किशनगंजपुलिसबिहारब्रेकिंग न्यूज़स्वास्थ्य

किशनगंज : क्रिब्स हॉस्पिटल पर चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप: किशनगंज के युवक की जान पर बन आई, परिजनों ने की कार्रवाई की मांग

AV फिस्टुला फटने से गंभीर हुआ मरीज, सिलीगुड़ी में हुआ इलाज, 1.60 लाख रुपये का खर्च

किशनगंज,05 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, नगर परिषद क्षेत्र के रूईधासा निवासी प्रकाश राय ने शहर के पश्चिमपाली स्थित क्रिब्स हॉस्पिटल पर गंभीर चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके 20 वर्षीय पुत्र अमन राय का किडनी रोग का इलाज क्रिब्स हॉस्पिटल में चल रहा था, जिसके अंतर्गत 20 अप्रैल को हेमोडायलिसिस के लिए AV फिस्टुला लगाया गया, लेकिन उसी दिन अमन को डिस्चार्ज कर दिया गया

प्रकाश राय के अनुसार, 13 मई को अमन की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जब AV फिस्टुला फट गया और तेज रक्तस्राव शुरू हो गया। घबराए परिजन अमन को दोबारा क्रिब्स हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, परंतु वहां डॉक्टर की अनुपस्थिति और इलाज की असमर्थता के चलते उसे तुरंत सिलीगुड़ी रेफर कर दिया गया

सिलीगुड़ी के निजी अस्पताल में अमन का तत्काल ऑपरेशन और इलाज हुआ, जिस पर परिवार को करीब ₹1,60,000 खर्च करने पड़े। प्रकाश राय ने आरोप लगाया कि यह पूरा हादसा डॉक्टर की लापरवाही और तकनीकी गलती के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि AV फिस्टुला की सही जांच या निगरानी नहीं की गई, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई।

परिजनों को मानसिक व आर्थिक आघात

प्रकाश राय ने कहा कि “मेरे बेटे की जान मुश्किल में पड़ गई, और हमें न सिर्फ आर्थिक बल्कि मानसिक रूप से भी गहरा आघात पहुंचा है।” उन्होंने कहा कि यदि क्रिब्स हॉस्पिटल ने समय पर सही इलाज किया होता, तो इतनी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सकता था।

पुलिस को सौंपा गया शिकायत पत्र

प्रकाश राय ने मामले की शिकायत अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) को एक लिखित पत्र के माध्यम से दी है। इसमें उन्होंने अस्पताल प्रबंधन और संबंधित डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि न्याय नहीं मिला, तो वे विधिक कार्रवाई और जनहित याचिका दायर करने के लिए बाध्य होंगे।

जांच में जुटी पुलिस

मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि जांच प्रारंभ कर दी गई है। पीड़ित परिवार से पूछताछ की जा रही है और अस्पताल से भी दस्तावेज मांगे गए हैं।

निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर सवाल

इस घटना ने किशनगंज में निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली और जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम लोगों का कहना है कि मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ और मनमाने इलाज की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। जरूरत है कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस पर कठोर कदम उठाए। वहीं अस्पताल प्रबंधक से संपर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु संपर्क नही हो सका। संपर्क होते ही उनका भी पक्ष रखा जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button