किशनगंज: क्लबफुट पीड़ित चार बच्चों को मिला नया जीवन, RBSK योजना के तहत भेजा गया भागलपुर इलाज के लिए

किशनगंज,25 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, देश के ग्रामीण क्षेत्रों में जन्मजात बीमारियों से पीड़ित बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के तहत मंगलवार को किशनगंज जिले के चार बच्चों को ‘क्लबफुट’ जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए भागलपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (JLNMCH) भेजा गया। ये सभी बच्चे अब पूर्णतः निःशुल्क इलाज, यात्रा, परामर्श और पुनर्वास सुविधाओं का लाभ पाएंगे।
चार मासूम, चार मुस्कानें – इलाज की ओर एक नई शुरुआत
सदर अस्पताल से रवाना किए गए इन बच्चों की पहचान इस प्रकार है:
- हेमंत मलिक
- आसिया
- आदिब शेख
- आशिक कुमार
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि इन बच्चों की पहचान RBSK टीम द्वारा स्क्रीनिंग और सतत फॉलोअप के आधार पर की गई थी। इन्हें पॉन्सेटी विधि से इलाज के लिए भेजा गया है, जिससे उनके पैरों की विकृति को ठीक कर सामान्य जीवन में वापसी संभव हो सके।
क्लबफुट: गंभीर लेकिन इलाज योग्य विकृति
क्लबफुट एक जन्मजात विकृति है जिसमें नवजात शिशु का पैर अंदर या नीचे की ओर मुड़ा होता है। हर 1,000 में से लगभग 1 बच्चा इससे प्रभावित होता है। समय पर इलाज न होने पर यह जीवनभर की विकलांगता बन सकती है। हालांकि पॉन्सेटी विधि द्वारा विशेष प्लास्टर और फिजियोथेरेपी से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
सरकारी योजना ने बदली तस्वीर
पहले जहां गरीब परिवार इलाज के बारे में सोच भी नहीं सकते थे, अब सरकार की इस योजना के तहत निःशुल्क जांच, रेफरल, एम्बुलेंस, दवाएं, और ऑपरेशन की सुविधा सुनिश्चित की गई है। जरूरत पड़ने पर बच्चों को AIIMS, IGIC, JLNMCH जैसे उन्नत चिकित्सा संस्थानों में भेजा जाता है।
सिविल सर्जन डॉ. चौधरी ने कहा – “हम चाहते हैं कि कोई भी बच्चा सिर्फ संसाधनों के अभाव में बीमार न रह जाए। आज जिन बच्चों को इलाज के लिए भेजा गया है, वे निश्चित ही जल्द सामान्य बच्चों की तरह चल सकेंगे।”
जिला समन्वयक की भूमिका और जागरूकता अभियान
जिला समन्वयक पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि RBSK केवल अस्पताल तक सीमित नहीं है, बल्कि टीम गांव, स्कूल, पंचायत तक जाकर बच्चों की नियमित स्क्रीनिंग करती है। क्लबफुट जैसे मामलों को प्राथमिकता दी जाती है, क्योंकि इसका इलाज प्रारंभिक अवस्था में अधिक सफल होता है।
डीएम विशाल राज की अपील
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा – “कोई भी योजना तभी सफल होती है जब आमजन जागरूक हो। मैं सभी अभिभावकों से अपील करता हूं कि यदि आपके बच्चे में कोई जन्मजात विकृति हो, तो उसे छुपाएं नहीं, बल्कि सामने लाएं ताकि समय पर इलाज हो सके। सरकार हर कदम पर साथ है।”
आपके एक कदम से बदल सकता है किसी बच्चे का जीवन
अगर आपके बच्चे के पैर जन्म से टेढ़े हैं या वह सामान्य रूप से नहीं चल पा रहा है, तो यह क्लबफुट हो सकता है। तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या RBSK टीम से संपर्क करें। इलाज पूरी तरह निःशुल्क है – यात्रा, इलाज, रहन-सहन सब कुछ सरकार वहन करेगी।
RBSK – हर बच्चे के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक मजबूत कदम
RBSK ने यह सिद्ध कर दिया है कि स्वास्थ्य अब विशेषाधिकार नहीं, बल्कि हर बच्चे का मौलिक अधिकार है। अब बचपन पीड़ा में नहीं, मुस्कान में बीतेगा – और सरकार हर क्षण आपके साथ खड़ी है।