतिहारा में कार्यक्रम की शुरुआत कीकिशनगंज, 27 नवंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 के तीसरे चक्र के तहत टीकाकरण के 100 प्रतिशत आच्छादन की प्राप्ति को लेकर सोमवार को जिले के सभी प्रखंडों में चयनित 115 सत्र स्थलों पर टीकाकरण अभियान चला। इस दौरान पहले दिन कुल 216 गर्भवती महिलाओं एवं 1367 जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों का विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाव हेतु निःशुल्क टीकाकरण किया जाना है। जिसका विधिवत उद्धाटन सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने मोतिहारा में फीता काटकर किया। सिविल सर्जन ने बताया मिशन इंद्रधनुष से बच्चों में होने वाली 7 प्रमुख बीमारियों, तपेदिक, पोलियोमाइलाइटिस, हेपेटाइटिस बी, डिप्थेरिया, पर्टुसिस, टेटनस और खसरा का खतरा कम होगा। इसमें खसरा रूबेला, रोटावायरस, हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा टाइप-बी और पोलियो के खिलाफ टीकों को शामिल करने के बाद इन टीकों की संख्या 12 हो गई है। अभियान की सफलता के लिये चिह्नित सत्र स्थानों पर घर-घर घूमकर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का सर्वे कर लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे लेकर जिलाधिकारी तुषार सिंगला के दिशा-निर्देश के आलोक में संबंधित सभी चिकित्सा पदाधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों, आंगनबाड़ी, आशा, एएन्एम को प्रशिक्षण दिया गया है। सत्र के निर्धारण में कम आच्छादन वाले टीकाकरण सत्र व ऐसे जगहों को चिह्नित किया गया जहां बीते छह माह के दौरान कम से कम दो बार नियमित टीकाकरण सत्र संचालित नहीं हो सके हैं। इस अभियान में अन्य विभागों का भी सहयोग लिया जाएगा। साथ ही जिलास्तरीय स्वास्थ्य विभाग, सहयोगी संस्थाओं के पदाधिकारियों के बीच प्रखंडों का विभाजन कर सघन अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण का दायित्व दिया गया है। अभियान की सफलता के लिये सभी प्रखंडों में प्रशिक्षित कर कार्य योजना एवं कम्युनिकेशन प्लान तैयार किया गया है। प्रत्येक कार्य दिवस को संध्याकालीन बैठक कर कार्य प्रगति की समीक्षा की जाएगी। सेशनवार सभी जरूरी लॉजिस्टिक की उपलब्धता सुनिश्चित कराने व टीकाकरण सत्रों की साज-सज्जा को लेकर संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं। उद्घाटन कार्यक्रम में डीआईओ, डीपीएम, एमओआईसी, डब्ल्यूएचओ के एसआरटीएल, यूनिसेफ के एसएमसी, बीएचएम, बीसीएम एवं स्वाथ्यकर्मी उपस्थित रहे। डा. कौशल किशोर ने बताया कि जनसाधारण को अभियान के प्रति जागरूक करने हेतु विशेष संचार योजना बनायी गयी है। साथ ही विभिन्न प्रचार माध्यमों का सहयोग लिया जा रहा है। गांव से जिलास्तर पर लगातार लोगों को जागरूक करने हेतु प्रचार-प्रसार की गतिविधियां सतत जारी हैं। उन्होंने बताया कि हर हालत में सर्वे रजिस्टर एवं ड्यू लिस्ट सभी सत्रों पर शत-प्रतिशत अद्यतन होनी चाहिए। बताया कि शत प्रतिशत बच्चे एवं गर्भवती का टीकाकरण कराया जाएगा। कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी पदाधिकारियों के द्वारा सतत निरीक्षण करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. देवेन्द्र कुमार ने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के सभी बच्चों व सभी गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण की पहुंच सुनिश्चित कराना मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। गौरतलब है कि नियमित टीकाकरण के मामले में फिलहाल जिले की उपलब्धि 91 फीसदी के करीब है। 02 वर्ष उम्र तक के बच्चे व गर्भवती महिलाओं को मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत 100 फीसद तक ले जाने का प्रयास किया जायेगा। डा. कुमार ने बताया कि अभियान के तीसरे चरण में कुल छह दिनों में जिले में कुल 841 चिह्नित स्थानों पर टीकाकरण सत्र संचालित किये जायेंगे। किशनगंज शहरी क्षेत्र में कुल 48 सेशन साइट निर्धारित किया गया है। वहीं ग्रामीण इलाकों में कुल 793 साइट निर्धारित हैं। उन्होंने बताया कि विभागीय स्तर से टीकाकरण से वंचितों बच्चे व गर्भवती महिलाओं की ड्यूलिस्ट तैयार की गयी है। इसके मुताबिक दो वर्ष तक के 7 हजार 768 व दो से पांच साल तक के कुल 1 हजार 325 बच्चे यानी कुल 9 हजार 93 लक्षित बच्चों को टीकाकृत किया जाना है। टीकाकरण के लिये कुल लक्षित गर्भवती महिलाओं की संख्या 1423 है। उन्होंने बताया कि अभियान के क्रम में नौ माह से 02 वर्ष तक के 1988 बच्चों को एमआर-1 व 1289 बच्चों को एमआर-2 का टीका लगाया जाना है। वहीं दो से पांच साल तक के 32 बच्चों को एमआर-1 व 72 बच्चों को एमआर-2 का टीका लगाने का का लक्ष्य निर्धारित है।