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किशनगंज : 20 जुलाई को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का होगा सामाजिक अंकेक्षण।

सफलता को लेकर आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगाएं गये है पोस्टर-बैनर, आईसीडीएस निदेशक ने दिये आवश्यक निर्देश, जीविका का मिलेगा सहयोग।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, समेकित बाल विकास सेवा आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा दी जाने वाली सभी सेवाओं को प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए वर्ष में दो बार 20 जून एवं 20 दिसम्बर को सामाजिक अंकेक्षण (सोशल ऑडिट) कार्यक्रम किया जाता है। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 20 जून को सोशल ऑडिट संबंधी कार्य किया जाना था किन्तु पल्स पोलियो कार्यक्रम के कारण विभागीय आदेश के आलोक में यह कार्यक्रम 20 जुलाई को किया जा रहा है। सोशल ऑडिटिंग की मदद से आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा दी जाने वाली सभी सेवाओं को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए सामाजिक अंकेक्षण समिति में समुदाय आधारित संस्था व स्वयं सहायता समूह के सदस्य की भागीदारी भी सुनिश्चित की जायेगी। इस कार्य को सुनिश्चित कराने को ले आईसीडीएस के निदेशक ने एक पत्र जारी कर डीपीओ एवं सीडीपीओ को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही डीएम को भी जारी किए पत्र की प्रतिलिपि भेजी गयी है। आईसीडीएस के राष्टीय पोषण अभियान के जिला समन्वयक मंजूर आलम ने बताया की सामाजिक अंकेक्षण कार्य की सफलता को ले आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले के सभी सीडीपीओ को विभागीय निर्देश के आलोक में कार्यालय से आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही अपने-अपने प्रखंड के सभी सेविकाओं को भी व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराने के लिए सीडीपीओ को कहा गया है ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसकी जानकारी मिल सके और वह निर्धारित तिथि व समय पर आंगनबाड़ी केंद्र पर उपस्थित होकर सरकार की योजना से अवगत हो सकें। सरकार द्वारा निर्देश के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों का सामाजिक अंकेक्षण स्थानीय केंद्र अथवा उसके नजदीक किसी सार्वजनिक स्थल पर कराया जाएगा एवं इस दौरान उस केंद्र पर गठित सामाजिक अंकेक्षण समिति के सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य रहेगी। 20 जुलाई को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सामाजिक अंकेक्षण (सोशल ऑडिट ) कार्य होगा। इसके साथ ही पंचायत के विकास मित्र, पंचायत सचिव एवं संबंधित केंद्र के दो चयनित लाभार्थी सदस्य के रूप उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा पोषक क्षेत्र के सभी लाभार्थी भी मौजूद रहेंगे। इसके बाद मौजूद सभी लोगों को संबंधित पदाधिकारियों के द्वारा आंगनबाड़ी स्तर पर चल रही सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी विस्तारपूर्वक दी जाएगी। इसके साथ ही संबंधित क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका सभी केंद्रों का भ्रमण कर गतिविधियों की मॉनिटरिंग करेंगी। सोशल ऑडिटिंग समिति आंगनबाड़ी केंद्र पर समेकित बाल विकास सेवाओं में सुधार करने के लिए कार्रवाइयों की समीक्षा कर सुझाव देगी। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन की नियमितता, बच्चों की उपस्थिति, एक माह में कम से कम 25 दिनों तक सभी लाभार्थियों को पूरक आहार एवं आवश्यक दवाइयों की आपूर्ति की समीक्षा करेगी। स्कूल पूर्व अनोपचारिक शिक्षा, बच्चों के टीकाकरण, पोषण की स्थिति, वजन, ग्रोथ चार्ट की उपलब्धता, कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों की संख्या व उनके पोषण स्तर में सुधार के लिए उठाये गये कदम आदि बिंदुओं पर विचार करते हुए समीक्षा का काम किया जाना है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्थापित नियमों के आलोक में उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा जैसे आधारभूत संरचना, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, खेलने की जगह, स्कूल पूर्व शिक्षा किट्स, मेडिसिन किट्स, खाना बनाने व खाने बनाने के लिए उपयोग में लायी जाने वाले बर्तनों सहित आवश्यक बिदुंओं को भी ध्यान में रखा जायेगा। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी व बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को अपने क्षेत्र में पड़ने वाले किसी परियोजना के एक केंद्र पर मौजूद होकर किये जा रहे कार्यों का मूल्यांकन करना है। वहीं महिला पर्यवेक्षिका सामाजिक अंकेक्षण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों को आईसीडीएस योजना व नियमों की अपडेट जानकारी देंगी। आंगनबाड़ी सेविका सामाजिक अंकेक्षण में संयोजक के दायित्व का निर्वहन करेंगी। उन्हें बैठक की कार्यवाही व अभिलेखों का रखरखाव व संधारण का कार्य करना है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर सामाजिक अंकेक्षण समिति के समक्ष सभी आवश्यक कागजात और अभिलेख प्रस्तुत करेंगी। आंगनबाड़ी सेविका अंकेक्षण दिवस के दिन यह प्रयास करेगी कि केंद्र पर नामित कुल गर्भवती, धात्री महिलाएं तथा शून्य से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों व किशोरी बालिकाओं के अभिभावक में से कम से कम 50 प्रतिशत सामाजिक अंकेक्षण में भाग लें।

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