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किशनगंज : राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा अंबेडकर परिचर्चा कार्यक्रम किया गया आयोजित।

चार से पांच माह में पूरी होगी शिक्षकों के बहाली की प्रक्रिया।किशनगंज, 02 मई (हि.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के द्वारा शहर के पश्चिम पल्ली में राजद जिलाध्यक्ष कमरुल होदा की अध्यक्षता में अंबेडकर परिचर्चा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर थे। मुख्य रूप से पूर्व मंत्री सरफराज आलम, पूर्व विधायक अनिल यादव, कोचाधामन के विधायक इज़हार अस्फी, पूर्णिया ज़िलाध्यक्ष मिथलेश दास, शाहिद रब्बानी, दानिश इकबाल, नन्हा मुस्ताक, फरहत आलम सहित ज़िले भर से आए सभी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। शिक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सूबे में चार से पांच माह में प्राथमिक, मध्य व विशेष शिक्षकों की बहाली होगी। अनुमंडल स्तरीय अंबेडकर परिचर्चा में प्रेसवार्ता में बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षकों को कोई नौकरी से नहीं हटा रहा है। परीक्षा में सवाल का जवाब देने में क्या परेशानी है। जो शिक्षक पास करेंगे उन्हें राज्य शिक्षक का दर्जा दिया जाएगा। नई नियमावली से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षक मिलेंगे। स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को प्राथमिकता के रूप में लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में अमन चैन लाना, नफरत समाप्त करना पार्टी का उद्देश्य है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि सीएम ने 10 लाख रोजगार देने का वायदा किया है। शिक्षक बहाली के अलावे अन्य वर्ग में भी बहाली की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही उसका नोटिफिकेशन मिल जाएगा। शिक्षकों के बहाली को लेकर सरकार के द्वारा लाई गई नई नीति का विरोध करने वाले शिक्षकों से उन्होंने कहा कि आपको कोई नौकरी से नहीं हटा रहा है। बस आप जो 15 वर्ष बच्चों को पढ़ाए है उसमें से परीक्षा में सवाल का जवाब देने में क्या परेशानी है। एक सवाल के जवाब में कहा कि जिले में शिक्षा का अधिकार मामले में किसी प्रकार का घोटाला हुआ है तो उसकी विभागीय जांच की जाएगी। इससे पूर्व राजद कार्यालय में आयोजित अंबेडकर परिचर्चा के दौरान शिक्षा मंत्री ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया। वही एम.के. रिजवी उर्फ नन्हा मुश्ताक, प्रदेश महासचिव, युवा राजद सह राज्य परिषद, सदस्य राष्ट्रीय जनता दल बिहार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बाबा साहब भीम राव अंबेडकर जिन्होंने अपना पूरा जीवन उच्च शिक्षा के लिए संघर्ष में बीता दिया और ऊंचाइयों को छूने का काम किया। उन्होंने कहा कि “शिक्षित बनो” “संघर्ष करो” और एक जुट रहो लेकिन बहुत दुःख की बात है कि आज संविधान द्वारा मिले सभी अधिकारों को समाप्त कर लोगों को धर्म के नाम पर जो लड़ाया जा रहा है इसको समझने की आज जरूरत है। और उन अधिकारों को कैसे बचाया जाए इसपर भी सोचने और चर्चा करने की जरूरत है।

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