माननीय मुख्यमंत्री के निदेश पर वरिष्ठ अधिकारियों ने छठ घाटों का किया निरीक्षण।।…

*श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों* के लिए घाटों पर उपलब्ध है सभी सुविधा
*उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध*
त्रिलोकी नाथ प्रसाद:- माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निदेश पर* माननीय मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक श्री एस. के. सिंघल, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री आनन्द किशोर, माननीय मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, आयुक्त, पटना प्रमंडल श्री कुमार रवि, पुलिस महानिरीक्षक, केन्द्रीय प्रक्षेत्र, पटना श्री राकेश राठी ने जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री मानवजीत सिंह ढिल्लो, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर, उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुल्तानिया एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ छठ घाटों का निरीक्षण किया।अधिकारियों द्वारा भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के वेसेल मल्टीपर्पज टग (एमपीटी) से विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया गया। दानापुर के नासरीगंज घाट से प्रारंभ कर पटना सिटी के कंगन घाट तक स्टीमर से सभी घाटों का निरीक्षण किया गया।
अस्वस्थता के कारण माननीय मुख्यमंत्री द्वारा छठ घाटों का आज निरीक्षण नहीं किया जा सका। उनके निदेश पर वरिष्ठ अधिकारियों ने निरीक्षण किया।
12.25 बजे अपराह्न दानापुर के नासरीगंज घाट से प्रारंभ कर दीघा पाटीपुल घाट, गेट नं. 93, गेट नं 88, बालुपर घाट, कुर्जी घाट, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट, पहलवान घाट, मिश्री घाट, सिविल कोर्ट घाट, काली घाट, कदम घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गाँधी घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट, रानी घाट, गुल्बी घाट, बीएनआर घाट, नरकट घाट, गायघाट होते हुए 02.30 बजे अपराह्न पटना सिटी के कंगन घाट तक एक-एक कर सभी घाटों पर व्यवस्था का अधिकारियों द्वारा जायजा लिया गया। कंगन घाट से स्टीमर से वापस गायघाट पर निरीक्षण समाप्त हुआ।
यह निरीक्षण लगभग 2 घंटे तक चला। छोटे-बड़े 75 से अधिक घाटों का निरीक्षण किया गया एवं श्रद्धालुओं तथा छठव्रतियों की सुविधा का जायजा लिया गया।लगभग 23 किलोमीटर की दूरी तय की गई।
निरीक्षण के समय अधिकारियों ने देखा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए सभी सुविधाएँ उपलब्ध है। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, व्रतियों के ठहरने हेतु शेड, वाहन पार्किंग की सुविधा है। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था की गई है।
घाटों के पास समुचित संख्या में वाच टावर की स्थापना की गई है। घाटों पर नियंत्रण कक्ष कार्यरत है। ध्वनि-विस्तारक यंत्र से श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों को शुभकामना संदेश के साथ-साथ आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से *‘‘क्या करें, क्या न करें’’* की नियमित उद्घोषणा की जा रही है।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा माननीय मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एवं अन्य अधिकारियों के संज्ञान में जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों को लाया गया। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी 24*7 मुस्तैद हैं। लगभग 599 दंडाधिकारियों एवं 4500 से अधिक पुलिस पदाधिकारियों को लगाया गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं सिविल डिफेन्स की टीम भी मुस्तैद है। घाटों पर जाने के लिए एप्रोच रोड सुचारू एवं अवरोधमुक्त बनाई गयी है। घाटों पर उत्कृष्ट सफाई एवं प्रकाश-व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। सभी छठ घाटों पर विद्युत कर्मियों एवं तकनीशियनों की टीम तैनात है। छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र सजग एवं तत्पर है।
माननीय मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने कहा कि छठ महापर्व, 2022 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सदैव सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें।