पटना : कब आएंगे अपने घर बिहार के बाहर फंसे छात्र एवं अप्रवासी मजदूर:डॉ० सुरेश पासवान

पटना/रणजीत कुमार सिन्हा, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉo सुरेश पासवान ने कहा है कि भारत सरकार के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा विश्व व्यापी कोरोना महामारी से बचाव हेतू सम्पूर्ण देश में लोक डाउन किया गया है, जिसका अनुपालन पुरे देशवासियों के द्वारा किया जा रहा है।लेकिन देखा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश की सरकारों के द्वारा अपने राज्य के छात्रों, पर्यटकों एवं अप्रवासी मजदूरों को लग्जरी बसों से हजारों लोगों को लोकडाउन के दरम्यान ही अपने अपने राज्यों में सम्मान के साथ वापस लाया गया है। जिसके बाद से देश में एक ग़लत संदेश गया है।मैं देश के प्रधानमंत्री एवं बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से जानना चाहता हुं कि क्या देश में लोक डाउन का दो कानून हैं, जब देश भर के छात्रों, पर्यटकों एवं अप्रवासी मजदूरों को अपने अपने राज्यों में आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया तो किस कानून के तहत भाजपा शासित राज्यों में धड़ल्ले से अपने लोगों को वापस लाया जाना देश के अन्य राज्यों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार क्यों किया जा रहा है, इसका जवाब देश की जनता जानना चाहती है।डॉo पासवान ने कहा है कि बिहार के छात्रों, पर्यटकों एवं अप्रवासी मजदूरों को किस जुल्म की सजा बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के द्वारा दिया जा रहा है, आपको भी बिना देर किए अपने राज्यवासियों को बिहार के बाहर जहां भी है उत्तर प्रदेश, गुजरात एवं मध्य प्रदेश की तरह लाना चाहिए चूंकि आपकी सरकार भी तो मोदी जी के साझेदारी में ही चल रही है।आप बारह करोड़ बिहारवासियों के राज्य के मुख्यमंत्री होने के नाते अभिभावक है, और अभिभावक का दायित्व और फर्ज होता है कि अगर हमारे राज्यवासी कहीं भी संकट या मुश्किल हालात में फंसे हुए हैं तो निश्चित रूप से उनको संकट से निकाला जाना चाहिए और ऐसे वक्त में जनता को सरकार से उम्मीद भी ऐसा ही होता है।ये सब आपके कमाऊ पूत है राज्य खजाने मे इनका भी बड़ा भारी योगदान है।ये आपसे मानवीय मूल्यों की रक्षा हेतु न्याय चाहते हैं।इसलिए माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से आग्रह है कि अपने जीद को छोड़कर सम्मान पूर्वक बिहार से बाहर जहां कहीं भी बिहारवासी फंसे हुए हैं चाहे वे छात्र हो या कामगार सबको सुरक्षित कोरोना महामारी के प्रोटोकॉल को पुरा करते हुए अपने घर लाने की कार्रवाई की जानी चाहिए।