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किशनगंज : तोहिद नर्सिंगहोम के कमरे से शराब मिलने के मामले में सदर थाने में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज, आईएमए सचिव व बीपीएल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, चिकित्सकों को ऐसे नर्सिंग होम का बहिष्कार करना चाहिए।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, सदर थाना क्षेत्र के टेउसा के कैलाश चौक के समीप अकलिमा खातून के दो मंजिला मकान में संचालित तोहिद नर्सिंग होम के कमरे से शराब मिलने के मामले में सदर थाने में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में नर्सिंग होम संचालक तौहीद आलम को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका हैं। इसके अलावे शराब तस्करी में शामिल असलम, साबीर, फरीयाद, नूर इस्लाम, पप्पू व मोहम्मद जावेद के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई है। बताते चलें कि बुधवार को छापेमारी कर पुलिस ने तौहीद नर्सिंग होम के एक कमरे से 25 लीटर शराब बरामद की थी। इस दौरान संचालक को गिरफ्तार कर उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। दर्ज प्राथमिकी में गिरफ्तार आरोपित पर शराब को नर्सिंग होम में स्टाक करने का आरोप है। वहीं अन्य सभी आरोपितों पर भी शराब तस्करी के खेल में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। सदर थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह ने बताया कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, ऐसे में नर्सिंग होम में शराब का मिलना अत्यंत गंभीर है। इस मामले में एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अन्य छह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। बता दें कि असलम किशनगंज प्रखंड के पूर्व प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि थे और बंगाल में होटल कारोबारी हैं, वहीं बिहार में शराब तस्करी के खेल में उनकी संलिप्तता आई है। थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार छापेमारी के लिए पुलिस के पहुंचने के दौरान एक काले रंग का क्रेटा कार डब्ल्यूबी 74 एएक्स 7355 नर्सिंग होम के पास खड़ी थी। कार असलम का है और पुलिस को देखकर उक्त कार का चालक कार को वहां से लेकर फरार हो गया। कार में असलम सहित अन्य युवक सवार थे। गिरफ्तार तस्कर तौहीद ने बताया कि असलम के उस कार के डिक्की में 6-7 कार्टून अंग्रेजी शराब थी, जिसे लेकर सभी बंगाल की और भाग गए। प्राथमिकी में दर्ज किया गया है कि उक्त लोगों के द्वारा कार से अवैध शराब लाकर उक्त भवन में शराब स्टाक कर होम डिलीवरी का काम किया जाता है। इसके बाद सत्यापन कर मामले में पुलिस टीम गठित कर छापेमारी की गई। मामले में गिरफ्तार क्लीनिक संचालक से पूछताछ पर शराब तस्करी में शामिल कई अन्य लोगों के नामों की जानकारी पुलिस को मिली है। वही तौहीद नर्सिंग होम में पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में मिली शराब के बाद आईएमए ने इस पूरे मामले पर संज्ञान लिया है। आईएमए सचिव डॉ प्रणय कुणाल ने कहा की नर्सिंग होम या क्लिनिक में शराब मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है और वो इसकी आलोचना करते है। श्री कुणाल ने कहा की उक्त नर्सिंग होम में कौन चिकित्सक जाते थे इसकी उन्हे जानकारी नहीं है। लेकिन यदि आईएमए के डॉक्टर नर्सिंग होम से जुड़े है तो उन्हें नहीं जाना चाहिए और इसका खंडन करना चाहिए। उन्होंने कहा की अगर कोई भी नर्सिंग होम इस तरह का कार्य करती है तो उसका बहिष्कार करना चाहिए और आईएमए से जुड़े कोई भी चिकित्सक ऐसे नर्सिंग होम में प्रैक्टिस के लिए नहीं जायेंगे। श्री कुणाल ने कहा आईएमए की नजर पूरे मामले पर है और जो भी जरूरी कदम होगा उठाया जायेगा। वही बीपीएल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विजय ने मामले को बताया शर्मनाक, कहा दोषियों पर हो कठोर कारवाई आपको बताते चलें कि तौहीद नर्सिंग होम में शराब मिलने और नर्सिंग होम संचालक मो तौहीद की गिरफ्तारी के बाद शहर के बुद्धिजीवियों और चिकित्सकों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उसी क्रम में बीपीएल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह किशनगंज आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ विजय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि नर्सिंग होम में शराब मिलना बहुत ही शर्मनाक घटना है और जो भी चिकित्सक इस नर्सिंग होम में प्रैक्टिस के लिए जाते थे उन्हे नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा की बिहार में शराब बंदी कानून लागू है बावजूद इसके एक नर्सिंग होम में इतने बड़े पैमाने पर शराब मिलने की वो घोर निन्दा करते है और ऐसे संचालकों पर प्रशासन को कठोर कारवाई करनी चाहिए साथ ही उन्होंने चिकित्सकों से भी अपील किया है की अगर किसी नर्सिंग होम में प्रैक्टिस के लिए जाते है तो उस नर्सिंग होम के संचालक की गतिविधियों को जांच परख ले तभी वहा सेवा प्रदान करे। गौरतलब हो की मंगलवार को तौहीद नर्सिंग होम में सदर थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह के नेतृत्व में की गई छापेमारी में करीब 25 लीटर देशी और विदेशी शराब बरामद किया गया था साथ ही पुलिस ने संचालक मो तौहीद को गिरफ्तार किया था। बता दे की जिले के गली मुहल्ले में दर्जनों नर्सिंग होम बिना निबंधन के ही संचालित किए जा रहे है। वही अब शराब की बरामदगी के बाद बुद्धिजीवी वर्ग द्वारा एक बार फिर से नर्सिंग होम के जांच की मांग की गई है। दूसरी तरफ पुलिस ने भी पूरे मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए इस मामले में मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधिनियम के आरोप में क्लिनिक के मालिक मो० तौहीद आलम उम्र 25 वर्ष, पे०-मुश्ताक आलम, तथा इस कार्य में संलिप्त असलम, साबीर, फरीयाद, नूरइस्लाम, मो० पप्पू, मो० जावेद सभी पिता जाकीर सा० बालीचुका, तथा फरिंगोला के फारूक सभी थाना व जिला किशनगंज को बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधिनियम 2016 के अधिनियम की धारा 30(a)/52/41/47 के तहत आरोपित बनाया है और आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु जुटी चुकी है। और बड़ा खुलासा इस मामले में होने की बात कही जा रही है।

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