ड्रोन दीदीयों को कृषि के लिए हितकारी बनाने का लक्ष्य :-मंगल पाण्डेय
कृषि ड्रोन के क्रय मूल्य का 80 प्रतिशत सहायता अनुदान उपलब्ध करायेगी सरकार 14 हजार 500 समूहों को ड्रोन दीदी योजना से जोड़ने का लक्ष्य है

मनीष कुमार कमालिया/पटना। राज्य के कृषि मंत्री श्री मंगल पांडेय ने गुरुवार को पटना के बामेती में ड्रोन दीदी योजना अंतर्गत चयनित महिला स्वयं सहायता समूहों के एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। स्थानीय बामेती सभागार में आयोजित कार्यशाला में कृषि मंत्री ने राज्य के 16 जिलों से आई 201 स्वयं सहायता समूहों की दीदियों को एक साथ संबोधित किया। अपने संबोधन में श्री पांडेय ने कहा की तेज रफ्तार से चलना है तो नई तकनीक को समझना, स्वीकारना और उसका उपयोग करना होगा नहीं तो पिछड़ जायेंगे। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना से ये योजना सामने आई और सीएम श्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन से इसे जमीन पर उतारा गया है, जिसका आप सभी को लाभ मिलने वाला है।
श्री पांडेय ने कहा कि इस योजना का नाम ड्रोन दीदी योजना इसीलिए रखा गया ताकि आधी आबादी यानी महिलाओं को तकनीकी और आर्थिक रूप से विकसित किया जा सके। इस योजना में ड्रोन समेत पूरे किट के लिए 80 प्रतिशत यानी 8 लाख का अनुदान दिया जा रहा है। वहीं बाकी बचे 2 लाख आपको जीविका समूहों के माध्यम से दिए जायेंगे। पूरे देश में इस वित्तीय वर्ष 2024-25 और अगले वित्तीय वर्ष 2025-26 में 14 हजार 500 समूहों को ड्रोन दीदी योजना से जोड़ने का लक्ष्य है, जिससे विकसित भारत और विकसित बिहार का निर्माण हो सकेगा। राज्य में किसानों के पास पारम्परिक नैपसेक, हैंड रॉकिंग स्प्रेयर इत्यादि छिड़काव यंत्र उपलब्ध हैं। वर्तमान में अति आधुनिक एवं स्वचालित संचालित छिड़काव यंत्र (ड्रोन) का प्रयोग प्रायोगिक तौर पर कृषि विज्ञान केन्द्र एवं अन्य कृषि संस्थानों के द्वारा किया जा रहा है। ड्रोन के उपयोग से कीटनाशी की कम मात्रा के साथ-साथ समय एवं पूँजी की बचत हो रही है, जिससे किसानों की उत्पादकता एवं आय में वृद्वि होगी।श्री पांडेय ने कहा कि इस योजनांतर्गत भारत सरकार द्वारा बिहार राज्य के लिए कुल 201 ड्रोन वितरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पटना में निःशुल्क 15 दिवसीय ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण कराया जाएगा। ड्रोन दीदी योजना के प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन एवं सतत् निगरानी हेतु सचिव, कृषि विभाग की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय कमिटी का गठन किया गया है, जिनके मार्गदर्शन में हीं इस योजना का कार्यान्वयन किया जायेगा।
सचिव, कृषि विभाग, श्री संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि इस साल कृषि विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत् राज्य के सभी 101 अनुमंडलों में एक-एक कृषि ड्रोन की व्यवस्था अनुदानित दर पर की जा रही है। कृषि विभाग के पौधा संरक्षण संभाग द्वारा किसानों को ‘‘पोपुलराइजेसन ऑफ एरियल स्प्रे ऑफ पेस्टीसाइड एण्ड लिक्विड फर्टिलाइजर बाई ड्रोन इन पी0पी0पी0 मोड योजना’’ के अंतर्गत कृषि ड्रोन अनुदानित दर पर उपलब्ध कराया जायेगा।
श्री अग्रवाल ने कहा कि इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान/खेतीबारी कृषि क्लिनिक संस्थापक/कृषि यंत्र बैंक/स्वयं सहायता समूह/अनुज्ञप्तिधारी कीटनाशी विक्रेता/किसान उत्पाद संगठन /स्वयं सेवी संस्था/निजी संस्था/रजिस्टर्ड कम्पनी आदि आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए कृषि यांत्रिकरण योजना के वेबसाईट www.farmech.bih.nic.in पर आवेदन की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है। इस योजना में पारदर्शिता के लिए लाभुकों का चयन लॉटरी के माध्यम से किया जायेगा। इस योजनान्तर्गत ड्रोन के क्रय करने पर सरकार द्वारा 60 प्रतिशत या अधिकतम 3.65 लाख रूपये अनुदान की व्यवस्था की गई है। ड्रोन का क्रय डी0जी0सी0ए0 द्वारा कृषि क्षेत्र में प्रयोग हेतु निबंधित ड्रोन का ही क्रय लाभार्थी द्वारा किया जा सकेगा।
इस अवसर पर विशेष सचिव श्री बीरेन्द्र प्रसाद यादव, कृषि निदेशक श्री नितिन कुमार सिंह, निदेशक उद्यान श्री अभिषेक कुमार, अपर निदेशक (शष्य) श्री धनंजय पति त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक, पौधा संरक्षण श्री प्रमोद कुमार, अन्य पदाधिकारी/वैज्ञानिकगण सहित विभिन्न जिलों के 200 से अधिक जीविका दीदियाँ उपस्थित थे।