किशनगंज : तेघरिया मामले को लेकर पूर्व विधायक व ग्रामीणों ने विधान पार्षद से MGM में की मुलाकात ।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, तेघरिया मामले को लेकर सक्रिय हुये कोचाधामन के लोकप्रिय पूर्व विधायक सह जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम व ग्रामीणों ने रविवार विधान पार्षद सह उप मुख्य सचेतक डा दिलिप कुमार जायसवाल से उनके कार्यालय में भेंट कर तेघरिया घटना के संबंध में अवगत कराया। उन्होंने ने कहा कि तेघरिया मामला मूलतः रास्ते का विवाद है। जिसे साम्प्रदायिक रूप देकर बेकसूर लोगों पर अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम के तेहत केस दर्ज कर फंसाया गया है। उक्त रास्ते की 2017 से अब तक सरकारी अमीन से मापी की गई है और मापी में सरकारी रास्ता ही पाया गया है। मौजूदा विवाद दिनांक 04.05.2022 को श्याम लाल एवं उनके परिजनों द्वारा सरकारी रास्ते को बाधित करने से उत्पन्न हुआ है। उक्त मामले की पुलिस अधीक्षक डा इनामुल हक़ मेंगनू को लिखित शिकायत मिलने पर उन्होंने मामले की जांच करवाई, कोचाधामन अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष कोचाधामन ने संयुक्त रूप से जनता दरबार में मामले की सुनवाई कर सरकारी अमीन से मापी कर श्यामलाल को रास्ता से टट्टी हटाने के बावजूद भी रास्ता नहीं खोला। दिनांक 08.08.2022 को उक्त रास्ते से मवेशी ले जाने को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ और दोनों तरफ से पांच लोग जख्मी हुए जिनका सीएचसी कोचाधामन में ईलाज हुआ और मामले की सूचना कोचाधामन थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह को दी गई। 09 अगस्त को मोहर्रम होने के कारण प्रशासन विधि व्यवस्था में व्यस्त था। जिस पर श्याम लाल द्वारा मामले को ग़लत ढंग से पेश कर किशनगंज SC/ST थाना में कांड संख्या 06/22 दर्ज करवाया। उक्त मामले को लेकर केंद्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग की सदस्या डा अंजु बाला ने दिनांक 26.08.2022 को तेघरिया का दौरा किया। सुनवाई के दौरान श्यामलाल ने कहा था कि मुझे अभी तक इन्दिरा आवास का लाभ नहीं मिला है।जबकि वो कई बार तथ्यों को छुपाकर इन्दिरा आवास का लाभ लिया है। इस संबंध में माननीय विधान पार्षद ने पुलिस अधीक्षक किशनगंज डा इनामुल हक़ मेंगनू से फोन पर बात कर मामले की जांच कर निर्दोष लोगों को बड़ी करने तथा दोषियों को सजा दिलवाने की बात कही। शिष्टमंडल में कोचाधामन प्रमुख प्रतिनिधि जवादुल हक, सरपंच प्रतिनिधि मुबारक हुसैन, पैक्स अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया नजामोद्दीन, मुखिया नसीम अंसारी, पूर्व मुखिया मोजीबुर रहमान, राजद नेता रमीज राजा सोनू, समाज सेवी अफ़रोज़ आलम सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल थे।