पटना : थानों में रोज जितनी FIR होगी, उतनी ही गिरफ्तारी, बिहार में क्राइम कंट्रोल करने के लिए डीजीपी का निर्देश
पटना/धर्मेन्द्र सिंह, थानों में रोजना दर्ज होनेवाले एफआईआर के अनुपात में गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। डीजीपी एसके सिंघल ने रेंज आईजी-डीआईजी के साथ जिलों के एसएसपी व एसपी के साथ बैठक में इसका निर्देश दिया। उन्होंने हर हाल में गिरफ्तारी की संख्या बढ़ाने का टास्क पुलिस अफसरों को सौंपा है। पुलिस मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में कई आला पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। डीजीपी ने बैठक के दौरान कहा कि गिरफ्तारी से अपराध का ग्राफ घटेगा और विधि-व्यवस्था पर इसका सकरात्मक प्रभाव पड़ेगा। वहीं पुलिस के उन वरीय अधिकारियों को जिन्हें थाने का निरीक्षण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है उन्हें गिरफ्तारी पर भी फोकस करने का निर्देश डीजीपी के द्वारा दिया गया। इसके अलावा निरीक्षण के दौरान लंबित कांडों की समीक्षा करने और कमियों को चिन्हित कर उन्हें दूर करने का भी टास्क सौंपा गया। आईजी ट्रैफिक एमआर नायक ने सड़क हादसों से जुड़े आंकड़ों को समय पर अपलोड करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इंटिग्रेटेड एक्सिडेंट डाटा बेस (आईआरएडी) में इससे जुड़ी प्रविष्टियां समय पर होनी चाहिए। इस दौरान वित्त विभाग के निदेशक मिथिलेश मिश्रा भी उपस्थित थे। उन्होंने पुलिस अफसरों को राज्य के जमाकर्ताओं के हित की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानून के तहत दर्ज मामलों का निष्पादन जल्द करने का आदेश दिया। एडीजी और आईजी रैंक के अफसर जो राज्य के 216 थानों का निरीक्षण कर रहे हैं उन्हें भूमि विवाद से संबंधित बैठकों की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया गया है। एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार ने अधिकारियों को कहा कि वह यह भी देखें कि भूमि विवादों का सही स्तर पर निपटारा हो रहा या नहीं। उन्होंने दर्पण सॉफ्वेयर में दर्ज की जानेवाली सूचनाएं और आंकड़ों को हर माह 7 तारीख तक निश्चित रूप से पूरा करने का आदेश दिया। साथ ही इसकी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी रेंज आईजी-डीआईजी को करने की जिम्मेदारी भी दी गई। इस दौरान सिपाही संवर्ग की प्रोन्नति में बदलाव पर भी चर्चा की गई। डीआईजी रंजीत मिश्रा द्वारा इस पर एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन भी दिया गया।
बैंक डकैतों का डोसियर खोलने का निर्देश
एडीजी सीआईडी जितेन्द्र कुमार ने बैंक डकैतियों में शामिल रहे अपराधियों का डोसियर तैयार करने का निर्देश दिया। कहा कि 2013 से हुई बैंक डकैती की घटना में जितने भी अपराधियों की संलिप्तता आई है उनका डोसियर खोला जाए। बलात्कार, फिरौती हेतु अपहरण, लूट, डकैती, हत्या जैसी घटनाओं की जिलावार समीक्षा पर उन्होंने इन अपराध शीर्ष के लंबित कांडों के निष्पादन समीक्षा और गिरफ्तारी के निर्देश दिए।