बाइक चेकिंग के नाम पर लोगो के साथ येकैसा व्यवहार…?

पटना के फुलवारीशरीफ़ में बाइक चेकिंग के नाम पर लोगो के साथ कैसा-कैसा व्यवहार किया जाता है किसी से छिपा हुआ नहीं है मगर अब तो हद हो गई है बाइक चेकिंग के नाम पर पहले वसूली तो हुआ ही करता था अब युवाओं और छात्रो के साथ मार पिट भी किया जा रहा हैं।यह घटना पटना के फुलवारी शरीफ की है एक निर्दोष युवा के साथ मारपीट किया जाता है बाइक चेकिंग के दौरान सारे कागजात होने के बावजूद जब सारी पब्लिक एकजुट होकर घटना के खिलाफ लड़ाई लड़ने की कोशिश करती है तो पुलिस वाला चुपचाप बैठा रहता है।कहाँ गई सुशासन बाबू की सुशासन व्यवस्था बिहार पुलिस के द्वारा
आए दिन जनता के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है और साक्ष्य के साथ बहुत से लोग दिखाते रहते है।मैंने भी कई पोस्ट किया मगर बिहार की जनता जानना चाहती है की क्या पुलिस वालों के लिए कोई नियम कानून नहीं हैं।हमेशा हैलमेट चेकिंक के नाम पे लोगो से वसुली किया जाता है और जहाँ चेकिंग लगा होता है वही पास से पुलिस वाला बिना हैलमेट के जाता रहता है एैसा क्यों होता है पुलिस वाले के लिए कोई नियम कानून नही है।मैं ये नही कहता सारे पुलिस वाले गलत है मगर ये जरुर बोलना चाहता हुँ की जब किसी इंसान के शरीर मे कैंसर हो जाता है तो सारा शरीर नष्ट हो जाता है ना की एक अंग खराब होता है इसलिए इस तरह की दुर्घटना को रोकने का कष्ट प्रदान करें धन्यवाद।पटना के फुलवारीशरीफ़ थाना की घटना है ये कानून का पालन करने वाले ही यदि कानून तोड़ने लगे तो क्या होगा अपने देश का ?
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर