किशनगंज : जिलाधिकारी के द्वारा सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण कार्य का किया गया निरीक्षण।

सदर अस्पताल में 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता वाले प्लांट से उत्पादन शीघ्र। जिंले में जल्द क्रियाशील होगा ऑक्सीजन प्लांट, रोगियों को नहीं करना होगा ऑक्सीजन की किल्लत का सामना।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के विभीषिका के कष्टदायी अनुभव उपरांत जिला स्वास्थ्य विभाग संभावित तीसरी लहर के खतरों को देखते जरूरी तैयारियों के सिलसिले में युद्ध स्तर से जुटा हुआ है। इसके लिये ग्रामीण इलाके के चिकित्सकीय संस्थानों को सुविधा संपन्न बनाने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि हेल्थ वैलनेश सेंटर, एपीएचसी स्तर पर भी लोगों को कोरोना जांच व इसके समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराया जा सके। संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों को ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता को लेकर किल्लत का सामना करना पड़ा। संभावित तीसरे लहर को देखते हुए विभाग इसे लेकर बेहद संजीदा है। ताकि आने वाले दिनों में कोरोना सहित अन्य मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। जिले में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिये सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है, जिसका निरीक्षण आज स्वय जिलाधिकारी, डॉ आदित्य प्रकाश के द्वारा किया गया।निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी डा आदित्य प्रकाश के द्वारा साइट प्लान का अवलोकन किया गया। पूरे कार्य की जानकारी एनएचएआई के पदाधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों से ली। पुल निर्माण निगम के एजेंसी को ऑक्सीजन प्लांट इस माह के अंत कर पूर्ण कर सुपुर्द करने का निर्देश दिया। इसी क्रम में डीएम ने सदर अस्पताल में और एक दूसरे ऑक्सीजन प्लांट के इंस्टालेशन के लिए चिन्हित स्थल का मुआयना किया और आवश्यक निर्देश दिया।
सदर अस्पताल में स्थित प्लांट की मदद से ऑक्सीजन की किल्लत होगी दूर :
इस संबंध में जिला पदाधिकारी, डॉ आदित्य प्रकाश ने कहा कि संक्रमण की दूसरी लहर कई मायनों में पहली लहर से अलग थी। दूसरे लहर के दौरान बड़ी संख्या में लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हुए। अधिकांश मरीजों में ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट की समस्या देखा गया। लिहाजा उन्हें जरूरी मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध कराना विभाग के लिये चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। इसे देखते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त पहल से जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को लेकर जरूरी पहल किये गये हैं। ताकि अगर संक्रमण की तीसरी लहर अपना असर दिखाता है तो जिलावासियों को ऑक्सीजन की किल्लत का सामना न करना पड़े। इसे लेकर जिले में सदर अस्पताल स्थित ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण अपने अंतिम चरण में है। किशनगंज सदर अस्पताल जल्द ही ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर होने जा रहा है। सदर अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन प्लांट अधिष्ठापन हेतु कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। जिलाधिकारी ने कार्य को 25 जुलाई का पूर्ण करने का निर्देश संबंधित एजेंसी को दिया है। सदर अस्पताल परिसर में एसएनसीयू वार्ड के सामने हवा से ऑक्सीजन बनाने वाले प्लांट स्थापित के लिए तेजी से कार्य जारी है।
सदर अस्पताल में उच्च क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट का होगा निर्माण :
सिविल सर्जन, डॉ श्री नंदन ने बताया की सदर अस्पताल परिसर में 500 लीटर प्रति मिनट उत्पादन क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट लीटर प्रति मिनट उत्पादन क्षमता वाले प्लांट का निर्माण अपने अंतिम चरण में है। केंद्र सरकार के योजनाअंतर्गत सदर अस्पताल में हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए (प्रेशर स्विंग एडजॉर्व्सन) ऑक्सीजन प्लांट का स्थापना का कार्य तेजी से चल रहा है। इस प्लांट में हवा से मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। पीएसए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्यकारी एजेंसी डीआरडीओ है,आरडीओ द्वारा प्लाांटका सारा मशीन एवं स्टूमेंट्स उपलब्ध कराया जाएगा तथा इसका सिविल वर्क एनएचएआई द्वारा किया जा रहा है।
ऑक्सीजन की कमी से नही जाएजी किसी की जान
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया की जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सदर अस्पताल में अब ऑक्सीजन की कमी से अब किसी की जान नही जाएजी यहां ऑक्सीजन प्रोडक्शन प्लांट स्थापना कार्य तेजी से चल रहा है।सदर अस्पताल परिसर में लगने वाला प्लांट शुरू होने से सदर अस्पताल ऑक्सिजन के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा। ओक्सिजन प्लांट के लिए अलग से बिलजी फीडर से प्लांट में बिजली सप्लाई होगी, इसमें 250 केवी का ट्रांसफार्मर लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर जल्द बिजली आपूर्ति की बात कही गई है। तथा जनरेटर आपूर्ति के लिए निविदा निकलने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।बताते चलें कि सदर अस्पताल में अबतक अन्य जिलों एवं सिलीगुड़ी से ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग कर लाना पड़ रहा है।कोरोना के दूसरी लहर में बीते दिनों ऑक्सीजन आपूर्ति में परेशानियों का सामना करना पड़ा था। अब यह ऑक्सीजन प्लांट सदर अस्पताल को ऑक्सिन के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा।