किशनगंज : इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी किशनगंज शाखा के मैनेजिंग कमिटी के सदस्यो की निर्वाचन प्रक्रिया होगी प्रारंभ
28 जुलाई की बैठक में दावा-आपत्ति पर सुनवाई के बाद सदस्यता हेतु अनुशंसा सूची प्रकाशित, 14 अगस्त तक सदस्यता प्रक्रिया पूर्ण करना अनिवार्य, 16 अगस्त से मैनेजिंग कमिटी के सदस्य हेतु नामांकन प्रक्रिया शुरू
निर्वाची पदाधिकारी के रूप में विशेष कार्य पदाधिकारी श्वेताँक लाल नामित, अनुशंसा सूची के आवेदक सदस्यता प्रक्रिया पूर्ण नहीं करने पर मतदान से होंगे वंचित
किशनगंज, 10 अगस्त (के.स.)। धर्मेंद्र सिंह, जिलाधिकारी सह प्रेसिडेंट इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी, किशनगंज श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के प्रबंधन समिति की 28 जुलाई को आहूत बैठक में रेडक्रॉस सोसायटी की सदस्यता, निर्वाचन, बायलॉज, प्रमाण पत्र आदि की समीक्षा की गई थी। सदस्यता सूची के दावा आपत्ति पर सुनवाई के उपरांत 709 आवेदकों को सदस्य बनाने की अनुशंसा की गई। गौर करे कि पिछले दिनों सदस्यता अभियान के तहत आजीवन सदस्यता हेतु जिलांतर्गत 740 आवेदन प्राप्त हुए थे, उसकी स्क्रूटनी पांच सदस्यीय समिति से कराई गई थी। बैठक में प्रबंधन समिति के चेयरमैन डा. दिलीप कुमार जायसवाल और अन्य सदस्यों से प्राप्त सुझाव, विचार विमर्श उपरांत डीएम ने अच्छी छवि और रेडक्रॉस के लिए समर्पित, सेवाभाव प्रवृति के स्वच्छ व्यक्ति को ही सदस्य बनाने हेतु प्रतिबद्धता व्यक्त किया गया। ज्ञातव्य हो कि समिति के बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी में सामाजिक प्रवृति के अच्छे, समर्पित और सेवा भाव वाले लोग की संख्या बनी रहे और इसकी छवि की उत्कृष्टता कायम रखने हेतु दिवालिया, मंद बुद्धि, असमाजिक, आपराधिक छवि के लोगो को सदस्य बनाने से दूर रखा जाय। प्राप्त सभी आवेदन की स्क्रुटनी, जांच हेतु पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। 709 अनुशंसित सूची के आवेदकों से किसी संज्ञेय अपराध में अभियुक्त नहीं रहने का उनसे स्व घोषणा पत्र लेने पर सहमति हुई थी, इसे देना अनिवार्य है। गौर करे कि अनुशंसा प्राप्त सभी सदस्यों के नाम रेडक्रॉस सोसायटी के कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर प्रकाशित कर 14 अगस्त तक विधिवत सदस्यता प्रक्रिया पूर्ण कर सदस्यता रसीद प्राप्त करने पर ही सदस्यता ग्रहण करने हेतु सूचना दी जा चुकी है, कार्रवाई सचिव, आभाष कुमार उर्फ मिक्की साहा के माध्यम से की जा रही है। तत्पश्चात सदस्यों की सूची अंतिम रूप से प्रकाशित कर राज्य मुख्यालय को भेजी जाएगी। पूर्व से इन्डियन रेडकॉस सोसायटी, जिला इकाई में 292 आजीवन सदस्य, 7 संरक्षण और उपाध्यक्ष अर्थात 299 सदस्य हैं। पूर्व में लिए गए निर्णय के आलोक में नोडल पदाधिकारी रंजीत कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी सह प्रेसिडेंट इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी किशनगंज शाखा के द्वारा सर्वसम्मति से श्वेतांक लाल, वरीय उप समाहर्त्ता सह ओएसडी को निर्वाची पदाधिकारी नामित किया गया है। निर्वाचन तिथि की घोषणा की जा चुकी है। 16 अगस्त से 23 अगस्त तक नामांकन प्रक्रिया होगा। 20 सदस्यीय प्रबंधन समिति के लिए उम्मीदवार नामांकन कर सकते है। आजीवन सदस्य ही नामांकन करेंगे। 