पटना : मुख्य सचिव ने सीमावर्ती जिले के जिलाधिकारियों को विशेष निगरानी रखने तथा सीमा आपदा राहत केन्द्र में आवासित सभी व्यक्तियों की नियमित जांच कराने का निदेश दिया..

पटना/त्रिलोकीनाथ प्रसाद, बिहार में दूसरे प्रदेश से लौटे लोग अब कोरोना कैरियर साबित हो रहे हैं।अब तक 11 ऐसे मामले सामने आए है को दूसरे प्रदेश से लौटे और जांच में पोजिटिब निकले है।इस बात का खुलासा शनिवार को मुख्य सचिव के जिलावार समीक्षा बैठक में भी सामने आया।मुख्य सचिव द्वारा जिलावार कोरोना पोजेटिव मरीजों के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा इसे फैलने से रोकने के लिए जिलास्तर पर उठाये गये कदमों की भी जानकारी प्राप्त की।समीक्षा के क्रम में यह बात प्रकाश में आयी कि अन्य राज्यों से जो लोग इस अवधि में बिहार आये हैं, उनमें से जांचोपरांत कई व्यक्ति कोरोना पोजेटिव पाये गये अब तक ऐसे 08 मामले प्रकाश में आये हैं।जिलाधिकारी अरवल द्वारा बताया गया कि एक व्यक्ति जो दिनांक-19.04.2020 को गुढ़गांव से अरवल आये थे, वे कोरोना पोजेटिव पाये गये।जिलाधिकारी सारण द्वारा बताया कि एक व्यक्ति अपनी गाड़ी से दिनांक-15.04.2020 को गुजरात के बड़ोदरा से चले और दिनांक-19.04.2020 को सारण की सीमा पर पहुंचे।जांच के क्रम में वे कोरोना पोजेटिव पाये गये।उनके पास भ्रमण का केवल लोकल पास था।जिलाधिकारी भागलपुर द्वारा बताया गया कि बांका के एक व्यक्ति के साथ भागलपुर जिला का भी एक व्यक्ति मुंबई से एम्बुलेंस द्वारा भागलपुर पहुंचा एवं जांच के क्रम में कोरोना पोजेटिव पाया गया।जिलाधिकारी बांका द्वारा बताया गया कि एक व्यक्ति दिनांक-18.04.2020 को मुंबई से एम्बुलेंस द्वारा चलकर गोरखपुर, गोपालगंज, बेगूसराय, नवगछिया के रास्ते दिनांक-20.04.2020 को भागलपुर पहुंचा एवं जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में एडमिट हो गये।जांच के क्रम में यह पाया गया कि वे कोरोना पोजेटिव है।इनके साथ एम्बुलेंस में तीन अन्य व्यक्ति भी आये थे, इनमें से भी एक व्यक्ति कोरोना पोजेटिव पाये गये तथा अन्य दो व्यक्तियो की (contact tracking) करते हुए संबंधित व्यक्तियों को क्वारेन्टाईन केन्द्रों में क्वारेन्टाईन किया गया।जिलाधिकारी पटना द्वारा बताया गया कि एक व्यक्ति दिल्ली के रघुवर नगर में राजमजदूर का काम करते थे।वे दिनांक-14.04.2020 को दिल्ली से ट्रक से कोइलवर तक आ गये। सूचना मिलने पर जिला प्रशासन की टीम द्वारा उनकी जांच की गयी एवं वे कोरोना पोजेटिव पाये गये।शनिवार को बेउर के जो तीन लोग कोरोना पॉजिटिव निकले है वो भी मुम्बई से लौटे थे।एक व्यक्ति कैंसर का मरीज था, चार लोग थे जो मुम्बई से पटना आये लेकिन सीधे पीएमसीएच में जाकर अपना चेकअप कराया तो तीन पॉजिटिव निकल गए।जिलाधिकारी भोजपुर द्वारा बताया कि कानपुर, बलिया होते हुए अपने एक परिचित के एम्बुलेंस से भोजपुर पहुंचा।सूचना मिलने पर उसकी जांच करायी गयी।जांच के क्रम में वो कोरोना पोजेटिव निकला।जिलाधिकारी औरंगाबाद द्वारा बताया गया कि हरियाणा से कुछ लोग कानपुर, इलाहाबाद होते हुए कैमूर होते हुए औरंगाबाद बाॅर्डर पहुंचे एवं अपने गांव से स्कूटर मंगाकर गांव पहुंचे।जांच के क्रम में वे कोरोना पोजेटिव पाये गये।मुख्य सचिव द्वारा सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को निदेश दिया गया कि।स्थिति पर निकटतम निगरानी रखें।विशेषकर अन्य राज्यों से आये हुए व्यक्तियों की शत-प्रतिशत जांच सुनिष्चित करायें तथा आवश्यकतानुसार उन्हें क्वारेन्टाईन केन्द्रों में रखवायें ताकि अन्य लोगों को वायरस के संक्रमण की संभावना कम हो सके।पंचायत स्तर पर क्वारेन्टाईन केन्द्रों में आवासित लोगों की नियमित जांच सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया तथा पूर्ण रूप से आश्वस्त होने के उपरांत ही ऐसे लोगों को कोरेन्टाइन केन्द्रों से वापस जाने की अनुमति दी जाए।सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहने का निदेश दिया गया, ताकि कोई भी कोरोना पोजेटिव मरीज विशेषकर अन्य राज्यों से आये हुए।व्यक्तियों के कारण कोरोना संक्रमण से ज्यादा लोग संक्रमित न हों।मुख्य सचिव द्वारा सभी जिलाधिकारियों को निदेश दिया गया कि जिला से लेकर पंचायत स्तर तक लोगों को जागरूक करें साथ ही साथ जनप्रतिनिधियों को भी मामले की गंभीरता से अवगत कराते हुए उन्हें भी जागरूक करें ताकि अन्य राज्यों से आये हुए व्यक्तियों के संबंध में जानकारी मिल सके एवं उक्त जानकारी के आलोक में ऐसे व्यक्तियों की जांच तत्काल करते हुए अपेक्षित कार्रवाई की जा सके। मुख्य सचिव द्वारा बताया गया कि राज्य स्तर पर लाॅकडाउन के कड़ाई से अनुपालन करने की वजह से काफी हद तक कोरोना संक्रमण को रोकने में सफलता मिली है।अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्ति कोरोना के संभावित स्रोत हो सकते हैं।अतः ऐसे लोगों को चिन्ह्ति कर इनकी जांच करते हुए इन्हें कोरेटाईन करना अति आवश्यक है ताकि कोरोना संक्रमण की नई चेन नहीं बन सके। लगभग 1400 व्यक्तियों के अन्य राज्यों से सीमावर्ती जिलों में पहुंचने की सूचना है।मुख्य सचिव द्वारा सीमावर्ती जिलों के जिलाधिकारियों को निदेश दिया कि वे दूसरे राज्यों से आये हुए ऐसे सभी व्यक्तियों की जांच सुनिश्चित कराएं तथा उन्हें सीमा आपदा राहत केन्द्रों में आवासित करें।जांच के क्रम में प्रोटोकाॅल एवं गाइडलाईन का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करें।कैमूर जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि उनके जिले में एक सीमा आपदा राहत केन्द्र कार्यरत है, जिसमें 93 व्यक्ति आवासित हैं।गोपालगंज के नौ सीमा आपदा राहत केन्द्रों में 1138 व्यक्ति आवासित हैं। सीतामढ़ी में 151, जमुई में 56, नवादा में 23, गया में 66, किशनगंज में 20 तथा कैमूर में 93 व्यक्ति आवासित हैं।