विद्यालयो में लगे टाबर टंकी शोभा की बस्तु बनी, बोरिंग नही उगल रहा है पानी, पानी के लिए मचा हाहाकार…
नालन्दा एकंगरसराय प्रखड क्षेत्र के कई विद्यालयो में पेयजल संकट को देखते हुए बिहार सरकार ने ऐसे विद्यालयो में मोटर टंकी लगाने का निर्देश पूर्व में दिया गया था।इसी के तहत संकुल संसाधन केंद्र एकंगरसराय, प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर, पश्चिमी, प्राo विद्यालय छज्जुपुर, प्राथमिक विद्यालय फरकुसराय को चयनित किया गया था।लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा, संकुल संसाधन केंद्र सहित तीन विद्यालय में पीएचईडी, विभाग द्वारा अभिकर्ता के माध्यम से चारो जगहों पर बोरिंग कर विद्यालय के छत पर 500, लीटर का टंकी लगाकर आधे अधूरे काम कर छोड़ दिया गया।न बिजली कनेक्शन की गई और न पानी ही चालू की गई।सिर्फ खानापूर्ती कर पदाधिकारी के मिलीभगत से अभिकर्ता लाखो रुपये का बारा न्यारा किया गया।कई विद्यालय के चापाकल भी महीनों से बिगड़े पड़े हैं,जिससे छात्र छात्राये को पीने के पानी को लेकर घोर संकट उतपन्न हो गई है।इस संबंध में प्रखड शिक्षा पदाधिकारी बैजनाथ चौधरी ने बताया कि सरकारी निर्देशानुसार पीएचईडी, विभाग को जिस विद्यालय में पानी की घोर समस्या है, उसके लिए सरकार ने समरसेबुल व टंकी लगाने का निर्दश दिया था, इसी के तहत संकुल संसाधन केंद्र के अलाबा तीन विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर पक्षमी, छज्जुपुर, फरकुसराय, विद्यालयो का चयन किया गया था।पीएचईड़ी विभाग द्वारा अभिकर्ता बहाल कर चार जगहों पर बोरिंग कर 500 लीटर का टंकी लगाया गया।न बिजली कनेक्शन किया गया।आधे अधूरे कार्य कर छोड़ दिया गया।इस संबंध में बीईओ बैजनाथ चौधरी ने बताया कि इन विद्यालय में पानी का घोर संकट है।विभाग के कार्यपालक अभियंता, कनीय अभियंता से कई बार अधूरे टाबर टंकी को चालू कराने हेतु लिखित व दूरभाष पर बात की गई लेकिन आज तक मोटर चालू नही हो सकी।सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा है।विद्यालयो के प्रधानाध्यापक ने भी विभाग से पानी की घोर किल्लत को देखते हुए टंकी चालू करने की माग की है।इस संबंध में केशोपुर पंचायत के समाजसेवी सचिव नीतीश कुमार ने कहा कि अगर विद्यालयो में तत्काल टंकी चालू नही कराई गई हैं ग्रामीणों के सहयोग से पीएचईडी कार्यालय का घेराव करने का ग्राम वासी मन बना रहे है।
रिपोर्ट-सोनू यादव