किशनगंज : बाढ़ सुरक्षा हेतु जन जागरूकता एवं मॉक ड्रिल का हुआ आयोजन
बाढ़ सुरक्षा के दृष्टिकोण से 25 जून से 01 जुलाई तक चलाया जा रहा है जन-जागरूकता सप्ताह
नदियों-तालाबों में डूबने से बचने के उपाय
- नदियों-तालाबों में न धोएं बर्तन-कपड़े एवं न करें स्नान।
- डूबते हुए की तरफ रस्सी, धोती, साड़ी या बांस फेंके।
- डूबे हुए व्यक्ति को तुरंत ऑक्सीजन उपलब्ध करवाएं।
- ऑक्सीजन न मिले तो मुंह से स्वांस दें।
- यदि पानी पेट में भर गया हो पानी तो पेट के बल लिटाकर दवाब दें जिससे पानी निकल जाए, फिर जल्दी अस्पताल ले जाएं।
किशनगंज, 25 जून (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी तुषार सिंगला के निर्देशानुसार जिलांतर्गत सभी अंचलों में 24 जून से 01 जुलाई तक बाढ़ सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत एस.डी.आर.एफ. की टीम के द्वारा सभी अंचलों में जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को अंचल अंतर्गत विभिन्न स्कूलों यथा हाई स्कूल गछपारा, उच्च विद्यालय चकला, कन्या मध्य विद्यालय पिछला में बाढ़ सुरक्षा सप्ताह अंतर्गत एस.डी.आर.एफ. टीम द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। इसी क्रम में कोचाधामन अंचल में 26 जून, टेढ़ागाछ अंचल में 27 जून बहादुरगंज अंचल में 28 जून, दिघलबैंक अंचल में 29 जून, ठाकुरगंज अंचल में 30 जून तथा पोठिया अंचल में 01 जुलाई को एस.डी.आर.एफ. टीम द्वारा प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम निर्धारित है। कार्यक्रम में बाढ़ सुरक्षा हेतु चयनित विद्यालयों के छात्र-छात्रों अंचल अन्तर्गत स्वेच्छा से भाग लेनेवाले जन प्रतिनिधि, समाज सेवक प्रशिक्षित आपदा मित्र, प्रशिक्षित तैराक गोताखोर को जागरूक किया जायेगा। जन-जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी संबंधित अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रशिक्षण करानेवाले एस.डी.आर.एफ. टीम को सहयोग, समन्वय हेतु एक जानकार कर्मी को प्रतिनियुक्त करने एवं निर्धारित कार्यक्रम से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियों का निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे। डीएम तुषार सिंगला ने मानसून के दौरान संभावित बाढ़ को देखते हुए जल-जमाव वाले क्षेत्रों एवं नदियों के किनारे नही जाने की अपील किया है, साथ ही बच्चों को भी दूर रखने की अपील किया है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील करते हुऐ कहा है कि भारी वर्षा होने की स्थिति में लोग घर मे ही रहे। किशनगंज जिला नेपाल के तराई क्षेत्र के पास स्थित है जिस कारण नेपाल से आने वाली नदियों में धार बहुत तेज होती है और इसमें बहने का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया की आपदा संभावित स्थिति को देखते हुए जिला में आपदा नियंत्रण कक्षा स्थापित है जो 24×7 संचालित है। किसी भी आपदा की स्थिति में आपदा नियंत्रण कक्षा के दूरभाष संख्या 06456-225152 पर संपर्क किया जा सकता है।