संपादक को बिना वारंट गिरफ्तार करने रांची पहुँच गई नालंदा पुलिस…
बिहार के मुखिया राज्य में कानून एवं न्याय की शासन की दुहाई देते हैं लेकिन उनके ही जिले नालंदा की पुलिस नियम एवं कानून की धज्जी उड़ाने और अपनी भद्द पिटवाने झारखंड की राजधानी रांची पहुँच गई।जहाँ वह एक न्यूज पोर्टल के संचालक-संचालक को बिना वारंट गिरफ्तार करने पहुँच गई। वह तो गनीमत रही कि इस गिरफ्तारी की सूचना मांझी थाना प्रभारी के साथ रांची एसएसपी को लग गई।उन्होंने नालंदा एसपी को मोबाइल पर किसी की इस तरह की गिरफ्तारी का विरोध किया।तब जाकर नालंदा पुलिस टीम वहाँ से शर्मिन्दा होकर बैरंग लौट गई।बताया जाता है रांची से प्रसारित बेबसाइट
राजनामा डाॅट काॅम,एक्सपर्ट मीडिया न्यूज तथा इंडिया न्यूज रिपोर्टर के संचालक संपादक मुकेश भारतीय ने पिछले साल नालंदा के राजगीर में मलमास मेला की सैरात भूमि पर भू-माफियों के द्वारा कब्जा करने की खबर अपने बेबसाइट में प्रमुखता के साथ तथ्यों के साथ प्रसारित की थी।इस खबर से तिलमिलाएं एक भू माफिया ने राजगीर थाना में बैठकर संपादक को धमकी देते हुए राजगीर थाना में केस दर्ज कराया था।नालन्दा पुलिस राजगीर थाना (फर्जी आरोप) कांड संख्या-108/2017 में न्यायालय बिना वारंट लिए वगैर राजनामा डाॅट काॅम के संपादक मुकेश भारतीय को रांची के मांझी जांच के बहाने गलत नाम विकास भारतीय बता रांची के मांझी थानाध्यक्ष संतोष कुमार के सामने झूठ बोल कर मुकेश भारतीय को गिरफ्तार कर नालन्दा लाने का सफल प्रयास किया लेकिन रांची के एसएसपी कुलदीप द्रिवेदी, ग्रामीण एसपी और स्थानीय थानाध्यक्ष संतोष कुमार सभी अलग-अलग बिहार राज्य के नालन्दा एसपी सुधीर कुमार पोरिका को एवं राजगीर डीएसपी संजय कुमार को न्यायालय का बिना वारंट गिरफ्तार कर ले जाने को लेकर फोन पर हीं सवाल उठाया तथा नालंदा पुलिस को सुपुर्द करने को सीधे मना कर दिया।रांची के वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने मांझी थाना से सीधे मुकेश भारतीय को अपने मीडिया साइट हाउस लौट जाने को कहा जहाँ मुकेश भारतीय अपने साइट चलाते हैं वहां लौट गए।मुकेश भारतीय झारखंड के रांची से एक साजिश के तहत बिहार पुलिस राजगीर मलमास मेला सैरात भूमि के चिन्हित
अतिक्रमणकारी शिव नन्दन प्रसाद द्वारा मीडिया की आवाज को दबानेे के मात्र उद्देश्य से राजगीर थाने में धर्मराज प्रसाद खुदरा व्यापार के सचिव व राजगीर के एक स्थानीय वरीय पत्र रामविलास सहित मुकेश भारतीय पर भी राजगीर थाना कांड संख्या-108/2017 फर्जी आरोप रंगदारी मांगने का लगाकर आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।जिसमें अभी नालन्दा से उस कांड के अनुसंधान पदाधिकारी ह्रदयनाथ प्रसाद एवं कमलजीत एसआईटी नालन्दा पुलिस के साथ दो और पुलिस गई थी जो बिना वारंट के खाली हाथ लौट गई।वहीं कांड संख्या-108/2017 के सूचक शिव नन्दन प्रसाद सहित अन्य भ्रष्ट अधिकारियों एवं उनके कर्मचारियों पर आनंद किशोर प्रमण्डलीय आयुक्त पटना प्रमण्डल पटना के आदेश पर फर्जी जमाबंदी एवं फर्जी लगान निर्धारण करने एवं करनेवाला दोनों पर 12 घण्टा के भीतर वरीय पदाधिकारी के हाथों कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।इस मामले मे विधि सम्मत वारंट की प्रति के वगैर मुकेश भारतीय कि गिरफ्तारी का विरोध करनेवाले एसएसपी रांची/ग्रामीण एसपी रांची एवं मांझी थानाध्यक्ष को पुरषोत्तम प्रसाद आरटीआई कार्यकर्ता की तरफ से उनके प्रति आभार प्रकट किया है।इधर बिहार तथा झारखंड के कई बेबसाईट संचालक संपादक तथा पत्रकार संगठनों ने बिना वारंट पत्रकार की गिरफ्तारी का प्रयास करने तथा उन्हें मानसिक तौर पर परेशान करने की तीव्र निंदा करते हुए नालंदा एसपी से उक्त पुलिस टीम पर कार्रवाई की मांग की है।
रिपोर्ट-सोनू कुमार