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शिक्षकों की नियुक्ति का एकमात्र श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच को – विजय कुमार चैधरी

जनता को बताने लायक विपक्ष के पास अपनी कोई उपलब्धि नहीं -विजय कुमार चैधरी

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/रविवार को जद(यू0) प्रदेश कार्यालय, पटना में पार्टी के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा की उपस्थिति में माननीय जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनता दल सहित तमाम विपक्षी पार्टियां अकारण ही नीतीश सरकार की उपलब्धियों का श्रेय हड़पने की कोशिश कर रही है।

श्री विजय कुमार चैधरी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से योग्य शिक्षकों की नियुक्त का निर्णय माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निर्देशानुसार वर्ष 2021 के अगस्त माह में लिया गया था। वहीं, श्री नीतीश कुमार ने राजद को वर्ष 2022 के अगस्त में सरकार में शामिल होने का मौका दिया इसलिए पुरानी सरकार में लिए गए निर्णयों पर राजद की ओर से श्रेय लूटने की नाकाम कोशिश हास्यास्पद और निंदनीय है।

उन्होंने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा हेडमास्टरों की नियुक्ति का पहला विज्ञापन वर्ष 2022 के मार्च महीने में जारी हुआ और उस दौरान भी बिहार में एनडीए की सरकार थी। साथ ही अगस्त में नई सरकार बनने के पहले उसके नतीजे भी आ गए थे परंतु नियुक्ति पत्र का वितरण नई सरकार गठन के बाद हुआ था। उन्होंने कहा कि सभी पंचायतों में प्लस टू विद्यालय खोलने का फैसला भी एनडीए की सरकार में लिया गया था।

श्री विजय कुमार चैधरी ने कहा कि विपक्ष के पास जनता को बताने लायक अपना कोई काम नहीं है। वहीं, श्री नीतीश कुमार की उपलब्धियां आज बिहार के हर हिस्से में पसरी हुई है। चूँकि विपक्ष हमारी उपलब्धियों को नकारने की हिम्मत नहीं कर सकता है इसलिए घुसपैठ कर श्रेय लेने की कोशिश में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में हो रही शिक्षकों की नियुक्ति का एकमात्र श्रेय माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के दूरदर्शी सोच को जाता है। बिहार की होशियार और समझदार जनता विपक्ष के भ्रमजाल में कभी नहीं फंसेगी।

 

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