किशनगंज : जिसे वाहन चलाने नहीं आता उसे बनाया ठगी के मामले में वाहन चालक, डॉ. सुब्रत एवं मानव का नाम वापसी के लिए शिकायतकर्ता ने थाना में दिया आवेदन।

डॉ सुब्रत प्रसाद और मानव साहा पर सिलीगुड़ी में दायर एक फर्जी मुकदमा वापस लेने संबंधित मामले को लेकर स्थानीय मनोरंजन क्लब सह गोसवारा समिति के सभागार में एक प्रेसवार्ता की आयोजित।
- बीते दिनों डॉ सुब्रत व मानव साहा पर सिलीगुड़ी में ठगी का एक मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमे डॉ सुब्रत व मानव साहा को समीर दुबे मामले से जोड़ा जा रहा था।
- सिलीगुड़ी के राजू शर्मा ने अपनी भूल को सुधारते हुए गोसवारा समाज के दोनों सम्मानित का नाम वापस ले लिया।
- राजू शर्मा ने माटिगड़ा थाना को एक आवेदन दिया जिसमें उन्होंने यह उल्लेख किया कि समीर दुबे द्वारा बताए मुताबिक मैंने उक्त दोनों सम्मानित का नाम एफआईआर मे लिखवा दिया। बाद में मुझे पता चला कि जो असली गुनहगार है वो जलपाईगुड़ी जेल में कैद हैं।
- श्री सुरेन प्रसाद साहा ने बताया कि पूरा गोसवारा समाज एकजुट है, था और रहेगा। जिसके लिए पूर्व में समाज की एक बैठक भी हुई थी।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, 07 अगस्त अधिवक्ता के सिल्लीगुड़ी निवासी से ठगी के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। बंगाल के सिल्लीगुड़ी के ठगी के एक मामले में जिसे वाहन चलाने नहीं आता है उसे वाहन चालक बताया गया है। ठगी के मामले में अधिवक्ता समीर दुबे के बयान के आधार पर जिस डॉ. सुब्रत व मानव साहा पर सिलीगुड़ी में ठगी का मुकदमा दर्ज हुआ था। उस मामले को लेकर शिकायतकर्ता ने दोनों पर लगाए आरोप को वापस लेने के लिए माटीगाड़ा थाना में आवेदन दिया है। यह जानकारी शनिवार को मनोरंजन क्लब स्थित गोसवारा समाज के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेन प्रसाद साहा ने प्रेसवार्ता कर दिया।उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज करवाने वाले सिलीगुड़ी के राजू शर्मा ने अपनी भूल को सुधारते हुए गोसवारा समाज के दोनों सम्मानित का नाम वापस लेने के लिए थाना में आवेदन दिया है। राजू शर्मा के द्वारा माटीगाड़ा थाना में दिए आवेदन में कहा गया है कि समीर दुबे के द्वारा बताया गया था कि डॉ. सुब्रत ठगी के दौरान उनके चालक थे और मानव उनका पिए था। जबकि डॉ. सुब्रत को वाहन चलाने आता ही नहीं है। इसके अलावा ठगी में इस्तेमाल वाहन का चालक मेहताब आलम व पीए गोपाल साहा पूर्व में गिरफ्तार हो चुका है। ऐसे में समीर दुबे का इन दोनों को आरोपी बनाना कहीं न कहीं समीर दुबे का स्वार्थ दिख रहा है। वहीं सुरेन प्रसाद साहा ने कहा कि इस झूठे मुकदमे में फंसाए गए डॉ. सुब्रत और मानव साहा के साथ पूरा गोसवारा समाज खड़ा है। वहीं डॉ. सुब्रत ने कहा कि समाज ने इस कठिन परिस्थितियों में एकजुट होकर मेरा साथ दिया और मुझे झूठे मुकदमे से फंसने से बचाया। डॉ सुब्रत ने कहा कि इस घटना में गोसवारा समाज की जीत हुई है। समाज की एकजुटता का परिणाम अब सबके सामने है। इस मौके पर अधिवक्ता संजय मोदी, पंकज कुमार साहा, प्रदीप कुमार साहा, मिक्की साहा, डॉ सुब्रत प्रसाद, मानव साहा, रंजीत रामदास, राजेश मोदी, विजय रामदास, राजवंश वैध सहित समाज के कई गणमान्य लोग मौजूद थे।