24 अगस्त को नाम वापसी, आवेदन अस्वीकृति की प्रक्रिया होगी। 25 अगस्त को नामांकन पत्र की संवीक्षा और उम्मीदवारी की सूची का प्रकाशन होगा। 27 अगस्त को मतदान प्रक्रिया होगी। मतगणना उपरांत 27 अगस्त या अगली तिथि को परिणाम घोषित कर 30 अगस्त को नए एजीएम की बैठक निर्धारित की गई है। मैनेजिंग कमिटी के 20 सदस्यों के बीच ही मैनेजिंग कमिटी के पदधारको पर सर्वसम्मति से निर्णय होगा। सारी प्रक्रिया मात्र प्रबंधन समिति के लिए अपनाए जायेंगे। अन्य समिति यथा कार्यकारिणी समिति, वित्त समिति, सचिव या अन्य पर लागू नहीं होगा। विदित हो कि इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के रूप में कार्य करता है। इसके सदस्यों को आपातकाल, आकस्मिक, आवश्यकतानुसार लोगो की सेवा करनी पड़ती है, इसमें कोई मानदेय भुगतान नहीं होता है। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी, जिला इकाई के एक्स ऑफिसियो प्रेसिडेंट डीएम होते है और वाइस प्रेसिडेंट डीएम ही नामित करते है। इसके प्रशासनिक कार्यों पर नियंत्रण हेतु एक सचिव भी नामित करते है। मैनेजिंग कमिटी तीन वर्ष के लिए निर्वाचित होती है। डीएम श्रीकांत शास्त्री ने इन्डियन रेडक्रॉस सोसायटी किशनगंज शाखा के मैनेजिंग कमिटी के स्वच्छ, पारदर्शी और भयमुक्त निर्वाचन हेतु आवश्यक निर्देश निर्वाची पदाधिकारी को दिए है। डीएम ने बताया कि इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी में अच्छी छवि के समर्पित लोगो को जोड़ने हेतु सदस्यता अभियान चलाया गया था। यह एक एनजीओ है, उसके कार्यों में निष्पक्षता रखी जाएगी।गौरतलब हो कि हेनरी ड्यूनेंट ने 9 फरवरी 1863 को स्विट्जरलैंड के जेनेवा में पांच लोगों की कमेटी बनाकर रेडक्रॉस संस्था की स्थापना की थी। इस संस्था के गठन का उद्देश्य युद्ध और प्राकृतिक आपदा जैसे-आपातकालीन परिस्थितियों में पीड़ितों की मदद करना है। इस संस्था ने प्रथम तथा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान घायल हुए सैनिकों के उपचार तथा उनके पुनर्वास में बेहद अहम भूमिका निभायी, तब से लेकर आज तक विश्व के लगभग सभी देशों में यह संस्था मानव सेवा में अपना उल्लेखनीय योगदान दे रही है। इसे तीन बार 1917, 1944, 1963 में विश्व का सर्वोच्च नोबेल शांति पुरस्कार मिला है। इसका मुख्य उद्देश्य युद्ध या विपदा के समय में कठिनाइयों से राहत दिलाना है। केवल युद्ध से प्रभावित लोगों के लिए ही नहीं बल्कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों का पुनर्वास भी रेडक्रॉस का महत्वपूर्व योगदान है। वर्तमान में विश्व के लगभग 210 देश रेडक्रॉस सोसायटी से जुड़े हुए हैं। संस्था के सदस्य निःस्वार्थ भाव से मानव सेवा का काम करते हैं। वे जरुरत पड़ने पर गांवों और शहरों में एम्बुलेंस सेवाएं और दवाइयां पहुंचाने का कार्य करते हैं। रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा समय-समय पर रक्तदान शिविरो का आयोजन भी किया जाता है और लोगों को रक्तदान के लिए जागरुक किया जाता है। यह संस्था लोगों को कैंसर, एनिमिया, थैलीसीमियां जैसी जानलेवा बीमारियो से बचाव के तरीके के बारे में जागरुक करती है। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी का मुख्य उद्देश्य शारीरिक स्वास्थ्य रोगों के रोकथाम, पीड़ितों की सहायता करना है।