जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज बाढ़ अनुमंडल के बख्तियारपुर प्रखंड, नगर परिषद, बख्तियारपुर क्षेत्र एवं पटना सिटी अनुमंडल के फतुहा प्रखंड में छठ महापर्व, 2022 की तैयारियों की समीक्षा की गई एवं छठ घाटों का पैदल स्थलीय निरीक्षण किया गया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-जिलाधिकारी डॉ सिंह ने सबसे पहले बख्तियारपुर के रानीसराय घाट का निरीक्षण किया। इस घाट पर पटना एवं नालंदा जिले के लगभग एक लाख श्रद्धालु अर्घ्य देते हैं। इसके बाद रानीसराय से रवाईच के बीच विभिन्न घाटों- सीढ़ी घाट, महादेव स्थान घाट, सर्वेश्वरी स्थान घाट, रवाइच ठाकुरबारी घाट; घोसवरी घाट, मुगलपुरा करौता सूर्य मंदिर घाट, सुंदरपुर घाट, फतुहा का कटैया घाट, मस्ताना घाट सहित विभिन्न घाटों का उन्होंने निरीक्षण किया एवं तैयारियों का जायजा लिया। घाटों की भौतिक स्थिति, एप्रोच रोड, साफ-सफाई, सुरक्षा-व्यवस्था, भीड़-प्रबंधन सहित सभी बिन्दुओं पर उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया तथा आवश्यक निदेश दिया।
*जिलाधिकारी द्वारा आम लोगों से भी फीडबैक लिया गया।*
डीएम डॉ सिंह ने कहा कि रानी सराय से रवाईच के बीच कुल ढाई किलोमीटर की दूरी में लगभग 12 घाट हैं। यहां लगभग तीन लाख से अधिक श्रद्धालु अर्घ्य देने आते हैं। उन्होंने जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता को नए गंगा चैनल पर निर्मित तटबंध को सुगम एवं सुदृढ़ रखने का निदेश दिया। संपर्क पथ सुचारू एवं अवरोध मुक्त रहना चाहिए। अनुमंडल पदाधिकारी को आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से एसडीआरएफ का दल तैनात करने का निर्देश दिया गया।
डीएम डॉ सिंह ने बख्तियारपुर स्थित सुंदरपुर घाट का निरीक्षण किया। यहां एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा अर्घ्य देने की संभावना है। विगत वर्ष यहां दलदली एप्रोच रोड के कारण समस्या उत्पन्न हो गई थी। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी, बाढ़ तथा कार्यपालक अभियंता, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड को सुंदरपुर घाट पर दो दिन के अंदर लगभग 400 मीटर लंबाई में जल स्तर के आधार पर अस्थाई पीपा पुल के निर्माण की उपयुक्तता के संबंध में प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। यदि सभी दृष्टिकोण से अस्थाई पीपा पुल का निर्माण उपयुक्त रहा तो छठ पर्व के पूर्व इसका निर्माण किया जाएगा। अन्यथा वर्तमान स्थिति में ही घाट को सुरक्षित रखने के लिए सारी कार्रवाई की जाएगी। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि *नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।* श्रद्धालुओं को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए तथा भीड़ प्रबंधन एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित रहनी चाहिए।
जिलाधिकारी डॉ सिंह ने *सभी* छठ घाटों तक पहुंच पथ को सुचारू, सुगम एवं अवरोधमुक्त करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि घाटों की साफ सफाई एवं सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से *मजबूत बैरिकेडिंग* सुनिश्चित करें। गड्ढों को ढकने, समतलीकरण सहित सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। घाटों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था रहनी चाहिए, सभी घाटों पर नाव के साथ गोताखोर तैनात रहेंगे। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं नदी गश्ती दल की प्रतिनियुक्ति रहेगी। डीएम डॉ सिंह ने निर्देश दिया कि उद्घोषणा के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र के संस्थापन एवं नियंत्रण कक्ष की स्थापना सुनिश्चित की जाए। घाटों की सतत निगरानी की जाए।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध है। *उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था तथा सुचारू यातायात-प्रबंधन* सुनिश्चित किया जाएगा।