किशनगंज : जिले मे शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए आयोजित महाअभियान सफल रहा, 11433 वंचित लाभार्थियों को दिया गया टिका।

शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए विभाग कृत संकल्पित : सिविल सर्जन
चुनौतियों को स्वीकार करने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के प्रति आभार : जिलाधिकारी
- कोरोना संक्रमण को जड़ से मिटाने के लिए टीकाकरण जरूरी।
- टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों को ड्यू लिस्ट के आधार पर किया गया टीकाकृत।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण स्तर पर कोविड-19 संक्रमण से सामुदायिक स्तर पर लोगों को सुरक्षित करने के उद्देश्य से शत-प्रतिशत लाभार्थियों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित कराने को लेकर स्थानीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष टीकाकरण के तहत लगातार महाअभियान चलाया जा रहा है। जो शत प्रतिशत सफल रहा खबर लिखे जाने तक 11433 वंचित लाभार्थियों को टिका दिया गया। सभी टिका से वंचित को टीकाकृत करने के उद्देश्य से गुरुवार को जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं विद्यालयों में कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान चलाया गया। इस महाअभियान के दौरान ज़िले में 254 टीकाकरण सत्र स्थल के माध्यम से कुल 262 एएनएम को शामिल करते हुए लाभार्थियों को टीकाकृत किया गया है। जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि ज़िले में स्वास्थ्य विभाग दिन प्रतिदिन अपनी ऊंचाइयों को छूने में लगा है। उपलब्धियां भी हासिल हो रही हैं। चाहे वह किसी भी कार्यक्रम का हो या योजनाओं से संबंधित हो। इन सभी में बेहतरी के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जुटे हुए हैं। फिलवक्त टीकाकरण महाअभियान को ही ले लीजिए। हालांकि इन चुनौतियों से हमारे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी या कर्मी डरने वाले नहीं हैं। क्योंकि कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण ही सबसे ज़्यादा प्रभावी एवं कारगर उपाय है। इसी की बदौलत घातक संक्रमण महामारी से सुरक्षा संभव है। इन चुनौतियों को स्वीकार करने वालों में एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, डेटा ऑपरेटर सहित अन्य सहयोगी संस्थाओं का भी काफ़ी सहयोग मिला है। मैं सभी जिले वासियों से ससमय आवश्यक टीका लगवाने की अपील करता हु जिससे हम सभी संक्रमण से सुरक्षित रह पाए। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों से अपील की जाती है कि जिन्होंने अभी तक कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए टीके की कोई डोज़ किसी कारणवश नहीं ली है वे लोग अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों या टीकाकरण सत्र स्थलों पर जाकर अपना टीकाकरण आवश्यक रूप से कराएं। ताकि कोरोना संक्रमण को जड़ से मिटाया जा सके। क्योंकि टीकाकरण ही एक ऐसा हथियार है जिससे बचाव किया जा सकता है। तभी आपका परिवार या समाज सुरक्षित रहेगा। पहला डोज प्राप्त कर चुके लोग नियत समय पर दूसरी डोज लें। जबकिं दूसरी डोज ले चुके लाभार्थी अपने नियत समय पूरे होने के छः महीने बाद बूस्टर डोज़ लेना नहीं भूलें। टीकाकरण की सफलता के लिए जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी को अनुश्रवण के लिए प्रतिनियुक्ति की गई थी वही सभी प्रखंडों मैं कॉल सेंटर भी बनाया गया था जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लाभुकों का टीकाकरण किया जा सके जिसका सफल परिणाम मिला है।जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि ज़िले के 254 टीकाकरण सत्र स्थलों पर सुबह से ही टीकाकरण कार्य शुरू कर दिया गया था। जिस कारण विभिन्न स्कूलों में बनाए गए सत्र स्थलों पर युवक एवं युवतियों की भीड़ देखी गई। हालांकि स्वास्थ्य केंद्रों पर बनाए गए केंद्रों पर भी चुनाव में मतदान करने जैसा माहौल बना हुआ था। टीकाकरण महाअभियान के दौरान 12 से 14 आयुवर्ग एवं 15 से 17 आयुवर्ग के किशोर एवं किशोरियों तथा 18 आयुवर्ष से ऊपर के लाभार्थियों को प्रथम, द्वितीय एवं बूस्टर डोज दी गयी हैं। हालांकि 12 से 14 आयुवर्ग के छात्र-छात्राओं को कोरोना टीका देने के लिए ज़िले के 175 स्कूलों में विशेष रूप से टीकाकरण केंद्र बनाया गया था। कोरोना टीकाकरण से वंचित किशोर एवं किशोरियों को स्कूल के प्राचार्यो द्वारा चिह्नित कर टीके की पहली एवं दूसरी डोज़ दी गई।