एनपीएस के विरोध में राज्य के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों सहित पूरे बिहार के ग्रामीण विकास सेवा के पदाधिकारियों ने मनाया काला दिवस
नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम,(पुरानी पेंशन की बहाली हेतु प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन) बिहार के आवाह्न पर दिनांक 1 सितंबर 2022 को राज्य में नई पेंशन योजना लागू होने के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया गया और इस अवसर पर बिहार राज्य के सभी ग्रामीण विकास सेवा/संवर्ग के पदाधिकारियों ने काला बिल्ला लगा कर अपने कर्तव्य का निर्वाहन किया।
प्रदेश अध्यक्ष पंकज कुमार उपाध्याय द्वारा बताया गया कि सरकार द्वारा सरकारी कर्मियों/पदाधिकारियों पर नई पेंशन प्रणाली को जबरन थोप दिया गया है ,जो सरकार और सरकारी सेवक दोनो के लिए अहितकर है। इस योजना का लाभ केवल निजी कंपनियों को है, जहां सरकार और सरकारी सेवक के राशि को निवेश किया जाता है।एक ओर यह जानता के राशि को अप्रत्यक्ष रूप से कुछ पूंजीपतियों के हाथ में सौंपने जैसा है,वही दूसरी ओर बूडापे में एक सरकारी सेवक और उसके परिवार को आर्थिक तंगी के दरवाजे पर ला कर खड़ा कर देना सविधान के लोककल्याणकारी राज्य की अवधारणा के विपरित है।
अतःइस प्रतीकात्मक विरोध को संज्ञान लेते हुए सरकार को अपने पदाधिकारियों/कर्मियों के प्रति सवेदशील होना चाहिए एवं तत्काल पुरानी पेंशन प्रणाली की पुनर्बहाली का निर्णय लेना चाहिए।