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चार लड़कों ने दिया रेप को अंजाम, विशेष टीम बनाकर पुलिस ने चारों आरोपितों को किया गिरफ्तार, डीजीपी एवं एसएसपी हुए सख्त कहा लीपापोती करने वालो पर भी होगी कारवाई, पूरा बिहार हुआ शर्मसार…

वह महाअष्टमी का दिन था।तारीख 28 सितंबर जिला-मुजफ्फरपुर,प्रखंड कटरा थानाक्षेत्र का एक गांव,गांव के आस-पास दुर्गापूजा का असीम उत्साह, उमंग और हर्षोल्लास मेले में घुमने निकली थी अपने पापा की प्यारी 14 वर्षीय एक बेटी जी हां,बेटी। नवरात्र में पूजी जाने वाली बेटी।पूरे समाज की बेटी।सबकी बेटी।उसे अधिकार है,मेला देखने का।उसे अधिकार है खुलकर दुर्गापूजा घुमने का।उसे अधिकार है,अपने घर देर शाम को मेला देखकर लौटने का।वह लोक कल्याणकारी राज्य की नागरिक और आजाद देश की बेटी है।उसे पता है,उसके यहां बेटियां पूजी जाती हैं।उसे मालूम है,उसके समाज में नवरात्र में कुंआरी पूजन होता है।उसे किस बात का डर।उसे किस बात का भय।वह लौट रही थी मेला देखकर।आस-आस के इलाकों सहित पूरे बिहार की फिजां में या

देवी सर्वभूतेषु सरस्वती, लक्ष्मी, देवी, मां रूपेण संस्थिता, नमस्तैस्य, नमस्तैस्य, नमस्तैस्य के मंत्र गूंज रहे थे।भक्ति, आस्था, विश्वास और देवी पूजन के इसी माहौल में वह बिल्कुल निश्चिंत होकर अपने घर लौट रही थी।उसके क्या पता था, रास्ते में उसके ही गांव के हैवान खड़े हैं।घर जा रही उस 14 वर्षीय लड़की को उन हैवानों ने पकड़ लिया।जमीन पर गिराया और उसके साथ बारी-बारी से रेप करने लगे।इस दौरान वह भैया-भैया कहकर चीखती रही।वह वीडियो में कह रही है, हो भइया, वो भइया, ऐ भइया।उसे ऐसा लग रहा था,भाई और बहन के पवित्र बंधन की दुहाई देकर वह अपनी अस्मत बचा लेगी।उसे क्या पता था,यह दरिंदे उसे छोड़ने वाले नहीं हैं। दरिंदों ने उसकी अस्मत लूटी और उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।घटना के बाद का सबसे खतरनाक और शर्मसार कर देने वाला एक और सामाजिक पहलू देखिए,जिसके बारे में जानकर आप कहेंगे,आखिर कैसी अाराधना।कैसी बेटियों की पूजा।इस घटना के बाद आरोपितों ने पीड़िता का मुंह बंद करने के लिए 500 रुपये देने की पेशकश की और पीड़ित परिवार का मुंह बंद रखने के लिए पंचायत में ही मामले को सुलझा लेने का प्रस्ताव दिया।आपको बताते चले की बिहार के मुजफ्फरपुर में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली गैंगरेप की घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।दुर्गा पूजा का मेला देखकर घर लौट रही नाबालिग के साथ गांव के ही चार युवकों ने गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया था और उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था।पुलिस ने इस मामले में आरोपित अनीश,रोशन, गगन और सचिन को गिरफ्तार कर लिया है। चारों के गिरफ्तारी की पुष्टि बिहार के पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर ने की है।घटना 28 सितंबर की है।जानकारी के मुताबिक इस घटना के बाद गांव में मामले को दबाने के लिए पंचायत भी बुलायी गयी थी,घटना के बाद से आरोपित युवक पीड़िता के परिवार को धमका भी रहे थे।एसएसपी ने मीडिया को बताया था कि काफी समझाने बुझाने के बाद पीड़ित परिवार प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए तैयार हुआ।एसएसपी ने बताया कि विशेष टीम का गठन कर तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है,जबकि चौथे रौशन को अहियापुर थाना इलाके से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया।इससे पूर्व इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार ने आज बताया कि इस मामले में कटरा थाना में कल रात प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी थी।उन्होंने बताया था कि इस मामले में कुल सात लोगों,दुष्कर्म करने वाले चार युवाओं के साथ तीन अन्य व्यक्ति पर मामले की लीपापोती करने का आरोप है। इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। यह वारदात गत शनिवार की रात्रि में एक 14 वर्षीय किशोरी के साथ दशहरा मेले से अपने रिश्तेदार के घर लौटने के क्रम में कटरा थाना के नवादा गांव में घटी। आरोपी युवाओं ने उक्त किशोरी 

