ताजा खबर

*कृषि यंत्र बैंक के लिए अनुदानित दर पर दिये जाने वाले ट्रैक्टर का उपयोग केवल कृषि कार्य में हो*विजय कुमार सिन्हा*

श्रीधर पांडे/माननीय उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार श्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा अपने कार्यालय कक्ष कृषि भवन, मीठापुर, पटना में कृषि यांत्रिकीकरण योजना की समीक्षा किया गया। इस समीक्षा बैठक में सचिव, कृषि विभाग, बिहार श्री संजय कुमार अग्रवाल, विशेष सचिव डॉ॰ विरेन्द्र प्रसाद यादव, कृषि निदेशक श्री नितिन कुमार सिंह, कृषि यांत्रिकीकरण योजना के नोडल पदाधिकारी श्री आलोक कुमार सिंह सहित विभाग के वरीय पदाधिकारियों ने भाग लिया।
माननीय उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री ने निदेश दिया कि अब तक कृषि यंत्र बैंकों को उपलब्ध कराये गये ट्रैक्टर पर ‘‘ कृषि विभाग द्वारा प्रदत्त’’ अंकित कराया जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि विभाग से जुड़ी अनुदान योजनाओं में नए लाभार्थियों को वरीयता देने की भी व्यवस्था होनी चाहिए ।
उन्होंने कहा कि राज्य में खाद्यान्न फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने में कृषि के विभिन्न कार्यों यथा बुआई, जुताई, कटाई एवं घुनाई/दौनी के कार्यों में उपयोग होने वाले यंत्रों का महत्वपूर्ण योगदान है। कृषि विभाग द्वारा राज्य योजना एवं केन्द्र प्रायोजित योजना के माध्यम से 75 विभिन्न प्रकार के यंत्रों पर अनुदान की व्यवस्था है। सरकार द्वारा कृषि यंत्र बैंकों में किसानों को ट्रैक्टर के साथ बुआई, जुताई, कटाई एवं घुनाई/दौनी कार्यों से संबंधित एक-एक यंत्र लेना अनिवार्य है।
माननीय उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि यांत्रिकीकरण योजना अंतर्गत पंजीकृत कृषि यंत्र निर्माता, विक्रेता की सूचीबद्धता की एक बार पुनः समीक्षा कर सरलता, सुगमता तथा पारदर्शिता के साथ निबंधन किया जाये। साथ ही, अगर किसानों के द्वारा किसी नये उपयोगी यंत्र की माँग के आधार पर यांत्रिकीकरण योजना में शामिल किया जाये तथा अनुपयोगी यंत्र को सूची से बाहर करने की कार्रवाई की जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान अपनी शिकायत, सुझाव और समस्याओं से विभाग को अवगत करा सकते हैं । कृषि क्षेत्र में राजस्व और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए विभाग तत्परता के साथ उन शिकायत और समस्या का निराकरण तथा उपयोगी सुझावों का अनुपालन सुनिश्चित करेगा ।
श्री सिन्हा ने कहा कि किसानों को सूचना तंत्र के हर माध्यम से कृषि यांत्रिकीकरण की योजना में सरकार द्वारा सुलभ कराये जा रहे अनुदान तथा यंत्रों की उपयोगिता के बारे में प्रचार-प्रसार किया जाये।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button