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पटना : गंगा जल आपूर्ति योजना का स्विच दबा कर सीएम नीतीश कुमार ने किया लोकार्पण..

गंगाजी राजगृह जलाशय का स्विच दबाकर किया लोकार्पण, गंगा मईया की पूजा कर आरती उतारी।

  • बिहार के राजगीर गया और बोधगया में अब हर घर गंगे मैया के दर्शन।
  • बिहार में शुरु हुई बार के पानी को पेयजल के रूप में उपयोग करने के देश की पहली योजना।
  • 27 को राजगीर में और 28 को गया और बोधगया में मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगाजल उद्धव परियोजना हर घर गंगाजल पहुंचाने के कार्य हुआ शुभारंभ।
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर में देश की पहली बाढ़ के पानी को पेयजल के रूप में उपयोग करने की योजना का किया लोकार्पण।

पटना-राजगीर/धर्मेन्द्र सिंह, रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा जल आपूर्ति योजना का स्विच दबा कर लोकार्पण किया, इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा जी जलाशय में गंगा आरती और पूजा भी किया। मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, जल संसाधन मंत्री संजय झा, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, नालंदा के प्रभारी मंत्री श्रावण कुमार के साथ कई मंत्री सांसद विधायक और अधिकारी मौजूद रहे। इसके पहले मुख्यमंत्री देर शाम हेलीकॉप्टर से उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद के साथ राजगीर पहुंचे। वहां से राजगीर के गिरियक में बनाया गया गयाजी जलाशय पहुंचे। इसके बाद मुख्यमंत्री कन्वेंशन सेंटर के लिए हुए रवाना हुए जहां द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। 27 नवंबर को इस ऐतिहासिक कार्य का शुभारंभ 4 बजे शाम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की हमने वर्ष 2015 में घोषणा किया था की राजगीर गया और बोध गया से लेकर नवादा तक गंगा के बाढ़ के पानी को मशीनरी के जरिए शुद्ध करके घर घर पहुंचाने का काम करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सभी राजगीर गया बोधगया और इसके बाद नवादा तक घरों में शुद्ध पेयजल के रूप में पहुंचाने का काम कर रही हैं। इसकी सफलता के बाद वैसे दूसरे जिलों में भी बाढ़ के जल को घरों तक पेयजलापूर्ति के रूप में पहुंचाने का कार्य कराया जाएगा। इस योजना के सफल हो जाने से दक्षिण बिहार के वैसे इलाकों में लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया हो रहा है जहां भूगर्भीय जल का स्तर काफी कम है। बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने राजगीर कन्वेंशन सेंटर में आयोजित समारोह में कहा की इस गंगा जलापूर्ति योजना की प्रशंसा करते हुए कहा की यह ऐतिहासिक कार्य ऐतिहासिक जगह से शुरू हुआ है। बाढ़ग्रस्त एवम जला शुद्ध जल का भंडारण जमीन के नीचे नहीं के बराबर है वैसे इलाके के लोगो को शुद्ध पेयजलापूर्ति कराने के लिए गंगा जल को सौ किलोमीटर दूर पटना से राजगीर गया बोधगया तक पहुंचाने का बड़ा कार्य गंगा जलापूर्ति योजना को सफलतापूर्वक शुभारंभ किया गया इसके लिए बिहार के दूरदर्शी नेतृत्व वाले मुख्यमंत्री को बधाई देते हैं। पहली बार धरती पर गंगा का अवतरण भागिरथ के प्रयास से हुआ था, लेकिन 27 नवंबर को बिहार के नालंदा की धरती पर एक नया इतिहास रचा जायेगा। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से गंगा अवतरित होंगी। खास बात यह है कि यहां गंगा का अवतरण उलटी दिशा में होगा। देश में पहली बार बाढ़ के पानी को पेयजल आपूर्ति के रूप में घर घर पहुंचाने की बिहार सरकार के अति महत्वकांक्षी योजना और विशेषकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा जलापूर्ति परियोजना का लोकार्पण रविवार की शाम 4:00 राजगीर के गिरियक स्थित गंगाजी राजगृह जलाशय के पास बनाए डैम का बटन दबाकर किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को राजगीर में बाढ़ के पानी को पेयजल के रूप में उपयोग करने की देश की पहली गंगा जल आपूर्ति योजना का लोकार्पण कर पेयजल की घोर किल्लत वाले इलाकों में पेयजलापूर्ति योजना गंगा जल आपूर्ति योजना का शुभारंभ कर एक मिसाल कायम किया। इसके साथ ही राजगीर शहर में ‘हर घर गंगाजल’ की आपूर्ति का शुभारंभ हो गया। अगले दिन यानी 28 नवंबर को मुख्यमंत्री गया और बोधगया में भी इसी योजना का लोकार्पण करेंगे। योजना के दूसरे चरण में जून 2023 तक नवादा में भी घर घर गंगाजल’ पहुंचाने का लक्ष्य है। दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर एक अनूठा प्रयोग करते हुए गंगा जल को नालंदा के