को जबरन एकांत स्थान में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसका वीडियो लेकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार ने इस मामले में पुलिस पर त्वरित कार्रवाई नहीं करने के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि वारदात के बाद पीड़िता के परिजन मामले को गांव की पंचायत के समक्ष ले गये पर पुलिस द्वारा समझाने पर उन्होंने बीती रात्रि प्राथमिकी दर्ज करायी।उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कराने के 24 घंटे के भीतर पीड़िता की मेडिकल जांच के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।गौर करे की आठ सेकेंड के उस वीडियो में दरिंदे के चंगुल में छटपटा रही लड़की भैया-भैया कहकर छोड़ने की अपीलकर रही है और वहशी उसे छोड़ने को तैयार नहीं हैं।ऐसे मामलों को दबाने वाले लोग क्या समाज के सबसे बड़े शर्मनाक कीड़े नहीं हैं ? क्या इनका समाज में रहना काफी घातक नहीं है ? पीड़िता की आवाज को दबाकर उन्होंने गैंगरेप से भी बड़े गुनाह को अंजाम दिया है।पीड़िता देर रात तक अंधेरे पड़े चौर में बेहोश पड़ी रही।चारों ओर से महाअष्टमी के देवी गीत गूंज रहे थे।चौर में सिसकती बेटी अपने पैरों पर खड़े होने का प्रयास कर रही थी।उसकी अस्मत लूट चुकी थी।उसका सबकुछ उजड़ चुका था।पीड़िता की भाभी के बयान की मानें,तो वह दरिंदगी की एक अलग ही कहानी बयां कर रही है।उसका कहना है कि घटना के दिन मेला से लौटते वक्त दो लोगों ने सबसे पहले उसकी ननद को उठाकर ले गये और एक दबंग घर ले जाकर उसके साथ बुरा काम किया।फिर,उसे घर छोड़ने के बहाने चार युवकों ने चौर में ले जाकर उसके साथ गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया।उसके बाद जैसे-तैसे वह अपने घर पहुंची।अस्मत लूट चुकी थी।पूजा पंडालों में देर रात का हवन चल रहा था।मंत्र गूंज रहे थे,लेकिन कही सन्नाटा पसरा था।जी हां,उस बेटी के दिल में,मन में,आत्मा में सन्नाटा।एक ऐसा सन्नाटा,जो उसे जीवन भर हर सांस से पहले यह एहसास दिलाएगा।कुंवारी पूजन झूठ है।यह पूजा और उत्सव झूठ है।तुम्हारी अस्मत का लूटना ही एक कड़वा सच है।आप को बताते चले की आठ सेकेंड के उस वीडियो को देख कर उन हस्तियों की रूह 

