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नरसंहारों की फेहरिस्त राजद के शासन में हुए दलित अत्याचार का सबूत: उमेश सिंह कुशवाहा

त्रिलोकी नाथ प्रसाद /बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि दलितों के प्रति झूठा प्रेम प्रदर्शित कर राजद सिर्फ अपनी राजनीति को चमकाना चाहती है। दलित समाज के लिए झूठी हमदर्दी जताने के बजाए राजद को अपने 15 वर्षों का शासनकाल याद करना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नरसंहारों की लंबी फेहरिस्त इस बात की सबूत है कि आजादी के बाद बिहार में दलितों पर सबसे अधिक अत्याचार राजद के कार्यकाल में हुआ।

श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि दलितों के लिए घड़ियाली आँसू बहाने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कभी नरसंहार पीड़ितों की सुध लेने की कोशिश नहीं की। ना ही लालू-राबड़ी के शासनकाल में दलित समाज को बदहाली और पिछड़ेपन से निकालने के लिए कभी कोई ठोस प्रयास किया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश का दलित समाज जागरूक है और राजद के राजनीतिक छलावा में कभी नहीं फँसेगा। दलितों के प्रति राजद का वास्तविक चाल, चरित्र और चेहरा अब जगजाहिर है।

श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के 19 वर्षों के कार्यकाल में नरसंहार की एक भी घटनाएं नहीं हुई। प्रदेश का दलित समाज अब भय के वातावरण से निकलकर विकास की मुख्यधारा में शामिल हो चुका है। नीतीश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बदौलत दलित समाज सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनीतिक रूप से सशक्त हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि दलितों को सत्ता की सीढ़ी समझना राजद के लिए राजनीतिक तौर पर नुकसानदेह साबित होगा।

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