डॉo अशोक किसी के परिचय के मोहताज नही…

बिहार के कई जिलों में बालू की काम करने वाली ब्राडसन कंपनी हमेशा से चर्चा में रही है क्योंकि कंपनी के डायरेक्टर डॉ अशोक कुमार हमेशा से लोगो के बीच रहकर काम करना,जरूरतमंद लोगो की सहायता करना,उनकी आदत में शुमार है।डॉ अशोक एक सज्जन आदमी है एवं नीतीश सरकार द्वारा लागू बालू नीति पर ही काम करते है।डॉ अशोक कंपनी के डायरेक्टर है और इसमें कई और लोग भी हिस्सेदारी के रूप में जुड़े है।कंपनी उस समय विवाद में आ गयी जब कंपनी के डायरेक्टर अशोक सिंह पर उन्ही के कंपनी के कुछ प्रतिशत के हिस्सेदार पुंज सिंह के द्वारा जानलेवा हमला किया गया।भोजपुर जिला के चांदी थाना अंतर्गत धनडीहा बालू घाट को भोजपुर जिला प्रशासन ने प्रतिबंधित कर दिया था।डॉ अशोक नहीं चाहते थे कि मेरी कम्पनी जिला प्रशासन की आदेश की अवहेलना कर काम करें।यह हमेशा से सरकार द्वारा तय नीतियों पर ही काम करते है जबकि पुंज सिंह जबरन प्रशासन की मिलीभगत से अबैध रूप से बालू का उत्तखन्न एवं उठाव करके बालू डंप करना चाहता था।इनको कंपनी की छवि को खराब होने से कोई मतलब नही है जबकि डॉ अशोक की प्रतिष्ठा कंपनी से बनी हुई है और वह कम्पनी एवं अपनी छवि कभी खराब नही होने देना चाहते।गौरतलब हो कि इसी मुद्दे पर डॉ अशोक को पुंज सिंह ने भोजपुर जिल्क़ के चांदी थाना की मिलीभगत से बहियारा हाता बुलाकर जानलेवा हमला कर दिया।जिससे डॉ अशोक को आंतरिक चोट आई है।जब डॉ अशोक ने इसकी जानकारी चांदी थाना को दी तो थाना प्रभारी ने कहा कि ऐसी कोई घटना नही है और पुंज सिंह द्वारा प्रायोजित घटना में यह बताने की कोशिश की गई कि वर्चस्व की लड़ाई है एवं यही fir में भी दर्ज करवाया गया है।पुंज सिंह जब कम्पनी के कुछ प्रतिशत का हिस्सेदार है तो वर्चस्व की सवाल ही नहीं उठता ? दिगर बात यह है कि पुंज सिंह आदतन अपराधी है और इन पर सीबीआई जांच भी चल रहा है। इस बात की भी चर्चा है कि पुंज सिंह हत्या के भी आरोपी है और अवैध शराब के कारोबार भी चलते है।इन पर कुछ संगीन मामले झारखंड के धनबाद जिले में चल रहे है।डॉ अशोक और उनके दोनों बेटे चन्दन एवं जीवन पर भी गोलीबारी का आरोप लगाया गया है जबकि घटना के वक्त जीवन दिल्ली से पटना के यात्रा पर आ रहे थे क्योंकि उनको पता चला कि पिता डॉ अशोक सिंह पर कम्पनी का ही पार्टनर पुंज सिंह ने जानलेवा हमला कर दिया है।गौरतलब हो कि डॉ अशोक नहीं चाहते थे कि मामला आगे बढ़े और यह आपसी रंजिश का रणभूमि बने इसलिए कम्पनी के निदेशक ने तत्काल अतिआवश्यक बैठक बुलाई गई और सभी ने पुंज सिंह द्वारा की गई इस मूर्खतापूर्ण कार्य से अचंभित हो गए और सभी पार्टनरों में सुभष यादव ने कहा कि मैं पुंज सिंह की तरफ से माफी मांगता हूं और यही वजह है कि डॉ अशोक सरकार के द्वारा निर्गत बालू नीति का पालन करते है कि वजह से मामला गंभीर हो गया।दीगर बात यह है कि उस अतिआवश्यक मीटिंग में चर्चा है कि पुंज सिंह को स्थानीय लोगो ने चढ़ा-बढ़ा कर डॉ अशोक पर हमला करवा दिया ताकि यह संदेश दिया जा सके कि स्थानीय स्तर पर पुंज सिंह की औकात ब्राडसन कम्पनी में डायरेक्टर से भी ऊपर है एवं उनकी मर्जी ही स्थानीय स्तर पर चलेगी ताकि ब्राडसन के डायरेक्टर की लोकप्रियता को धूमिल किया जा सके।डॉ अशोक कुमार किसी परिचय के मोहताज नही है और उनकी लोकप्रियता इस बात की गवाह है कि उनकी बड़ी बहू ज्योति सोनी पटना जिला परिषद की उपाध्यक्षा है।कंपनी से लाभ होने वाली राशि जरूरतमंद,पीड़ित,प्रताड़ित एवं आपदा से ग्रसित लोगो की हमेशा मदद करती है यही वजह है कि यह हार्दिल अजीज है एवं इनपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है।
रिपोर्ट :-श्रीधर पाण्डेय