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स्वतंत्रता सेनानी मुंशी सिंह से आशीर्वाद लेकर प्रशांत किशोर तीसरे दिन भी ‘जन सुराज’ की सोच के साथ सीवान के गांवों में पहुंचे

त्रिलोकी नाथ प्रसाद –जन सुराज यात्रा पर सीवान आए प्रशांत किशोर ने अपने तीसरे दिन की शुरुआत प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी मुंशी सिंह जी से मुलाकात कर की। प्रशांत किशोर उनके महाराजगंज स्थित आवास पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया। मुंशी सिंह जी ने प्रशांत किशोर की प्रशंसा की और उनके काम को सराहा। आज भी प्रशांत किशोर ने जिले के अलग अलग गांव और प्रखंड का दौरा का लोगों से मुलाकात की तथा उनकी समस्याओं को सुना और जन सुराज की सोच को साझा किया।

समान विचार वाले लोगों को साथ जोड़ने पर बल देते हुए श्री किशोर ने जन सुराज की सोच को आगे रखा और बिहार के विकास के लिए इसे जरूरी बताया। उन्होंने लोगों के सभी सवालों का जवाब भी दिया।

प्रशांत किशोर ने रेखांकित करते हुए बताया कि 13 करोड़ की आबादी वाले बिहार में लगभग 8 करोड़ लोग 100 रूपये भी प्रतिदिन नहीं कमा पाते हैं। एक तथ्यात्मक जानकारी देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “देश के 30 से 40 प्रतिशत जिलों में एसपी या डीएम में से कोई एक बिहार का लड़का या लड़की है।बिहार के हर परिवार का कोई एक व्यक्ति दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे राज्य में रोजगार की तालाश में जाता है, क्योंकि उसे बिहार में रोजगार नहीं मिलता। इसके लिए किसी एक पार्टी को जिम्मेदार नहीं मान सकते। ये एक सामूहिक विफलता है उन सभी लोगों की जिन्होंने 60 के दशक से अब तक बिहार पर शासन किया है।”

जिले के बसंतपुर प्रखंड में प्रशांत किशोर ने लोगों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि कोई दल बनाने नहीं आए हैं, एक नई राजनीतिक व्यवस्था खड़ा करना चाहते हैं। ऐसे लोगों को साथ जोड़ना चाहते हैं जो बिहार की बेहतरी के लिए एक साथ काम करना चाहते हों और जन सुराज की सोच के साथ आगे बढ़ना चाहते हों। उन्होंने ये भी कहा कि ये तभी संभव है जब सही लोग, सही सोच के साथ सामूहिक प्रयास करेंगे।

गोरियाकोठी में त्रिभुवन राम के आवास पर स्थानीय लोगों के साथ संवाद करते प्रशांत किशोर ने फिर दोहराया कि वो कोई दल और कार्यकर्ता बनाने नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि वो समान विचार वाले लोगों के साथ संवाद करने आए हैं और जब 2 अक्टूबर से शुरू होने वाली पदयात्रा पूरी हो जाएगी तब अगर सामूहिक फैसला होता है तो दल भी बनाया जा सकता है और वो दल जन सुराज यानी जनता का सुशासन पर ही आधारित होगा।

प्रशांत किशोर ने सीवान के लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि अगर कोई व्यक्ति उनसे इस बार नहीं मिल पाता है तो वो वैसे सभी लोगों से पदयात्रा के दौरान मिलेंगे। आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ने 5 मई को पटना की एक प्रेस वार्ता में घोषणा की थी कि वे 2 अक्तूबर 2022 से गांधी आश्रम, पश्चिमी चंपारण से पदयात्रा की शुरुआत करेंगे और इसे पूरा कर ही वापस पटना या दिल्ली लौटेंगे।

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