किशनगंज में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन, डीएम विशाल राज ने दिलाया शपथ

किशनगंज,12जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर श्रम संसाधन विभाग, किशनगंज द्वारा जिलेभर में बाल श्रम उन्मूलन तथा इसके दुष्परिणामों को लेकर व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों की अध्यक्षता जिलाधिकारी विशाल राज ने की। इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राएं, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और जिले के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
जागरूकता रैली निकाली गई
बाल श्रम के खिलाफ जनचेतना फैलाने हेतु जागरूकता रैली का आयोजन हुआ, जो बाल संरक्षण पदाधिकारी कार्यालय से प्रारंभ होकर एम.जी.एम. तक निकाली गई। इसमें कौशल विकास केंद्र के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और बाल अधिकारों, शिक्षा तथा सुरक्षित बचपन का संदेश पूरे शहर में प्रसारित किया।
पेंटिंग प्रतियोगिता एवं सम्मान
बाल श्रम निषेध विषय पर आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने अपने चित्रों के माध्यम से बाल श्रम के दुष्परिणाम और शिक्षा के महत्व को सशक्त रूप से प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को डीएम द्वारा मोमेंटो एवं डिक्शनरी भेंट कर सम्मानित किया गया।
बाल श्रम उन्मूलन हेतु शपथ
कार्यक्रम के दौरान डीएम विशाल राज सहित सभी उपस्थित अधिकारियों, शिक्षकों, छात्रों व प्रतिभागियों ने बाल श्रम के विरुद्ध संकल्प लिया। उन्होंने शपथ ली कि वे अपने स्तर से बच्चों के अधिकारों की रक्षा और समाज में जागरूकता फैलाने हेतु कार्य करेंगे।
नुक्कड़ नाटक से जागरूकता
संयुक्त श्रम भवन, किशनगंज में मान्यता प्राप्त संस्था द्वारा बाल श्रम की बुराइयों को उजागर करते हुए नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि बाल श्रम बच्चों का बचपन, शिक्षा और विकास छीन लेता है।
टोटो माईकिंग द्वारा संदेश प्रचार
बाल श्रम निषेध के संदेश को जिले के कोने-कोने तक पहुँचाने हेतु टोटो वाहन से माईकिंग की गई। माईकिंग के माध्यम से नागरिकों को बाल श्रम के विरुद्ध जागरूक किया गया।
एक दिवसीय कार्यशाला
संयुक्त श्रम भवन में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में जिले की 126 पंचायतों से एक-एक श्रमिक को आमंत्रित किया गया। कार्यशाला में श्रमिक अधिकारों, योजनाओं और बाल श्रम निषेध अधिनियम की जानकारी दी गई। सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण और यात्रा व्यय की राशि मौके पर दी गई।
कार्यक्रम में जिला श्रम अधीक्षक, बाल संरक्षण पदाधिकारी, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता और अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा, “बाल श्रम केवल कानूनी ही नहीं, सामाजिक रूप से भी गंभीर अपराध है। हमें मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि हर बच्चा शिक्षा और सुरक्षित बचपन का हक पाए। प्रशासन इसके लिए कटिबद्ध है, लेकिन जनसहभागिता के बिना यह संभव नहीं।”कार्यक्रम का समापन बाल श्रम उन्मूलन के प्रति संकल्प और जागरूकता के साथ किया गया।