किशनगंज : स्वास्थ्य सेवा जन-जन तक पहुंचे – डीएम विशाल राज का स्पष्ट संदेश
किशनगंज में उच्चस्तरीय स्वास्थ्य समीक्षा बैठक, आशा बहाली से लेकर टेली-मेडिसिन तक कई अहम निर्देश

किशनगंज,16 मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, स्वस्थ समाज, समृद्ध राष्ट्र की बुनियाद है – इसी मूल भावना के साथ किशनगंज जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में निर्णायक पहल की है। जिलाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई स्वास्थ्य विभाग की समग्र समीक्षा बैठक में बेहतर इलाज, जवाबदेही और पारदर्शिता पर जोर दिया गया।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी, डीआईओ, सीडीओ, डीपीएम, डीडीए सहित यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ, पीएसआई, पीरामल, सिफार जैसे संस्थाओं के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। सभी ने मिलकर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की मौजूदा स्थिति और आगे की दिशा पर विस्तृत चर्चा की।
30 मई तक पूरी होगी आशा कर्मियों की बहाली
बैठक की शुरुआत आशा कर्मियों की बहाली पर हुई, जिसे डीएम ने सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने निर्देश दिया कि 30 मई तक सभी योग्य उम्मीदवारों की बहाली प्रक्रिया पूर्ण हो।
डीएम ने कहा, “आशा कार्यकर्ता ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की रीढ़ हैं। इनकी नियुक्ति से गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाओं की रोशनी पहुंचेगी।”
HWC और APHC की कार्यप्रणाली होगी पारदर्शी
डीएम ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (APHC) की कार्यशैली पर नाखुशी जताते हुए सख्त निर्देश दिए:
- डॉक्टरों और स्टाफ की ड्यूटी रोस्टर सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित हो
- APHC में प्रतिमाह कम-से-कम 1800 ओपीडी अनिवार्य
- APHC में 187 और HWC में 151 दवाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध हों
- दवाओं की उपलब्धता का नियमित मूल्यांकन किया जाए
टीबी उन्मूलन में सामुदायिक भागीदारी पर ज़ोर
टीबी की पहचान और इलाज की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए गए।
निक्षय मित्र योजना के तहत स्थानीय संस्थाओं व समाजसेवियों को जोड़कर मरीजों को पोषण व भावनात्मक सहायता देने पर बल दिया गया।
एनसीडी स्क्रीनिंग अनिवार्य – बीपी, डायबिटीज, कैंसर पर फोकस
गंभीर बीमारियों की पहचान के लिए जिलेभर में विशेष स्क्रीनिंग शिविर आयोजित होंगे। बीपी, डायबिटीज, कैंसर और हृदय रोग की प्रारंभिक पहचान पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
हर जरूरतमंद को मिलेगा आयुष्मान कार्ड
आयुष्मान भारत योजना के तहत हर पात्र व्यक्ति को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। इससे उन्हें 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सकेगा।
टेली-मेडिसिन से विशेषज्ञ डॉक्टर अब घर पर
स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल रूप से मजबूत करने के लिए टेली-कंसल्टेंसी सेवा का विस्तार किया जाएगा, ताकि दूर-दराज के लोगों को विशेषज्ञ डॉक्टरों से घर बैठे परामर्श मिल सके।
टीकाकरण में कोई लापरवाही नहीं
टेढ़ागाछ, पोठिया और किशनगंज प्रखंडों में टीकाकरण की कम स्थिति पर चिंता जताते हुए भाव्या पोर्टल पर अद्यतन जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही पर सख्त चेतावनी
बैठक के अंत में डीएम विशाल राज ने स्पष्ट कहा –
“जनसेवा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं। स्वास्थ्य सेवा एक जिम्मेदारी है – इसमें सभी की जवाबदेही तय होगी।” उन्होंने सभी अधिकारियों और साझेदार संस्थाओं से समन्वय और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने की अपील की।