कांप जायेगी,जिनके हाथों में सिस्टम ने समाज के साथ आम लोगों के रक्षा की जिम्मेदारी दी है।मामले पर पटना में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी,लेकिन समाज कल्याण मंत्री मंजु वर्मा ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को इस वारदात से अवगत कराया है और सरकार द्वारा कार्रवाई की जा रही है।भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने इस वारदात की भर्त्सना करते हुए वादा किया कि सरकार आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या सुषमा साहू ने इस वारदात पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि आयोग पीड़िता के समर्थन में हस्तक्षेप करेगी।बिहार के पुलिस महानिदेशक पी के ठाकुर ने कहा कि इस मामले के आरोपितों का स्पीडी ट्रायल कर दोषियों को सजा दिलवायी जायेगी।जैसा की हमेशा होता है,मामला जब लोगों के सामने आया,तो सियासत भी अपने रौ में आ गयी,बिहार की राजग सरकार पर प्रहार करते हुए प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने प्रदेश के कई भागों से इस तरह की वारदात की रिपोर्ट है,पर सरकार कान में तेल डालकर सो रही है।गौर करे की हर साल की भांति इस साल भी,नहीं नुकसान पहुंचाने वाला रावण और उसके पुतले जले।लोगों ने तालियां बजायी और नवरात्र संपन्न हुआ।रावण का जलना,तालियों का बजना यह बुराई पर अच्छाई के विजय का प्रतीक नहीं।वर्तमान में समाज में खुले घूम रहे उन रावणों की तालियां हैं,जो पुतले वाले रावण के जल जाने के बाद खुशियां मनाते हैं।समाज के अंदर और सिस्टम के भीतर आज भी रावण मौजूद हैं।वह खुले घूमते हैं,उन्हें दर्द का एहसास नहीं।उन्हें बेटियों की अस्मत का ख्याल नहीं।मुजफ्फरपुर की घटना और वायरल हुए वीडियो ने दरिंदगी और वहशीपन की सारी सीमा को तोड़कर रख दिया है।उम्मीद अब कानून और कोर्ट से है,जो इन वहशियों को ऐसी सजा दे,जो फिर किसी बेटी के साथ ऐसा घिनौना मजाक नहीं कर सकें।

रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर/खबर एक्सप्रेस से/सोशल मिडिया से…

पंच ने चारों आरोपितों को किया था बेनकाब,घटना से गांव में दहशत महिलाएं खौफजद, किशोरी बोली-अनीस ने किया था रेप लोग बोले-इस तरह की घटनाएं मर्माहत करने वाली हैं…अप-डेट:-06.09.2017

