दलित लड़की की मौत के लिए राज्य सरकार जिम्मेवार।…
कुणाल कुमार। अखिल भारतीय दलित अधिकार आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक सूर्यकान्त पासवान और महासचिव जानकी पासवान ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार पीएमसीएचए पटना में नौ वर्षीय रेप पीड़िता दलित लड़की की मौत मामले की लीपापोती कर रही है। पीएमसीएच के उपाध्यक्ष पर कार्रवाई की गई है, लेकिन मौत के लिए जिम्मेवार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और पीएमसीएच के अधीक्षक आईण्एसण्ठाकुर को बचा रही है। बिहार सरकार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था ने एक बच्ची की जान ले ली। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दें। दलित नेताओं ने कहा कि मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी प्रखंड में 26 मई 2025 को नौ वर्षीय दलित लडकी के साथ बलात्कार हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के कारण मामले को दबाने की कोशिश की गई और पहले उसे इजाल के लिए मुजफ्फरपुर में ही रखा गया जब स्थिति और बिगड़ गई तो पटना भेजा दिया गया लेकिन न ही पटना एम्स में भर्ती ली गई न ही पीएमसीएच पटना में छः घंटे तक बेड नहीं मिला। इलाज के अभाव में दलित लड़की की मौत हो गई। इस मौत के लिए पूरी तरह राज्य सरकार जिम्मेवार है। दलित अधिकार आंदोलन की बिहार राज्य कमेटी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दोषी अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने और पीएमसीएच अधीक्षक सहित दोषी सभी पर कठोर कार्रवाई करने की मांग करती है। साथ ही सरकार से 50 लाख रुपये पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग करती है।