छठे दिन भी ‘अखिल भारतीय असैनिक सेवा संगीत, नृत्य एवं लघु नाट्य प्रतियोगिता 2024-25’ में सजी सुरों और संगीत की महफिल।

हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायन और संगीत की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध।
देशभर से आए सिविल सेवा अधिकारियों ने संगीत, नृत्य और नाट्य में दिखाया दम।
कल होगा प्रतियोगिता का समापन समारोह ।
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/पटना: बिहार सचिवालय स्पोर्ट्स फाउंडेशन के तत्वावधान में केंद्रीय सिविल सेवा सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा बोर्ड, भारत सरकार के मार्गदर्शन में ‘अखिल भारतीय असैनिक सेवा संगीत, नृत्य एवं लघु नाट्य प्रतियोगिता 2024-25’ का आयोजन आज छठा दिन था। यह आयोजन उर्जा ऑडिटोरियम, राजवंशी नगर, पटना, बिहार में किया जा रहा है। कल पुरस्कार वितरण समारोह के साथ यह प्रतियोगिता समाप्त हो जाएगी । समापन समारोह में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव श्री अभय कुमार सिंह तथा ऊर्जा विभाग के सचिव श्री पंकज कुमार पाल भी उपस्थित रहेंगे ।
आज शेड्यूल के अनुसार कुल चार विधाओं में प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। पहली विधा जिसमें प्रतियोगिता का आयोजन हुआ ‘ हिंदुस्तानी क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल’ था। इसमें कुल दस प्रतिभागी थे। समय सीमा 10 मिनट निर्धारित थी। इसी समय सीमा के भीतर प्रतिभागियों को मंच पर अपनी प्रस्तुति सम्पन्न करनी थी।
दूसरी विधा जिसमें प्रतियोगिता हुई वह ‘ हिंदुस्तानी लाइट क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल’ था। इसमें बारह प्रतिभागी थे। पिछली प्रतियोगिता की तरह ही इसमें भी समय सीमा निर्धारित थी जो कि पांच मिनट थी। इस विधा में भी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति सुनने और देखने को मिली।
तीसरी विधा जिसमें प्रतियोगिता हुई ‘हिंदुस्तानी क्लासिकल वोकल’ थी। इसमें कुल ग्यारह प्रतिभागी थे जिन्होंने अपनी प्रस्तुति बारी-बारी से मंच पर प्रस्तुत किया। इसमें दस मिनट का समय निर्धारण था। इस विधा में भी कई बेहतरीन प्रस्तुतियां ने दर्शकों का मन मोह लिया ।
चौथी और अंतिम विधा जिसमें प्रतियोगिता का आयोजन हुआ वह ‘हिंदुस्तानी लाइट क्लासिकल वोकल’ था। इसमें देश के अलग-अलग राज्यों के कुल सोलह अधिकारियों ने हिस्सेदारी ली। इसकी प्रस्तुति के लिए प्रत्येक प्रतिभागी हेतु 5 मिनट का समय निर्धारित था।
अलग-अलग राज्यों से आए सिविल सेवा के पदाधिकारियों ने इस कार्यक्रम में शिरकत कर आयोजकों तथा बिहार राज्य की काफी तारीफ की। कल समापन समारोह के साथ ही वे इन यादों को सहेज कर अपने-अपने राज्यों में ले जाएंगे।