कटरा गैंग रेप मामले को दबाने के लिए नवादा गांव में पंचायती कर 500 रुपए में सौदा तय करने वाले तीनों फरार पंचों के घर की कुर्की होगी।पुलिस इसकी कवायद में जुट गई है।कटरा थानेदार रतन कुमार ने बताया कि पंचायती में मामले को दबाने का प्रयास करने वाले नवादा के सौरभ कुमार, रविशेखर और बीर विक्रम सिंह उर्फ गब्बर के विरुद्ध शुक्रवार को पॉक्सो कोर्ट से कुर्की का आदेश लिया जाएगा।गैंग रेप को अंजाम देने वाले चारों आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद भी नामजद किए गए तीनों लगातार गांव में दिखते रहे।इन तीनों के इशारे पर उस खेत को भी जोता गया,जिसमें किशोरी के साथ गैंगरेप की घटना हुई थी।पुलिस ने तीनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने के साथ ही हाजिर होने के लिए सामाजिक दबाव भी डलवाया।लेकिन,तीनों हाजिर नहीं हो रहे।इसको देखते हुए पुलिस अब इनके घर की कुर्की का आदेश कोर्ट से मांगेगी।इसके अलावा पंचायती में शामिल छह अन्य लोगों का नाम भी सामने आया है जिन्होंने आरोपितों का पक्ष लिया था।इन सभी का सत्यापन किया जा रहा है।सत्यापन में पुष्टि होने के बाद इनकी भी गिरफ्तारी होगी।दूसरे गांव की होने के कारण पीड़िता गैंगरेप को अंजाम देने वाले आरोपितों का नाम नहीं जानती थी।घटना के अगले दिन जब उसने परिजनों को रेप की बात बताई, जिसके बाद बात गांव में फैल गई।तब पंच लालबाबू ने ही चारों आरोपित युवकों को सामने लाया।उन्होंने घटना की शाम किशोरी के पीछे चारों आरोपितों को देखा था।पंचायती के जरिए मामले को दबाने के प्रयास की जानकारी भी लालबाबू और उपसरपंच ने पुलिस तक पहुंचाई थी।कटरा गैंगरेप की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है।एक सप्ताह बाद भी खौफ का मंजर कायम है।बिहार महिला समाज की राज्यस्तरीय टीम ने गुरुवार को पीड़िता के परिजनों से मिलकर न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करने का आश्वासन दिया। जिला सचिव इंदु सिंह ने कहा कि आरोपितों को संरक्षण देने का आरोपी वीर विक्रम सिंह पीड़िता के परिजनों को केस वापस लेने के लिए धमकी दे रहा है।महिलाएं खौफजदा हैं, गांव के लोग सहमे हुए हैं।लेकिन, प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है।स्पीडी ट्रायल चला कर दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए।पीड़िता ने महिला थानेदार को दोबारा दिए बयान में अनीस द्वारा रेप किए जाने की पुष्टि की है।साथ ही उसने अन्य दो युवकों के द्वारा वीडियो बनाने की भी पुष्टि कर दी।किशोरी के पुन: बयान की कॉपी कटरा थानेदार कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे।गैंगरेप के मामले को पंचायती से दबाने व पीड़िता के रिश्तेदारों को थाने जाने से रोकने का प्रयास करने वाले तीनों फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए गुरुवार को उनके घरों पर छापेमारी की गई।लेकिन, भाग गए।अब तीनों के घर की कुर्की की कवायद शुरू कर दी गई है।दैनिक रेल यात्री संघ के अध्यक्ष केपी सिंह ने कहा कि रेप की घटनाएं केवल कानून लागू होने से बंद नहीं होंगी।जब तक लोग शिक्षित व जागरूक नहीं होंगे। तब तक रेप व अन्य जघन्य अपराधों पर काबू नहीं पाया जा सकता।बाबा गरीबनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित विनय पाठक ने कहा कि मोबाइल पर पॉर्न फिल्में व दृश्य देखने से लोगों के मन में विकृति आ गई है,जिस कारण गैंगरेप व अापराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं।पहले के जमाने में गांव-गांव में धार्मिक मंचन और चौपाल लगाकर लोगों को धार्मिक बातें सुनाई-दिखाई जाती थीं।अब यह खत्म हो चुका है।सदर अस्पताल के साइक्लॉजिस्ट मीनाक्षी कुमार ने कहा कि गैंग रेप जैसी घटनाओं में शामिल लोग साइको पैथ से ग्रसित होते हैं।ऐसे युवक अपने दायरे को नहीं समझते हैं।इन्हें कानून व समाज का भय नहीं होता।परवरिश में त्रुटि के कारण उनका व्यक्तित्व निर्माण नहीं हो पाता।इस कारण वे सही व गलत में अंतर नहीं समझ पाते हैं।साहित्यकार डॉक्टर संजय पंकज ने कहा कि इस तरह की घटनाओं के लिए परिवार, समाज व वर्तमान शिक्षा प्रणाली जिम्मेवार है।मोबाइल,वॉट्सअप व फेसबुक पर बच्चे क्या देख रहे हैं, इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।दिशा भटक चुके ऐसे ही लोग रेप व अपराध की घटनाओं को अंजाम देते हैं।रोटरी आम्रपाली के निदेशक एचएल गुप्ता ने बताया कि बलात्कार की घटना समाज को काफी मर्माहत करता है।इसे रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाना होगा। ऐसे दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए।सिविल कोर्ट के वकील शरद सिन्हा ने कहा कि रेप की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।समाज गलत दिशा में जा रहा है।ऐसी घटनाओं से लड़के-लड़कियों पर बुरा असर पड़ता है।उन्होंने अधिवक्ताओं से ऐसे जघन्य अपराध के आरोपियों का केस नहीं लड़ने की अपील की।

रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर

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