सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम को फिर से लेकर के आई है । यह केवल एक पब्लिसिटी स्टंट है और कुछ नहीं- पूर्व सांसद

केवल सच – पलामू
छतरपुर – पाटन छतरपुर विधायक पुष्पा देवी और पूर्व सांसद मनोज कुमार ने हेमंत सरकार द्वारा चलाये जा रहे ‘आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम को ‘डुग्गी-ड्रामा’ बताते हुए कहा है कि सरकार सिर्फ अपनी विफलता को छिपाने और मूल मुद्दों से आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह सब कर रही है । उन्होंने कहा है कि यह पूरा कार्यक्रम औचित्य विहीन है जिसमें आम जनता को सिर्फ यही मिलना है कि करीब दो सप्ताह तक उनका काम बाधित रहेगा और किसी भी कार्यालय में कोई अधिकारी उनको नहीं मिलेंगे । जो मिलेंगे, वे सरकार के इस कार्यक्रम का हवाला देकर आम लोगों को टाल देंगे ।
नेता द्वय ने कहा कि पहले भी सरकार ने यह कार्यक्रम करवाया था । उसका प्रतिफल लोगों को आजतक मालूम नहीं है । सरकार को विभागवार बताना चाहिए था कि पिछली बार के कार्यक्रम में आम लोगों से जो-जो आवेदन लिये गये थे, उनपर क्या क्या कार्रवाई हुई ? कितने लोगों की समस्याओं का समाधान हुआ ? कितने आवेदन निष्पादित किये गये ?
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर वस्तुस्थिति यही है कि पिछले कार्यक्रम में जिन लोगों ने पेंशन, आवास, जमीन से जुड़ी और ऑनलाइन सुधार आदि के लिए आवेदन दिये थे, फिर वही लोग आवेदन देने को मजबूर हैं । वही लोग फिर से कार्यक्रम स्थल का चक्कर काट रहे हैं ।
नेता द्वय ने कहा कि पूरे राज्य सहित पलामू और छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में भीषण सुखाड़ की स्थिति रही । मुख्यमंत्री ने डेढ़ महीना पहले घोषणा की थी कि सुखाड़ को देखते हुए सभी गावों में पांच-पांच योजनाएं शुरू की जायें । इस घोषणा के मद्देनजर अब तक किन-किन गावों में योजनाएं शुरू हुईं, यह सरकार को बताना चाहिए । केवल घोषणाओं से जनता की समस्यायें समाप्त हो जायेंगी क्या ? वस्तुस्थिति तो यह है कि राज्य सरकार ने अभी तक केन्द्र सरकार को सुखाड़ के बावत कोई रिपोर्ट तक नहीं सौंपी है । सरकार ने कहा कि 15 नवंबर के बाद सुखाड़ की समीक्षा करेंगे । यह तो हद हो गयी । आप भूख और प्यास से आज मर रहे हैं और सरकार कह रही है कि रूको, चार महीने बाद सोचते हैं !
उन्होंने कहा कि जनहित के मुद्दों पर और आम जनता की समस्याओं के निदान में हेमंत सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है । सरकार के कारनामों को जनता बखूबी समझ भी रही है और वह उचित वक्त आने पर सरकार को जवाब भी देगी ।