आदर्श राजकीय मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा बच्चों को पढ़ने वाली महंगी किताबे कूड़ा करकट के भाव बेची जा रही थी।… पढ़े पूरा खबर क्या है मामला।

रजनीकांत झा/नवादा जिले के मेसकौर प्रखंड के बैजनाथपुर आदर्श राजकीय मध्य विद्यालय का है जहाँ हेडमास्टर ने बच्चों के पढ़ने वाली महंगी किताबे कूड़ा करकट के भाव बेची जा रही थी।
जिसके बाद ग्रामीणों ने पहुँचकर गैरकानूनी तरीके से बिक्री करते पुस्तक को बेचने से रोका लेकिन मामला धीरे धीरे तुल पकरने लगा।और पत्रकारों की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई जब लोगों से बात की तो ग्रामीणों ने बताया कि मेरे गांव के शिक्षक प्रधानाध्यापक मनोज कुमार चौधरी जो सरकारी पुस्तकें को रद्दी के भाव से बेच रहे है। तब पत्रकारों ने शिक्षक से पूछा तो शिक्षक ने हमलोगों के ऊपर आग बबूला हो गए।और पहले धमकी देने लगे कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम(SC&ST) के तहत तुम लोगों पर केश कर देंगे तब हम लोगों ने तुरत मोबाइल निकाल कर वीडियो बनाने लगे।
जब हमलोगों ने और भी पत्रकारों को फोन कर सूचित किया तब जाकर हेडमास्टर नॉर्मल हुए और खर्चा बरचा देने की बात करने लगे उसके बाद मीडिया ने शिक्षक से पूरे मामले की बात करने लगा तो शिक्षक के द्वारा कोई संतोषजनक जबाब नही दिया गया
वहीं घटना स्थल पर जनप्रतिनिधियों में भी हेडमास्टर के प्रति काफी नाराज़गी दिखने को मिली यहाँ प्रखंड प्रमुख ने जिलाधिलारी को दंडात्मक कार्रवाई करने की अनुशंसा की है।