भाकपा का केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ 11 सितंबर से प्रखंड मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन।…
त्रिलोकी नाथ प्रसाद, पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ और सभी भूमिहीनों को पांच डिसमल वासरहित आवासीय जमीन देने की मांग को लेकर 11,12 और 13 सितंबर को बिहार के सभी प्रखंड सह अंचल पर धरना प्रदर्शन करेगी।
पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने बयान जारी कर कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ तथा महंगाई, बेरोजगारी और बिहार को सुखाग्रस्त राज्य घोषित करने, भूमिहीनों को पांच डिसमल वासरहित आवासीय जमीन देने की मांग को लेकर राज्य के सभी प्रखण्ड मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया है। इसकी तैयारी पूरे राज्य में जोर शोर से चल रही है। जल जीवन हरियाली के नाम पर गरीबों को उजाड़ा जा रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था किये बिना किसी को नहीं उजाड़ा जाये। सरकार सभी भूमिहीनों को वास के लिए पांच डिसिमिल जमीन दे। जहाँ सरकारी जमीन नहीं है वहाँ खरीद कर दे। सरकार छह लेन सड़क निर्माण के लिए ऊंची कीमत पर जमीन खरीद सकती है तो भूमिहीनों के लिए क्यों नहीं? उन्होंने बिहार सरकार से भूमि सुधार के लिए गठित डी बंदोपाध्याय आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग की।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि मोदी सरकार के नौ वर्षों के कार्यकाल में महंगाइ आसमान छू रही है। खाद्य वस्तुओं की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। दाल, चावल, आटा, हरी सब्जी, प्याज, मशाले की कीमत लगातार बढ़ रही है। भोजन की थाली 65 फीसदी महंगी हो गई है। महंगाई के कारण गरीबों को दो जून की रोटी मिलना मुश्किल हो गया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने महंगाई पर रोक लगाने और सभी भूमिहीनों को पांच डिसमल वासरहित आवासीय भूमि देने की मांग को लेकर प्रखंड मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने का आह्वान किया है। भाकपा राज्य सचिव ने बिहार के आम अवाम से प्रखंड मुख्यालयों पर आयोजित धरना प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है।