कुष्ठ रोगी खोज अभियान के सफल संचालन हेतु सभी प्रखंडों में 22 जून तक बैठक करें समन्वय समिति के सदस्य – शशी रंजन

केवल सच – पलामू
मेदिनीनगर – कुष्ठ रोगी खोज अभियान एवं एनिमिया मुक्त पलामू बनाने को लेकर उपायुक्त ने जिला समन्वय समिति की बैठक की।राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में 1 जुलाई से 14 जुलाई 2022 तक कुष्ठ रोगी खोज अभियान की शुरुआत की जायेगी।इस दौरान जिले के सभी प्रखंडों के प्रत्येक गांव में कुष्ठ रोगियों की खोज की जायेगी।इस अभियान को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के उद्देश्य से उपायुक्त शशि रंजन ने बुधवार को समाहरणालय के सभागार में जिला समन्वय समिति की बैठक की।इस दौरान उन्होंने जिला समन्वय समिति के सदस्यों को अभियान को सफल बनाने हेतु कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।15 जून से 22 जून तक सभी प्रखंडों में प्रखंड समन्वय समिति की बैठक करने के निर्देश दिए।
बैठक में उपायुक्त श्री रंजन ने सिविल सर्जन एवं समन्वय समिति के सदस्यों को इस कुष्ठ रोगी खोज अभियान के सफल संचालन हेतु सभी प्रखंडों में 22 जून तक अनिवार्य रुप से बैठक करने की बात कही।उन्होंने कहा कि 20 जून तक सभी प्रखंड माइक्रोप्लान अनिवार्य रूप से तैयार कर लें।
जिले के सभी गांवों के सभी घरों में 2 वर्ष से ऊपर के सभी महिला एवं पुरुषों का शारीरिक जांच करना सुनिश्चित करें
उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि अभियान के तहत दो वर्ष से ऊपर के सभी महिला एवं पुरुषों का जांच किया जाना है ऐसे में अभी सहिया यह सुनिश्चित करें की उनके क्षेत्र में कोई भी पात्र व्यक्ति जांच से अछूता ना रहे।उन्होंने अलग-अलग टीमों पर एक पर्यवेक्षक बनाने की बात कही ताकि कार्य की मॉनिटरिंग में सहूलियत हो सके।कुष्ठ रोगी का लक्षण हो तो संबंधित व्यक्ति को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजना सुनिश्चित करें।
उपायुक्त ने सभी संबंधितों से कहा कि सर्वे के दौरान अगर किसी व्यक्ति में कुष्ठ रोगी से संबंधित लक्षण पाये जाते हैं तो संबंधित व्यक्ति को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराना सुनिश्चित करें।उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए पंचायती राज विभाग,शिक्षा विभाग समाज कल्याण विभाग को आपस में बेहतर संबंध में बनाते हुए कार्य करने की बात कही।एनिमिया मुक्त पलामू बनाने को लेकर भी डीसी ने की बैठक।
कुष्ठ रोगी खोज अभियान की बैठक के पश्चात उपायुक्त श्री रंजन ने पलामू को एनिमिया मुक्त जिला बनाने को लेकर भी बैठक की।बैठक में जरूरतमंदों को आयरन का सिरप, नीली-गुलाबी गोली दिए जाने पर चर्चा की गई।मौके पर सिविल सर्जन डॉ अनिल ने कहा कि जिले को एनीमिया की रोकथाम एवं प्रबंधन हेतु एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम संचालित किया जायेगा जिसके अंतर्गत लक्षित लाभार्थियों को समुदाय स्तर पर आईएफए की सम्पुरक उपलब्ध कराना है।जुलाई से आंगनबाड़ी सेंटर एवं सरकारी विद्यालयों के माध्यम से आईएफए की नीली एवं गुलाबी गोली संस्थागत माध्यम से खिलाई जाएगी। धातृ एवं गर्भवती महिलाओं को सहिया एवं एएनएम के द्वारा ही आईएफए की गोली खिलाई जाएगी।इस पर उपायुक्त ने सीएस को कार्यक्रम का संचालन राज्य द्वारा प्राप्त निर्देशों के आलोक में ही कराने की बात कही।
बैठक में इनकी रही उपस्थिति
बैठक में उपायुक्त के अलावा सिविल सर्जन डॉ अनिल,डीपीएम दीपक, समाज कल्याण पदाधिकारी,शिक्षा पदाधिकारी,सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी,सीडीपीओ समेत अन्य उपस्थित थे।