राजगीर गया बोधगया और नवादा इलाके में आम जनता के पेयजल के लिए घरों घरों में नलों के जरिए पहुंचाने का कार्य शुरू किया जा रहा है। इस अविश्वसनीय कार्य को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में बिहार सरकार के अधिकारियों ने पूरा कर लिया है और रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नालंदा के राजगीर से मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट बिहार सरकार की अति महत्वकांक्षी और जनोपयोगी योजना ” गंगाजल उद्धव योजना” का शुभारंभ करेंगे। आज तक लोग किताबों और किवदंतियों में “उलटी गंगा बहनें” का मुहावरा सुनते और पढ़ते थे लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से यह भी संभव हो सका है। गंगा उत्तर से दक्षिण बही और लोगों के घरों तक अवतरित होगी। खास बात तो यह है कि जिस गंगा के एक बूंद जल के लिए लोग कई किलोमीटर की यात्रा करते थे और गंगा स्नान करने के लिए तिथियां तय करते थे उसी गंगाजल का लोग ना केवल सेवन करेंगे बल्कि रोज स्नान-ध्यान कर सकेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट “गंगा उद्धव परीयोजना” अपने तरह का ना केवल बिहार के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक उदाहरण लिए प्रोजेक्ट है। इस अनूठे प्रयास के जरिए न केवल लोगों को सहजता से पेयजल उपलब्ध हो सकेगा बल्कि बाढ़ के पानी की विभीषिका को भी कम किया जा सकता है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अधीन प्रोजेक्ट 2 वर्षों में तैयार हो चुका है। पहले चरण में राजगीर, गया एवम बोधगया के घरों में गंगाजल पीने के लिए पहुंचाया जायेगा । गौरतलब हो की फरवरी 2020 में इस योजना पर काम शुरू हुआ था, जिसके बाद पटना जिले के मोकामा के पास हथिदह से पाइपलाइन के जरिये गंगाज़ल को गिरियक के पास घोड़ाकटोरा स्थित डैम में लाकर सिंचित किया गया। यह डैम 150 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है। हथिदह से मोतनाजे स्थित डिटेंशन टैंक में 83 किलोमीटर पाइपलाइन के जरिये गंगाजल लाया गया है जिसके लिए 16728 पाइप का उपयोग किया गया है। इस पाइप का व्यास 2. 4 मीटर है और एक पाइप की लंबाई लगभग 16 फीट है। इस पाइप का व्यास इतना है कि आदमी खड़ा खड़ा अपने कंधे पर एक बच्चे को लेकर चलकर पार कर सकता है। हथिदह से 3300 एचपी के तीन मोटर के जरिये पानी को खींचकर डिटेंशन टैंक में भेजा जाता है। इस डिटेंशन टैंक पर 11 पंप लगा है जिसमें दो पंप नवादा के लिए रखा गया है। पंप में 3400 एचपी और चार-चार सौ एचपी मोटर के पंप लगे है। यहीं से गंगाजल को राजगीर और तेतर जलाशय पहुंचाया जा रहा है। राजगीर के लोगों को प्रतिदिन पांच लाख मिलियन पानी शुद्ध कर आपूर्ति की जानी है। पहले चरण में राजगीर के 8031 घरों में कल से पानी शुरू हो जायेगा, जिसका ट्रायल रन हो चुका है। राजगीर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास अंडरग्राउंड वाटर रिजर्वायर बनाया जा रहा है जिसकी क्षमता 24 मिलियन गैलन की है। इसके निर्माण पूरा हो जाने पर आवश्यकतानुसार राजगीर के लोगों को यहां से दो से ढाई दिनों तक पानी की आपूर्ति हो सकेगी। संजय कुमार झा ने बताया कि इस योजना के तहत राजगीर शहर के 19 वार्डों के करीब 8031 घरों, गया शहर के 53 वार्डों के करीब 75000 घरों और बोधगया शहर के 19 वार्डों के करीब 6000 घरों में शुद्ध पेयजल के रूप में ‘हर घर गंगाजल’ की आपूर्ति की जायेगी। योजना के तहत प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर शुद्ध जल की आपूर्ति का लक्ष्य है। संस्थानों, अस्पतालों, होटलों में भी पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं के लिए भी शुद्ध जल की आपूर्ति होगी। राजगीर जू सफारी में रखे गये जीव-जंतुओं तथा नेचर सफारी की वनस्पतियों को भी गंगा जल की आपूर्ति होगी। बिहार के लिए गंगा जल आपूर्ति योजना एक ‘गेम चेंजर योजना’ साबित होगी। यह योजना देश-विदेश के लिए नजीर बनेगी।मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि ‘गंगा जल आपूर्ति योजना’ मुख्यमंत्री का भगीरथ प्रयास है। इंजीनियर मुख्यमंत्री ने एक बड़ा सपना देखा, अनूठी परिकल्पना की और दिसंबर 2019 में गया में हुई कैबिनेट की विशेष बैठक में अतिमहत्वाकांक्षी योजना को अंतिम रूप दिया गया। जल संसाधन विभाग ने तत्परता से काम करते हुए तीन साल से कम समय काम पूरा करा दिया है। गंगा जल पाइपलाइन के जरिये 151 किलोमीटर सफर तय करके राजगीर, गया और बोधगया के जलाशयों में पहुंच गया है, जहां से यह शोधित होकर शुद्ध पेयजल के रूप में रोज लाखों लोगों की प्यास बुझाएगा।

मॉनिटरिंग : पांच साल तक रख-रखाव करेगी एजेंसी

निर्माण एजेंसी अगले 5 साल तक रख रखाव करेगी।गंगाजल को नालंदा, नवादा और गया ले जाने का काम पूरा हो गया है। हाथीदह में गंगा नदी से कैनाल द्वारा गंगाजल पंप हाउस में लाया जाता है। इसके दूसरे किनारे पर सिमरिया घाट है, जहां लगे बड़े-बड़े तीन मोटरों से गंगाजल को करीब 92 किलोमीटर दूर नवादा के मोतनाजे डिटेंशन टैंक और वहां से थोड़ी दूर स्थित राजगीर के घोड़ा कटोरा जलाशय में भेजा जा रहा है। इस योजना से 3 प्रमुख शहर राजगीर, गया और बोधगया, नवादा में वर्ष 2051 तक की आबादी के अनुसार पेयजल की आपूर्ति की जा सकेगी। आयोजन को सफल बनाने में बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि दुर्गम और अविश्वसनीय कार्य को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में सतत प्रयासों के जरिए और लगातार मुख्यमंत्री के मॉनिटरिंग के चलते हैं समय के पहले ही पूरा कर लिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने विभाग के सभी अधिकारियों इंजीनियरों और कर्मियों को बधाई दी। राजगीर कन्वेंशन सेंटर में आयोजित समारोह में राजगीर सहित नालंदा एवं बिहार के विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में गणमान्य लोग शामिल हुए। इस कार्यक्रम के अंत में राजगीर के बंगाली पारा इलाके में विनोद कुमार के घर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नल से जल गंगा जल ग्रहण किया।

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