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किशनगंज : भारत-नेपाल बॉर्डर पर पकड़ी गई महिला ISI एजेंट सोशल मीडिया पर फरीदा नाम से फेसबुक पेज और सना नाम से बना रखा है यूट्यूब चैनल।

कई पेज बनाकर खुद को बताया सोशल मीडिया पर सिंगर और डांसर।

  • दिल्ली के नोएडा में रखा है सामान, 2019 में पकड़ाई थी उत्तराखंड से, अब 2022 में पकड़ाई किशनगंज के गलगलिया भारत नेपाल-बॉर्डर से।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले के गलगलिया भारत-नेपाल बॉर्डर पर पकड़ी गई संदिग्ध महिला फरीदा मलिक पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए मुखबिरी करने का आरोप लग रहा है। इस काम में कई लोग इसकी मदद कर रहे हैं। वो मददगार बाहर नहीं, बल्कि देश के अंदर ही मौजूद हैं। इससे पहले 2019 में ठीक इसी तरह फरीदा को उत्तराखंड से भी पकड़ा गया था। बिहार ATS और देश की खुफिया एजेंसी की टीम इस मामले में अपनी जांच पड़ताल कर रही है। जेल में बंद फरीदा मलिक से पूछताछ भी हुई है। सूत्रों के जरिए जो जानकारी हासिल हुई है, उसमें दो बड़े आधार के जरिए इन बातों को माना जा रहा है। पहला आधार यह है कि वीजा खत्म होने के बाद भी फरीदा मलिक लगातार भारत में रह रही थी। दूसरा आधार यह है कि नोएडा में एक ठिकाने पर इसका सामान रखा है। वो सामान क्या है ? जिस जगह पर रखा है, वो ठिकाना किसका है ? देश के अंदर कौन लोग इसकी मदद कर रहे हैं ? इसके कितने कॉन्टेक्ट हैं ? किससे मिलने आती थी ? भारत में इससे जुड़े लोगों की क्या गतिविधि है ? ये सवाल जांच एजेंसियों के सामने भी घूम रहे हैं। गौरतलब हो कि भारत में अवैध तरीके से बिना वीजा के प्रवेश पर गिरफ्तार पाकिस्तानी मूल की अमेरिकन महिला फरीदा मल्लिक उर्फ सना मलिक उर्फ सना अख्तर का भारत और नेपाल आना जाना लगा रहता था। महिला म्यूजिक और डांस से नाता रखकर भारत में कई सोशल मीडिया पेज को संचालित कर रही थी। वहीं इस महिला ने फरीदा और सना नाम से यूट्यूब चैनल भी बना रखा था। आखिर उसका भारत में अवैध तरीके से पहुंचकर गीत-संगीत और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ने का क्या उद्देश्य था ? यह अब तक राज बना हुआ है। धीरे-धीरे भारत में उसके कारनामे खुलकर सामने आ रहे हैं। उसका फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल सामने आने के बाद यह बात सामने आई है कि वह यहां पर अपने आप को अदाकार के रूप में यहां प्रस्तुत करती थी। उसके फेसबुक प्रोफाइल और पेज से ज्ञात होता है कि वो नेपाल के किसी रेडियो स्टेशन के स्टूडियो में वे इंटरव्यू देती नजर आ रही है, तो कभी किसी जगह संगीत पर थिरकते हुए दिख रही है। सोशल मीडिया पेज पर वह अपने फ्रैंड को काफी तवज्जो देती थी। फरीदा मलिक लाइव इन इंडिया न्यूज के नाम से उसने एक पेज बना रखा था। इससे प्रतीत होता है कि वे खुद को मीडिया रिप्रजेंटेटिव के रूप में भी प्रस्तुत करती थी। इसके अलावा ‘फरीदा मलिक नाइटेंगल सिंगर’ के नाम से पेज बना कर कई फोटो और वीडियो शेयर करती थी। हालांकि उसके कुछ वीडियो में उसने उत्तराखंड को पसंदीदा राज्य बताया है। वहीं कहीं डांसिंग क्वीन होने का खिताब भी दिख रहा है। आखिर दो नाम से भारत में बिना वीजा के घूम रही और भारत-नेपाल की यात्रा कर रही फरीदा मलिक उर्फ सना अख्तर का राज क्या है, ल ? यह सघन जांच के बाद ही सामने आ पाएगा। इंटरनेट मीडिया पर बने उसके पेज और प्रोफाइल पर की गई पोस्ट से प्रतीत होता है कि वो अधिकतर उत्तराखंड और नोएडा में रहती थी। गौरतलब हो कि वे 01 नवंबर को भारत-नेपाल के किशनगंज जिला के भातगांव बार्डर पर अवैध रूप से नेपाल में प्रवेश के दौरान गिरफ्तार की गई थी। उसके बाद उसपर प्राथमिकी दर्ज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। मामले में स्थानीय पुलिस सहित कई जांच एजेंसियां जांच में जुट गई हैं। जांच एजेंसियों की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि नाम बदलने में माहिर फरीदा मलिक ने साइबर सिक्योरिटी में इंजीनियरिंग कर रखा है। साथ ही ये लोगों को मोटिवेट करने का दावा करती है। वीडियो भी सामने आए हैं। लेकिन, जांच एजेंसी की मानें तो यह सब एक दिखावा है। यह सिर्फ पकड़े जाने पर जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए है। नेपाल के रास्ते कई बार भारत आई यह महिला जांच एजेंसियों के लिए अब भी पूरी तरह से संदिग्ध है। फरीदा मलिक के नाम वाला अमेरिका से बने पासपोर्ट और भारत के अंदर सना अख्तर के नाम से मिले कई बोर्डिंग पास ने महिला की असलियत पर संशय बरकरार रखा है। भले ही इसने पाकिस्तान की नागरिकता को छोड़ने का प्रमाण पत्र जांच एजेंसियों के सामने रखा, पर जिस तरह से भारत और नेपाल को अपना ठिकाना बना रखा है इससे कई सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि, यह बात सामने आई है कि यह संदिग्ध महिला कई दफे नेपाल से भारत आई। यहां रही। देश के कई हिस्सों में घूमी। फिर कभी उत्तराखंड तो कभी बिहार के रास्ते वापस नेपाल चली गई। जिस तरह से यह बगैर वीजा के नेपाल जाते वक्त 1 नवंबर को किशनगंज जिले के गलगलिया में SSB के द्वारा पकड़ी गई। ठीक इसी तरह से उत्तराखंड में भी 2019 में इस महिला को पकड़ा गया था। उस वक्त इसे 4 साल की सजा हुई थी। पर 11 महीने में जेल से छूट गई थी। जांच एजेंसियों के सामने एक और महत्वपूर्ण बात सामने आई है। इदरीस नामक शख्स है, जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हैंडलर बताया जाता है। दावा ये किया जा रहा है कि बिहार के किशनगंज के जेल में बंद इस संदिग्ध महिला का उससे कनेक्शन है। इसने ही फरीदा मलिक के भारत आने में मदद की थी। अब इन दोनों के बीच के कनेक्शन को भी खंगाला जा रहा है। साथ ही इनके मोटिव को जानने की भी कवायद की जा रही है। कई ऐसे प्वाइंट हैं, जिसकी जांच की जा रही है।

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