कोलकत्ता : अम्फान की वजह कोलकाता एयरपोर्ट हुआ जलमग्न, एयरपोर्ट का एक हिस्सा भारी बारिश से डूबा..
बंगाल के कई लोगों का कहना है कि उन्होंने ऐसा तूफान पहले कभी नहीं देखा तो कुछ बुजुर्गों ने कहा कि तीस दशक पहले उन्होंने ऐसी तबाही देखी थी।
- पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा मचाई तबाही।
- पश्चिम बंगाल में करीब 12 लोगों की मौत।
- तूफान ने हजारों घरों को तहस-नहस किया।
- लगभग छह घंटे तक बंगाल में चक्रवात का तांडव चला।
- अम्फान तूफान की रफ्तार के आगे 40-40 टन के जहाज भी थरथरा गये।
एयरपोर्ट पर खड़े प्लेन को देखकर लग रहा है जैसे वह किसी नदी से बीच में उतार दिया गया हो।प्लेन के पहिए पूरी तरह से पानी में डूबे हैं।हर तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है।
मौसम विज्ञान विभाग ने दिनांक-20.05.2020 को बताया था कि चक्रवात ‘एम्फन’ बंगाल के दीघा से करीब 240 किलोमीटर दक्षिण में अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में केंद्रित है।रनवे का नजारा किसी विशाल नदी जैसा नजर आ रहा है।देखते ही देखते पूरा एयरपोर्ट जनमग्न हो गया।
कोलकाता एयरपोर्ट पर लोगों ने ऐसा पहली बार देखा।अम्फान तूफान की रफ्तार के आगे 40-40 टन के जहाज भी थरथरा रहे थे। उनके पहियों के लिए चोक्स (अवरोधक) लगाए गए थे जिससे वे हवा में इधर-उधर हिलकर एक दूसरे को नुकसान न पहुंचा दें।
अम्फन की वजह से भारी बारिश हुई और कई इलाकों में भारी मात्रा में जलभराव देखने को मिला।लगा नदी के बीच उतार दिए गए प्लेन।
कोलकाता के रिहायशी इलाकों में हजारों पेड़ गिरे नजर आए।पेड़ गिरने से सैकड़ों गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं।
भारी बारिश के कारण कोलकाता के निचले इलाकों में सड़कों और घरों में पानी जमा हो गया।मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हुईं।सुंदरवन डेल्टा के तटबंध इस चक्रवात के कारण टूट गए।दीघा और सुंदरवन में ज्वारभाटा की ऊंची लहरें उठती दिख रही थीं। राज्य सरकार ने पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
एयरपोर्ट से कार्गो की उड़ाने भी निरस्त कर दी गईं।आलम यह थी कि यहां खड़े भारी हवाई जहाज हिल गए और वे पानी में डूब गए। रनवे से लेकर पूरे एयरपोर्ट का नजारा किसी नदी जैसा नजर आया।
पेड़ों के गिरने से बिजली की तारें भी टूट गईं, जिसके चलते कई इलाकों की बिजली गुल रही।राहत टीमें व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिशों में जुटी हैं।
क्रिस्टोफर रोड पर खंभे से टूटकर सड़क पर जिंदा तार गिर गया। कई घरों की छतें उड़ गईं।सड़कों पर पानी भर गया।
पश्चिम बंगाल में सुरक्षित स्थानों पर भेजे गए लोग, स्थानीय पुलिस लोगों को आगाह कर रही है कि वे किसी भी हाल में अपने घरों के अंदर ही रहें।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अम्फन तूफान से करीब 1 लाख करोड़ रुपये तक के नुकसान की आशंका जताई है।
चक्रवात दोपहर में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा।चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई।
चक्रवात दोपहर में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा।चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई।
लोग बोले कभी नहीं देखी ऐसी तबाही
कोलकाता/डेस्क, 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बड़ी तबाही मचाई है।पश्चिम बंगाल में तो तूफान से 10 से 12 लोगों के मारे जाने की खबर है।कोलकाता के कई इलाकों में पानी भर गया है। तूफान का असर कोलकाता एयरपोर्ट पर दिखाई दे रहा है।यहां चारों तरफ पानी भरा हुआ है।6 घंटे के तूफान अम्फान की तेज हवाओं ने कोलकाता एयरपोर्ट को क्षतिग्रस्त कर दिया।हर तरफ पानी भरा हुआ है।रनवे और हैंगर पानी में डूबे हैं।एयरपोर्ट के एक हिस्से में तो कई इंफास्ट्रक्चर पानी में डूबे है।अम्फान के कारण एयरपोर्ट पर सभी परिचालन आज सुबह 5 बजे तक बंद कर दिए गए थे, जो अभी भी बंद हैं।कोलकाता एयरपोर्ट पर यात्री उड़ानें 25 मार्च से ही निलंबित है।केवल कार्गो और वंदे भारत मिशन के तहत आने-जाने वाली उड़ानें चल रही थी।उन्हें भी अभी रोक दिया गया है।गौरतलब है कि बंगाल में समुद्र तट से टकराने के वक्त अम्फान तूफान की रफ्तार 180 किमी प्रति घंटे से ज्यादा हो गई थी।कई घंटे बाद तक कोलकाता शहर में 130 किमी प्रति घंटे की तक की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं।अम्फान का सबसे ज्यादा कहर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना, दक्षिणी 24 परगना, मिदनापुर और कोलकाता में रहा।तूफान के टकराने के वक्त दीघा में सीधे खड़े हो पाना भी मुमकिन नहीं था।पश्चिम बंगाल में तूफान से तबाही कितनी हुई इसका हिसाब किताब अभी बाकी है, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कह रही हैं कि कम से कम 10-12 लोगों की मौत हुई है।इसमें से अधिकतर मौतें पेड़ गिरने के कारण हुई हैं।वहीं, ओडिशा में 3 लोगों के मारे जाने की खबर है।आपको मालूम हो कि मौसम विज्ञान विभाग ने दिनांक-20.05.2020 को बताया था कि चक्रवात ‘एम्फन’ बंगाल के दीघा से करीब 240 किलोमीटर दक्षिण में अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में केंद्रित है।
तूफान के केंद्र के निकट हवाओं की गति लगातार 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा बनी रही और बीच-बीच में 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।उधर रेलवे ने भी बंगाल और ओड़िशा जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को स्थगित कर दी गई थी।वहीं एसी स्पेशल ट्रेनों को भी बंद कर दी गई थी।हावड़ा, सियालदह, कोलकाता स्टेशनों के कारेशड में खड़ी ट्रेनों को पटरी से मोटी-मोटी झंजीर के माध्यम से बांध कर रखा गया था।दोनों प्रदेशों में राहत और बचाव कार्य जारी है।