पूर्णिया : धमदाहा में हुए 70 लाख लूट की पूरी कहानी पढ़े आखिर कौन था वो मास्टरमाइंड…
साथ गाड़ी में चल रहे मामा ने अपराधी से करवाया लूट, अगर अपने ही इस तरह का दगा करने लगे तो फिर इंसान किस पर करेगा भरोसा…?पूर्णिया धमदाहा थाना क्षेत्र में हुए 70 लाख के लूट की गुत्थी पुलिस से सुलझा ली है।घटना का मास्टरमाइंड गाड़ी में साथ चल रहे ब्यवसाई का मामा ही निकला।ब्यवसाई के मामा ने 33 लाख रुपया देखकर उसके मन मे लालच समा गया था।जिसके बाद भाड़े के अपराधी से उसने यह काम करवाया।पुलिस कप्तान विशाल शर्मा ने बताया कि धमदाहा नहर के पास हुई लूट और गोलीकांड का मास्टर माइंड ब्यवसाई का रिस्ते का मामा ही था।घटना के बाद से ही बराबर वह अपना बयान बदल रहा था।पुलिस को दिग्भर्मित करने के लिए लुटेरे की गाड़ी को लाल रंग तथा गाड़ी में 6 लोग होने की बात कही।जबकि गाड़ी के ड्राइवर ने सिर्फ चार लोग होने की ही बात बताई।इसी बीच घायल ब्यवसाई ने होश आने के बाद अपने भाई को बताया कि गाड़ी में कुल तीन बैग थे।जबकि लुटेरे ने सिर्फ एक बैग ही लुटा था।जैसे ही यह बात ब्यवसाई के भाई को पता वह घटना के सूचक मामा बुद्धदेव साह के पास पहुँचे और दूसरे बैग में रखे पैसे की माँग करने लगे।आरोपी द्वारा नाकर नुकुर करने के बाद उसने पुलिस को सब बता देने की धमकी दी।जिसके बाद 9 लाख का बैग उसे वापस कर दिया गया।पैसा मिलते ही ब्यवसाई के भाई ने पुलिस को सारी बात बता दी।पुलिस ने बिना समय गवाए बुद्धदेव साह को गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार बुद्धदेव साह ने बताया कि उसकी दोस्ती भवानीपुर में ही किराना का ब्यवसाय करने वाले सुबोध अग्रवाल से थी।सुबोध अग्रवाल और घायल ब्यवसाई झकस साह के बीच ब्यवसायिक प्रतिस्पर्धा चलती थी।दोनो ने मिलकर झकस साह को रास्ते से हटाने और पैसा भी लूट लेने का प्लान बनाया।घटना के दिन जैसे ही झकस साह भट्टा एक्सिस बैंक से पैसा निकाला।आरोपी बुद्धदेव साह ने भाड़े के अपराधी को इसकी सूचना दे दी।अपराधी स्कार्पियो से धमदाहा नहर के पास झकस साह को गोली मारकर पैसे से भरा बैग लूट लिया।घटना के बाद आरोपी बुद्धदेव साह ने 4 ब्यवसाई का पैसा लूट होने की बात बताई, लेकिन ऐसा नहीं था सिर्फ झकस साह का ही पैसा लूट हुआ था। घटना के बाद बचे शेष बैग को आरोपी ने स्टॉफ के माध्यम से उसके मालिक सुबोध अग्रवाल के पास भेज दिया। पुलिस ने सुबोध अग्रवाल के घर से 9 लाख 90 हजार का बैग बरामद कर लिया तथा दूसरा 9 लाख रुपया का बैग उसके भाई ने सौप दिया।पुलिस ने जब अन्य ब्यवसाई के बारे में भी जब पूछ ताछ की तो पता चला दो अन्य कोई ब्यवसाई था ही नहीं।कोई गुप्ता जी नाम का एक व्यक्ति जिसका पैसा बीमित था, उसका नाम देकर पैसा इंसोरेन्स कंपनी से वसूलने का भी प्लान था।पुलिस ने उस मामले में सुबोध अग्रवाल और बुद्धदेव साह को गिरफ्तार किया है। फिलहाल कुल 18 लाख 90 हजार पुलिस ने बरामद कर लिया है।गोली मारने वाले अपराधी के धरपकड़ के लिए भी पुलिस प्रयास कर रही है।फिलहाल ब्यवसाई जीवन और मौत के बीच अस्पताल में जूझ रहा है।अगर अपने ही इस तरह का दगा करने लगे तो फिर इंसान किस पर भरोसा करेगा।
रिपोर्ट-धर्मेंद्र सिंह