
किशनगंज,29मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, शहर के कुख्यात खगड़ा रेड लाइट एरिया में बुधवार देर शाम किशनगंज पुलिस की विशेष टीम ने देहव्यापार के एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक नाबालिग लड़की को मुक्त कराया, जिसे तीन दिन पहले दरभंगा से बहला-फुसलाकर किशनगंज लाया गया था और जबरन देहव्यापार में धकेल दिया गया था।
यह कार्रवाई पश्चिम बंगाल के एक सामाजिक कार्यकर्ता की गोपनीय सूचना पर की गई। जानकारी मिलने के बाद एसपी सागर कुमार के निर्देश पर साइबर डीएसपी रविशंकर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें इंस्पेक्टर पंकज कुमार पंत, जनमेजय कुमार, बहादुरगंज थानाध्यक्ष निशाकांत कुमार, पौआखाली और पहाड़कट्टा थानाध्यक्ष, अवर निरीक्षक शन्नो परवीन और तकनीकी सेल के कर्मी शामिल थे।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने पांच महिलाओं सहित कुल 11 लोगों को हिरासत में लिया। इनमें से असरफ अंसारी उर्फ सोनू अंसारी, उसकी पत्नी (जो मौके से फरार हो गई), और एक अन्य महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस की गिरफ्त में आई एक अन्य महिला पर भी देहव्यापार संचालित करने का आरोप है।
पुलिस ने एक आरोपी के घर से ₹61,400 नकद, चार मोबाइल फोन और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की हैं। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि मुक्त कराई गई नाबालिग लड़की के अलावा तीन अन्य युवतियों से भी जबरन देहव्यापार करवाया जा रहा था।
गिरफ्तार किए गए कुछ युवक ग्राहक के रूप में वहां मौजूद थे, जिनमें कुछ नाबालिग भी शामिल हैं। सभी युवक विभिन्न स्थानों से आए हुए हैं।
एसपी सागर कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस गिरोह द्वारा और कितनी लड़कियों को इस अवैध धंधे में जबरन धकेला गया है। आगे की कार्रवाई में और भी खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।