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पुर्णिया : स्मैक की नशे की लत पूरी न होने पर पहले घर में मौजूद अपने कपड़ों में लगाई आग, इसके बाद राजाबाडी स्थित अपने मकान में लगा दी आग।

पूर्णिया/धर्मेन्द्र सिंह, जिले की युवा पीढ़ी स्मैक की गिरफ्त में है। स्मैक की लत ऐसी, कि बेकाबू युवा अब अपने घर को भी आग में झोंकने से नहीं कतरा रहें। दरअसल सोमवार को शहर के सहायक खजांची थाने के राजाबाड़ी इलाके से आगलगी का एक ऐसा ही मामला सामने आया। जहां राजाबाडी स्थित एक मकान में भीषण आग लग गई। आगलगी के कुछ ही मिनटों के भीतर घनी आबादी में बसे इस मकान से आग की ऊंची ऊंची लपटें उठने लगी। भीषण आगलगी से इलाके में अफरा-तफरी मच गयी। आग की लपट देखकर बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश की। हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद लोगों ने अग्निशमन विभाग को आगलगी की सूचना दी। मौके पर पहुंची अग्नि विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। वहीं इस आग को बुझाने में जरा सी देर होती तो कई और घर आग की चपेट में आ जाते। आगलगी के संबंध में प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मो समीर को नशे की बुरी लत है। मो समीर नशे की लत पूरी करने के लिए घर वालों से अक्सर रुपए की मांग करता था। उसकी ये मांग पूरी न करने पर वह अक्सर घरवालों से लड़ता–झगड़ता रहता था। सोमवार को भी ऐसा ही कुछ हुआ। नशे की लत पूरी न होने पर पहले तो उसने घर में मौजूद अपने कपड़ों में आग लगा दी। इसके बाद राजाबाडी स्थित अपने मकान को आग में झोंक दिया। वहीं आगलगी का खुलासा तब हुआ, जब युवक ने खुद अपनी मां को आग लगाने की बात बताई। जिसके बाद पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर थाने भेज दिया। परिजनों ने बताया कि आगलगी को अंजाम देने वाले समीर के पिता मो कासिर बाहर काम करते हैं। इसी कारणवश वह बुरी संगत में पड़ गया और उसे नशे की बुरी लत लग गई। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस घर से आग की लपटे उठ रही थी। उसके दोनों तरफ मकान है। घनी आबादी वाले इस बस्ती में आग पर काबू पाने में जरा सी देर होती तो कई और घर आग की चपेट में आ जाते।फिलहाल दमकल की 3 गाड़ियां मौके पर पहुंच चुकी है और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। वहीं इस आगलगी में करीब दो लाख के नुकसान की बात सामने आ रही है।

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