जिले के सभी अस्पताल, सामुदायिक एवम् प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगातार गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और छोटे-छोटे बच्चों का किया गया टीकाकरणकिशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में आरोग्य दिवस के दिन नियमित टीकाकरण का क्रम लगातार जारी है। ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस का आयोजन कर बच्चों को टीके लगाए गए व महिलाओं को परिवार नियोजन को लेकर जागरूक किया गया। वहीँ एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं द्वारा कैंप में शामिल महिलाओं को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी दी गई। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया की सदर अस्पताल के साथ-साथ जिले के रेफरल अस्पताल, सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ ही जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित रूप से गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं के साथ ही छोटे-छोटे बच्चों का नियमित टीकाकरण किया जा रहा है। जिसकी निगरानी वरीय पदाधिकारियो द्वारा किया गया।उन्होंने बताया की बुधवार एवं शुक्रवार को आरोग्य दिवस के दिन जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्र पर नियमित टीकाकरण किया जाता है।जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने पोठिया प्रखंड के उदगारा पंचायत स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 128 के में आरोग्य दिवस कार्यक्रम का निरिक्षण किया गया निरिक्षण के क्रम में उन्होंने बताया की सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने एवं शिशु के स्वस्थ्य शरीर निर्माण के लिए समय पर नियमित टीकाकरण जरूरी है। इसलिए, समय पर सभी योग्य लाभार्थियों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने को जिले में लगातार अभियान चलाकर टीकाकृत किया जा रहा है। ताकि ससमय पर नियमित टीकाकरण सुनिश्चित हो सके। वहीं, उन्होंने बताया, नियमित टीकाकरण के दौरान शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के टीके लगाए जाते और गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाता है। नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई गंभीर बीमारी से बचाव करता है। साथ ही प्रसव के दौरान जटिलताओं से सामना करने की भी संभावना नहीं के बराबर रहती है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ मुनाजिम ने बताया की नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत जिले के 10 से 16 आयु वर्ग के दायरे में आने वाले सभी किशोर-किशोरियों को टीडी की वैक्सीन दी जाएगी। टीडी वैक्सीन टेटनस और डिप्थेरिया जैसे गंभीर रोगों से बचाव के लिए बेहद जरूरी है। दरअसल, कम उम्र के किशोरों को दोनों रोगों से प्रभावित होने का खतरा अधिक रहता है। जिसके कारण किशोरों को दोनों रोगों से बचाव के लिए सरकार द्वारा यह पहल की गई। इसलिए, उक्त दोनों रोगों से बचाव के लिए सभी लाभार्थियों को टीडी का वैक्सीनेशन निश्चित रूप से कराना चाहिए। ताकि दोनों बीमारियों के खतरे से सभी किशोर सुरक्षित रह सकें। दिघलबैंक प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी टी एन रजक ने बताया कि प्रखंड में निर्धारित आंगनवाड़ी ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस का आयोजन कर महिलाओं के बीच परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों का नि:शुल्क वितरण किया गया। साथ ही गर्भ-निरोधक गोली माला-डी, कंडोम व इमरजेंसी पिल्स आदि का भी वितरण किया गया। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को जागरूक करते हुए बताया कि “अंतरा गर्भ निरोधक इंजेक्शन” का इस्तेमाल एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए दिया जाता है। “छाया गर्भ निरोधक” एक साप्ताहिक टेबलेट है। इसे सप्ताह में एक बार सेवन करना होता है। आरोग्य दिवस पर महिलाओं को परिवार नियोजन साधनों पर बेहतर परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई गई।
