विशेष राज्य की दर्जा देने की मांग को लेकर आन्दोलन करेगी: भाकपा

कुणाल कुमार। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी चरणवार आंदोलन करेगी। आंदोलन के प्रचथ चरण में पार्टी आगामी 21 दिसम्बर, 2023 को राज्य के सभी प्रखंड कार्यालयों पर रोषपूर्ण धरना/प्रदर्शन कर प्रखंड विकास पदाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेगी। उक्त आशय का निर्णय 22 नवम्बर, 2023 को जनशक्ति भवन पटना में देर रात तक चली भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राज्यकार्यकारिणी की विस्तारित बैठक में लिया गया। बैठक में राज्यकार्यकारिणी सदस्यों के अलावे राज्य के 38 जिला के जिला सचिव मौजूद थे।
राज्यकार्यकारिणी की बैठक के फैसलों की जानकारी देते हुए पार्टी के राज्यसचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। बिहार में जातीय गणना रिपोर्ट और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट प्रकाशित होने के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार पूरी तरह गरीबी की चपेट में है। बिहार की महागठबंधन सरकार राज्य में गरीबी उन्मूलन के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएॅ चला रही है लेकिन यह नाकाफी है। राज्य के समग्र विकास के लिए केन्द्रीय सहायता की अविलम्ब आवश्यकता है। बिहार को पिछडे़पन से बाहर निकालने के लिए राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देकर हीं पूरा किया जा सकता है। पार्टी केन्द्र सरकार की भेदभावपूर्ण नीति के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चलाकर जनान्दोलन तेज करेगी। राज्यकार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता सूर्यकान्त पासवान, विधयाक ने की। बैठक को पार्टी के नेता एम. जब्बार आलम, पूर्व सांसद शत्रुध्न प्रसाद सिंह, रामरतन सिंह, विधायक, पूर्व विधानपार्षद संजय कुमार, पूर्व विधायक अवधेश कुमार राय, अजय कुमार सिंह, प्रमोद प्रभाकर, रामलाला सिंह, जानकी पासवान, निवेदिता, मिथिलेश झा, विजय नारायण मिश्र आदि नेताओं ने संबोधित किया।