किशनगंज : ख्वाजा गरीब नवाज मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल के चेयरमैन फर्जीवाड़ा करने के आरोप में गिरफ्तार

मेडिकल कॉलेज में नामांकन के नाम पर किया था 14 लाख की ठगी, ख्वाजा गरीब नवाज नाम का नही है कोई मेडिकल कॉलेज
- एसपी ने आम जनों से सावधान रहने की अपील की।
किशनगंज, 07 जून (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, सदर थाना पुलिस ने मेडिकल कॉलेज में नामांकन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल किया है। शहर के रोलबाग एवं टेउसा में संचालित ख्वाजा गरीब नवाज मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के चेयरमैन डा० मो० अली सिद्धिकी के विरुद्ध असम के बरपेटा जिला निवासी रमजान अली अहमद के द्वारा 14 लाख रूपए ठगी किए जाने को लेकर सदर थाने में मामला दर्ज करवाया गया था। पुलिस कप्तान (SP) डा० इनाम उल हक मेंगनु द्वारा बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया की आवेदन के आधार पर किशनगंज थाना कांड सं०-230/22, दिनांक-06.06.23 धारा-419/420/406/467/468 /471/120 (बी) भा०द०वि० के अन्तर्गत डा० मो० अली सिद्दीकी एवं काजी तौफिक इस्लाम (मैनेजिंग डायरेक्टर) स्लॉट लेक स्ट्रीट नम्बर-18 ई०पी० ब्लॉक, सेक्टर-05 कोलकाता 91 ऑपोजीट मिडिया सिटी बिल्डिंग विधान नगर के विरूद्ध दर्ज किया गया। जिसके बाद मामले का अनुसंधान पुलिस के द्वारा किए जाने के बाद फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। एसपी ने बताया की जांच के क्रम में पता चला कि उक्त अभियुक्त द्वारा पूर्व में भी कई लोगों से मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराने हेतु फर्जीवाड़ा कर ठगी किया जाता था। जिसके बाद गुप्त सूचना के आधार पर डा० मो० अली सिद्दीकी को किशनगंज बस स्टैण्ड से गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। एसपी ने बताया की काजी तौफीक इस्लाम के खाते को फ्रिज करवाया गया है एवं कुछ पैसा वापस दिलवाया गया है। एसपी ने बताया की ख्वाजा गरीब नवाज मेडिकल कॉलेज एवं सहयोगी संस्था Panowa stars Education Pvt. Ltd. की मान्यता को रद्द करने हेतु अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है। वही पुलिस के द्वारा बंगाल स्थित ट्रस्ट के संबंध में कोलकाता पुलिस को ठगी के बारे में अवगत करा दिया गया है। वही जांच के क्रम में यह भी खुलासा हुआ है की ऐसा कोई मेडिकल कॉलेज नहीं है। वही एसपी डा० मेंगनु ने आम नागरिकों से सावधान रहने की अपील की है। इस कांड के उद्भेदन में पुलिस अवर निरीक्षक कलीम आलम, रूदल कुमार, अनुज कुमार शामिल थे।