. जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह के निदेश पर आज पटना जिला के 23 प्रखण्डों में लगभग 121 विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण हेतु पदाधिकारी के रूप में जिला स्तर के पदाधिकारियों/अनुमंडल पदाधिकारियों/प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों/ अंचलाधिकारियों एवं अन्य को नामित किया गया था।
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के निदेश के आलोक में प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ एवं संवेदनशील बनाने हेतु विभिन्न कार्यालयों का नियमित तौर पर निरीक्षण कराया जा रहा है।
पटना जिला में कुल 3,388 विद्यालय है जिसमें 1826 प्राइमरी, 1137 अपर प्राइमरी के साथ प्राइमरी तथा 425 सीनियर सेकेंडरी विद्यालय है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक सभी विद्यालयों का चरणबद्ध ढंग से निरीक्षण किया जा रहा है। पूर्व में भी विभिन्न प्रखण्डों में स्थित विद्यालयों का निरीक्षण किया गया था।
निरीक्षी पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि वे जाँच के दौरान विद्यालय में आधारभूत संरचना, शिक्षकों की संख्या, विद्यार्थियों का नामांकन एवं उपस्थिति सहित चेकलिस्ट के अनुसार विभिन्न बिन्दुओं पर जाँच कर रिपोर्ट देंगे। इसमें विद्यालय में शिक्षक एवं बच्चों की संख्या के अनुरूप वर्ग कक्ष की उपलब्धता, विषय आधारित शिक्षकों का पदस्थापन, प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों की ससमय विद्यालय में उपस्थिति, समय सारणी के अनुसार वर्ग कक्षों का संचालन, शौचालय, शुद्ध पेयजल, स्वच्छता एवं सौन्दर्यीकरण, मापदंडों के अनुरूप बेंच-डेस्क, प्रयोगशाला, आईसीटी लैब तथा पुस्तकालय की उपलब्धता एवं उपयोग, विद्यालय में विद्युत कनेक्शन, खेल मैदान की उपलब्धता एवं उपयोगिता, खेल सामग्री की उपलब्धता एवं उपयोगिता, सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन एवं इन्सिनरेटर की उपलब्धता तथा उपयोग की स्थिति, पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता, स्टूडेंट किट, एफएलएन किट की उपलब्धता एवं उपयोग, विद्यालय आने-जाने हेतु साईकिल का उपयोग, विद्यार्थियों को पठन-पाठन से संबंधित गृह कार्य प्रदान किए जाने एवं पूरा किए जाने की स्थिति, मध्याह्न भोजन की निरंतरता एवं गुणवत्ता, आधार कार्ड निर्माण की स्थिति, अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन, शारीरिक शिक्षा एवं कला संबंधी गतिविधियों का संचालन इत्यादि शामिल है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि संबंधित अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत विद्यालयों के निरीक्षण का सतत अनुश्रवण किया जा रहा है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि निरीक्षी पदाधिकारियों मॉडल प्रपत्र में जाँच प्रतिवेदन जाँच की तिथि को ही शाम में समर्पित करने का निदेश दिया गया है। निरीक्षण में प्राप्त तथ्यों के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रशासन में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व एवं संवेदनशीलता को और सुदृढ़ करने के लिए समय-समय पर योजनाओं की जाँच की जा रही है। विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। इसके लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध है।