किशनगंज : युवाओं की नई सोच से लौटेगा किशनगंज का वैभव, बिहारी होना अपमान नहीं सम्मान
युवा संवाद कार्यक्रम के तहत लगभग 40 मिनट के संबोधन में आईपीएस विकास वैभव ने किशनगंज-मगध से लेकर उत्तर कोरिया तक चर्चा की

किशनगंज, 04 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, युवाओं की नई सोंच से ही किशनगंज का पुराना वैभव लौटेगा। बिहारी होना अपमान नहीं सम्मान की बात है। उक्त बातें रविवार को शहर के होटल दफ्तरी में लेट्स इंस्पायर बिहार के तत्वाधान में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ आईपीएस (आईजी) अधिकारी विकास वैभव ने कही। युवा संवाद कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि आईपीएस विकास वैभव, विजनेश मैन पंकज अग्रवाल, डा. जलीस अख्तर नासिरी, वार्ड पार्षद सह समाजसेवी फ़िरोज आलम, डा. शेखर जलान, मनीष कासिवल, श्यामानंद झा, नदीम उस्मानी, अधिवक्ता कमलेश कुमार सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। युवा संवाद कार्यक्रम के तहत लगभग 40 मिनट के संबोधन में आईपीएस विकास वैभव ने किशनगंज-मगध से लेकर उत्तर कोरिया तक चर्चा की। उन्होंने बिहार के गौरवशाली इतिहास पर चर्चा करते हुए युवाओं को प्रोत्साहित किया। संबोधन करते हुए आईपीएस विकास वैभव ने कहा कि किशनगंज जिले से उनका गहरा लगाव रहा है। उन्होंने युवाओं को कहा कि आपके अंदर ज्ञान जागृत होगा तो आप मजबूत बनेगे, वही अपनी ऊर्जा का सार्थक उपयोग करेंगे। ईमानदारी के साथ किया गया कार्य निश्चित रूप से फलीभूत होता है। उन्होंने अन्य सक्षम लोगों से भी शिक्षा के विकास एवं लोगों की समस्या समाधान में आगे आने की अपील की। राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मगध की धरती ज्ञान के धरती रही है। ऐतिहासिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। मगध की धरती ने ही विश्व को शून्य दिया है। जरासंध ने राजगीर में राजधानी कायम कर कई देश प्रदेश के राजाओं महाराजाओं को अपने शक्ति का लोहा मनवाया था। विश्व का पहला विश्वविद्यालय बिहार की धरती नालंदा में ही था। पूर्व में नालंदा-गया में देश विदेश के लोग ज्ञान प्राप्ति के लिए आते थे। सम्राट अशोक गौतम बुद्ध, महावीर ने यही ज्ञान प्राप्ति कर पूरे विश्व को शांति एवं मानवता की रक्षा संदेश दिया। लेकिन आज इसी बिहार में शिक्षा का स्तर सबसे ज्यादा खराब है। उन्होंने कहा कि किशनगंज के लोग आज भी उतना ही ऊर्जावान है। ऐसे में जरूरत है युवाओं को पुनः जागृत होकर गौरवशाली अतीत को कायम करने की।गौर करे उक्त कार्यक्रम समता, शिक्षा, उद्यमिता, पर आधारित, ये कार्यक्रम है। जिसमें बिहार के 9 करोड़ युवाओं को अपने अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने और इंस्पायर करने का संदेश देने का एक छोटा सा पहल है। जिसकी अगुवाई आईपीएस विकास वैभव कर रहे हैं। वार्ड पार्षद सह समाजसेवी फिरोज आलम ने कहा कि 2047 जब भारत के आज़ादी का 100 वां वर्ष पूरा हो जाएगा तब तक हम बिहार के युवा बिहार को अग्रणी बनाने का कार्य करेंगे। यही इस लेट्स इंस्पायर बिहार की मुहिम का लक्ष है। आईपीएस विकाश वैभव ने कहा कि हम तब विश्व भर में अग्रणी थे जब हमारे पास न टेक्नोलॉजी थी, न सुविधाएं थी तब हमारे बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय स्थापित था, जहा विश्व भर के छात्र शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते थे, भागलपुर विश्व के प्राचीनतम शहरों में से एक था, गया बौद्ध धर्म का केन्द्र था तब हम हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहे थे तो आज हमारे बिहार के बच्चे बाहर क्यों पढ़ने जा रहे हैं, रोजी रोजगार के लिए बाहर क्यों जा रहे हैं ये चिंतन का विषय है। वही किशनगंज निवासी उत्तर कोरिया के विजनेस मैन पंकज अग्रवाल ने कहा कि यहां के युवा अपार सकारात्मक ऊर्जा एवं क्षमताओं से लबरेज हैं। सिर्फ युवाओं को जागृत करने व सही दिशा दिखलाने की जरूरत है। कालांतर में हमारा अपेक्षाकृत विकास नहीं हुआ तो इसका प्रमुख कारण कहीं ना कहीं समय के साथ लघुवादों में ग्रसित होना ही रहा है, अन्यथा इस भूमि के उज्ज्वलतम भविष्य में भला संदेह कहां है। वही राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता श्यामानंद झा ने कहा कि अगर हमें अपने भविष्य को उज्ज्वल देखना है तो हमें फिर से बड़ा सोचना होगा। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता श्यामानंद झा एवम मुख्य ट्रस्टी डा. प्रियंका आर्या एवम सक्रिय परिजन-सह-पर्यावरण प्रेमी अधिवक्ता कमलेश कुमार के द्वारा आईपीएस विकास वैभव के साथ उनके सहयोगीयों को मां गायत्री मंत्र चादर, मंत्र पट्टा, परमपूज्य गुरुदेव पंडित श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा लिखित वाज्ञमय, साहित्य साथ ही पौधा से सम्मानित कर एक अनोखा सन्देश दिया। वही सदर थाना के तेज तर्रार एएलटीएफ प्रभारी एसआई संजय कुमार यादव को गायत्री मंत्र चादर, मंत्र पट्टा, से सम्मानित किया गया। युवा संवाद कार्यक्रम में विजनेश मैन पंकज अग्रवाल, डा. जलीस अख्तर नासिरी, वार्ड पार्षद सह समाजसेवी फ़िरोज आलम, डा. शेखर जलान, मनीष कासिवल, श्यामानंद झा, नदीम उस्मानी, अधिवक्ता कमलेश कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।