40 लोकसभा में हाजीपुर सुरक्षित संसदीय निर्वाचन क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण…
हाजीपुर बिहार के 40 लोकसभा में हाजीपुर सुरक्षित संसदीय निर्वाचन क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है।इस लोकसभा में लालगंज, हाजीपुर, महनार, महुआ, राजापाकर, राघोपुर विधानसभा समाहित है।ऐसे तो यह रामविलास पासवान का गढ़ माना जाता है जहां से श्री पासवान 1977 में पहली बार रिकॉर्ड 4.24 लाख के अंतर से विजय हुए थे।श्री पासवान कुल 8 बार इस क्षेत्र का नेतृत्व कर चुके हैं।पिछले चुनाव में श्री रामविलास पासवान को 454874 मत प्राप्त हुए थे वहीं निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के संजीव प्रसाद टोनी को 229816 मत प्राप्त हुए थे।इस चुनाव में नोटा का प्रयोग 15039 मतदाताओं ने किया था।17वीं लोकसभा में समीकरण बदला हुआ है रामविलास पासवान की जगह पर उनके भाई पशुपति कुमार पारस लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार हैं। वहीं शिवचंद्र राम राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।दसई चौधरी भी एनसीपी के टिकट पर मैदान में है।हाजीपुर संसदीय क्षेत्र के लिए नामांकन के अंतिम दिन तक कुल 27 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था जिसमें 16 उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया और 11 उम्मीदवारों को वैध माना गया।जो पिछले वैध उम्मीदवारों की तुलना में 4 कम है।वैध उम्मीदवारों में 2 महिला प्रत्याशी कुमारी आशिकी जो साथी और आपका फैसला पार्टी एवं सिवानी राष्ट्रीय हिंद सेना से उम्मीदवार हैं। निर्दलीय प्रत्याशियों में राजकुमार पासवान एवं अरविंद पासवान शामिल है।राजकुमार पासवान पिछले लोकसभा में आम आदमी पार्टी के इस संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार रह चुके हैं।
- वैध उम्मीदवारों की सूची:
क्रमांक-नाम-पार्टी-शैक्षणिक योग्यता
पशुपति कुमार पारस-लोक जनशक्ति पार्टी-स्नातक
शिवचंद्र राम-राष्ट्रीय जनता दल-स्नातक
दसई चौधरी-नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी-स्नातक
कुमारी आशिकी-साथी और आपका फैसला पार्टी-एलएलबी
सिवानी कांत-राष्ट्रीय हिंद सेना-स्नातक
6.राज कुमार पासवान-निर्दलीय-मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
जीवस पासवान-सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया-मैट्रिक
राजगीर पासवान-बज्जिकांचल विकास पार्टी-साक्षर
उमेश दास-बहुजन समाज पार्टी-मैट्रिक
10.बलेन्दर दास-जयप्रकाश जनतादल स्नातक
अरविंद पासवान-निर्दलीय-इंटरमीडिए
2014 के लोकसभा चुनाव में देखा जाए तो हाजीपुर विधानसभा में कुल 168060 मत डाले गए थे जो अन्य पांच विधानसभा में डाले गए मत की तुलना में सबसे ज्यादा है।ऐसे भी हाजीपुर मुख्यालय होने के कारण अन्य विधानसभा के मतदाता हाजीपुर के किसी भी घटना से ज्यादा प्रभावित होते हैं।यहां का साक्षरता दर 76.8% है जिससे यह बात स्पष्ट है कि यहां के लोग जाति-धर्म, संप्रदाय से ऊपर उठकर अपना मतदान सिर्फ विकास के लिए करते हैं।सड़क बिजली-पानी रोजगार जैसे मुद्दे पर मतदान होता है। हाजीपुर में दिग्घि रेलवे फाटक बंद होने से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं और आरओबी/आरयूबी की मांग कर रहे हैं जिसका असर चुनाव पर भी पड़ेगा।अब देखना है कि उम्मीदवार जनता को समझाने में कितना सफल हो पाते हैं लेकिन सच्चाई है कि वोट सिर्फ विकास के लिए होगा।
रिपोर्ट-प्रभात रंजन, जिला संवाददाता, वैशाली