मुझे नहीं, जांच थी क्वारंटाइन:-एसपी तिवारी

पटना/श्रीधर पांडेय, जिसके इरादे बुलंद हो, जिसके कार्य मे ईमानदारी एवं कर्मठता झलकता हो, जो 24 घण्टे आवाम की सुरक्षा के लिए जगता हो, जो अपराधियों के लिए काल हो, वैसे ही आईपीएस अपने समाज की रक्षा के लिए एक विशिष्ट पहचान रखता हैं।ऐसे ही एक शख्स आज सुर्खियों में हैं और वो नाम हैं 2015 बैच के आईपीएस, उत्तरप्रदेश के ललितपुर के मूल निवासी, बिहार कैडर विनय तिवारी का।अपने ट्रेनिंग काल से बेहतरीन पुलिसिंग के लिए चर्चित रहे विनय तिवारी सहायक पुलिस अधीक्षक गोपालगंज के रूप में अपराध एवं अपराधियों के लिए काल रहे तो वहीं मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण महत्वकांक्षी योजना शराबबंदी की धज्जियां उड़ाने वाले शराब माफियाओं के नेटवर्क का कमर तोड़ने में सफल रहे।बिहार सरकार ने मधनिषेध दिवस के उपलक्ष्य में बिहार के 2 आईपीएस को सम्मानित किया था, जिनमे से एक विनय तिवारी भी थे।गोपालगंज में बेहतरीन पुलिसिंग को देखते हुए राजधानी पटना के सेंट्रल एसपी का जिम्मा विनय तिवारी मिला। चुनौतियों को स्वीकार करना और उसके प्रति वफादारी से कार्य करना, के साथ साथ नित्य नए प्रयोग से सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था का माहौल तैयार करना श्री तिवारी का मुख्य लक्ष्य रहा हैं।इसी विलक्षण प्रतिभा की वजह से यह अपराधियों के लिए काल बने हुए हैं और सरकार के लिए आंख का तारा।सुशांत केश में जब पटना पुलिस मुंबई में बिना किसी प्रशासनिक सहयोग के अपनी कर्मठता, दक्षता, योग्यता एवं अनुभव के दम पर सबूतो को जुटा रही थी, उसकी मोनिटरिंग करने के लिए जैसे ही आईपीएस विनय तिवारी का नाम आया, लोगो मे विश्वास पैदा हो गई कि जल्द ही इस केश से सम्बंधित कुछ साक्ष्य बाहर आएंगे।हलांकि मुंबई पहुँचते ही मुंबई सरकार के आदेश पर आईपीएस विनय तिवारी को एक षड्यंत्र के तहत हाउस अरेस्ट कर लिया गया।बिहार के मुखिया, बिहार पुलिस के मुखिया सहित बिहार के लोगो एवं सुशांत के चाहने वाले लोगो ने जमकर इसका विरोध किया।बिहार सरकार ने मामले को सीबीआई में देने की अपील की एवं फिलवक्त मामला सीबीआई के हाथों में हैं।साथ ही साथ शुक्रवार की सुबह बड़ी खबर आई।आखिरकार मुंबई में आईपीएस अधिकारी और पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी के क्वारंटीन के मामले का पटाक्षेप हो गया है।विनय तिवारी शुक्रवार को शाम में पटना लौट आए।बिहार के पुलिस कप्तान गुप्तेश्वर पांडेय ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट कर कहा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी के बाद बिहार के पुलिस मुख्यालय ने BMC के आयुक्त को दुबारा पत्र लिखकर अपने आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को मुक्त करने के लिए कल अनुरोध किया था जिसे स्वीकार करते हुए श्री तिवारी को मुक्त किया गया है।पटना के लिए रवाना होते समय एसपी विनय तिवारी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मुंबई में मुझे नहीं बल्कि सुशांत के केश की जांच को क्वारंटाइन कर दिया था।