किशनगंज व्यवहार न्यायालय परिसर में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, न्यायिक पदाधिकारियों और कर्मियों ने किया योगाभ्यास
योग केवल एक अभ्यास नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जो प्रत्येक व्यक्ति को न केवल स्वस्थ बल्कि संतुलित और शांतिपूर्ण जीवन की ओर प्रेरित करती है : सुशांत कुमार, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज

किशनगंज,21 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, उच्च न्यायालय, पटना एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देशानुसार शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर किशनगंज व्यवहार न्यायालय परिसर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुशांत कुमार, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज ने की।
इस अवसर पर न्यायालय के न्यायिक पदाधिकारीगण, जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं व्यवहार न्यायालय किशनगंज के कर्मियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और सामूहिक योगाभ्यास किया।
कार्यक्रम में योग गुरु श्री रविराज ने योग सत्र का संचालन करते हुए सभी प्रतिभागियों को विभिन्न आसन, प्राणायाम एवं ध्यान विधियों का अभ्यास कराया। साथ ही उन्होंने प्रत्येक योग क्रिया के शारीरिक व मानसिक लाभों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि योग अभ्यास न केवल शारीरिक लचीलापन और शक्ति बढ़ाता है, बल्कि मानसिक एकाग्रता, तनाव मुक्ति और आंतरिक संतुलन के लिए भी अत्यंत उपयोगी है।प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुशांत कुमार ने योग दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “न्यायिक कार्य अत्यधिक मानसिक सक्रियता और तनाव का कार्य है, ऐसे में योग मानसिक और शारीरिक संतुलन बनाए रखने का प्रभावी माध्यम है।” उन्होंने सभी कर्मियों और पदाधिकारियों से आह्वान किया कि वे योग को अपनी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।